दुनिया के प्रमुख बिज़नेसमेन में शामिल अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा का जन्म साल 1964 में 10 सितम्बर को चीन के हांग्जो , झेजियांग में हुआ था। जैक मा के अलावा इनका एक और दूसरा नाम मा युन भी है। क्या आप जानते है की आज जिस जैक मा की संपत्ति 14 ख़रब रूपया है वही जैक मा अपने कॉलेज एग्जाम में 3 बार फ़ैल हुए हैं। और चीन की कई कंपनियों ने उन्हें अयोग्य कहकर उन्हें नौकरी देने से भी मना कर दिया। जैक मा दुनिया के प्रमुख धनी लोगो में से एक है, लेकिन नौकरी न मिलने के बाद जैक मा ने अपना संघर्ष जारी ही रखा। और आज वे चीन के सबसे अमीर व्यक्ति हैं व एशिया की दूसरी सबसे अमीर व्यक्ति हैं। साल 1998 में जैक मा ने अलीबाबा की स्थापना की। और एक सेवानिवृत्त चीनी व्यापार थैलीशाह, निवेशक, राजनीतिज्ञ और परोपकारी है। वह एक बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी समूह, अलीबाबा ग्रुप के सह-संस्थापक और पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। जैक मा एक खुली और बाजार संचालित अर्थव्यवस्था का एक मजबूत प्रस्तावक है।
ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा और एंट ग्रुप के मालिक जैक मा पिछले 2 महीनों से सामने नहीं आए हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निशाने पर आने के बाद से ही वे किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आए। इस बीच चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली ने जैक मा की मौजूदगी को लेकर बड़ा संकेत भी दिया। पीपुल्स डेली ने कहा कि जैक मा को एक अज्ञात स्थान पर “निगरानी” में रखा गया है।
ब्लूमबर्ग के रिपोर्ट के अनुसार चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य जैक मा को सरकार ने सलाह दी है कि वे देश छोड़कर ना जाए। ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है कि जैक मा की इस दुर्दशा के पीछे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनका गहरा विवाद हो सकता है।
जैक मा के जीवन के प्रथम कुछ दिन बहुत बुरे दिन थे
चीन की सरकार अलीबाबा ग्रुप पर मोनोपोली यानि एकाधिकार के गलत इस्तेमाल को लेकर तहकीकात कर रही है। अलीबाबा ने कहा था कि उन्हें एस.ए.एम.आर(SAMR) के जरिए एंड ग्रुप(Ant Group) को भी नोटिस भेजा गया है। याह जैक मा की ई-कॉमर्स कंपनी alibaba.com और फिनटेक अंपायर के लिए बहुत बड़ा झटका माना गया है।
जैक मा अक्सर चीन के सार्वजनिक कार्यक्रमों में बतौर वक्ता के तौर पर मौजूद रहते थे और अपने मोटिवेशनल भाषणों के लिए भी युवाओं में काफी लोकप्रिय थे। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर महीनें में शंघाई में एक कार्यक्रम के दौरान चीन के ब्याजखोर वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की तीखी आलोचना भी की थी। जैक मा ने सरकार से आह्वान किया था कि सिस्टम में बदलाव किए जाए, ताकि बिजनेस में नई चीजें शुरू की जा सके और प्रयासों को दबाए ना जाए इसके अलावा उन्होंने वैश्विक बैंकिंग नियमों को “बुजुर्ग लोगों का क्लब” करार दिया था।
भाषण देने के बाद चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी भड़क उठी जैक मा की आलोचना को कम्युनिस्ट पार्टी पर हमले के रूप में लिया गया। इसके बाद जैक मा के बुरे दिन शुरू हो गए उनके कारोबार के खिलाफ कई तरह के जांच शुरू कर दिए गए राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इशारे पर भारतीय अधिकारियों ने जैक मा को झटका देते हुए पिछले साल नवंबर के महीने में उनके एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को निलंबित कर दिया। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसकी पुष्टि की गई थी कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से जैक मा के ग्रुप के आईपीओ को रद्द करने का आदेश आया था। क्रिसमस डे के पहले दिन शाम को जैक मा को निर्देश दिया गया था, कि वह तब तक चीन से बाहर ना जाए जब तक कि उनके अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ चल रही जांच पुरा ना कर लिया जाए।
जैक मा को अपने ही टीवी शो से बाहर होना पड़ा था
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि बीते 2 महीनों में जैक मा कई कार्यक्रमों में शामिल होने वाले थे। लेकिन आखिरी समय पर उनका नाम अतिथि यानी कि वक्ता की सूची से हटा दिया गया। फिर नवंबर में मशहूर शो “अफ्रीका के बिज़नेस हीरोज” के एपिसोड से भी रहस्यमय तरीके से उनका नाम हटा दिया गया। शो के पोस्टर से भी उनकी तस्वीर हटा दी गई। हालांकि इस शो को प्रोड्यूस करने वाली कंपनी जैक मा की ही है और उन्हें खुद के शो से ही बाहर होना पड़ा है।
अलीबाबा के संस्थापक जैक मा पिछले 2 महीने से हैं लापता
जैक मा चीन के जाने-माने मशहूर अरबपति और अलीबाबा समूह के मालिक हैं। 56 वर्ष के जैक मा पिछले 2 महीने से एक रहस्य तरीके से गायब होने की खबर सामने आई। यूके के टेलीग्राफ के साथ कई मीडिया में ऐसी रिपोर्ट चल रही है। बताया जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद होने के बाद पिछले 2 महीने से जैक मा का कुछ पता नहीं चला। यहां तक कि उनका अपने ही टैलेंट शो से नाम हटा दिया गया है, एक रिपोर्ट में कहा गया कि जैक मा अक्टूबर से सार्वजनिक स्थल पर दिखाई नहीं दिए हैं।
शायद राष्ट्रपति से विवाद जैक मा को पड़ गया महंगा
पिछले दिनों जैक मा ने चीनी सरकार के कुछ नीतियों की आलोचना की थी। जैक मा ने सरकार से कहा था कि ऐसे सिस्टम में बदलाव किए जाए जो बिजनेस में नई चीजें शुरू करने के प्रयास को दबाने का प्रयास करें। भाषण के दौरान जैक मा ने वैश्विक बैंकिंग नियमों को “बुजुर्गो लोगों को क्लब” करार दीया था।

और इस भाषण के बाद चीन के सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी में काफी गुस्सा देखा गया था। इसके बाद जैक मा के बिजनेस के खिलाफ कई तरह के प्रतिबंध लगाने भी शुरू हो गए। वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के अनुसार जैक मा के एंट ग्रुप के आईपीओ को रद्द करने का आदेश चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से आया था। पिछले महीने में ही चीनी अधिकारियों ने उनकी कंपनी की जांच करने की घोषणा की। इसके बाद जैक मा से कहा गया था कि जब तक अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ चल रही जांच को पूरा ना कर लिया जाए तब तक वे चीन से बाहर ना जाए।
अपनी कंपनी द्वारा प्रोड्यूस होने वाले शो से ही हट गया जैक मा का नाम
जानकारी के अनुसार मशहूर टीवी शो “अफ्रीकस बिज़नेस हीरो(Africas Business Heroes)” से भी अचानक ही जैक मा का नाम हटा दिया गया। आपको बता दें की इस शो को प्रोड्यूस करने वाली कंपनी स्वयं जैक मा की ही है। इसके बाद जजिंग पैनल के वेबपेज से उनकी फोटो भी हटा दी गई और प्रमोशन वीडियो से भी फुटेज हटा दिए गए। इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस शो में भाग लेने वाले प्रतियोगियों से मिलने के लिए वे और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते। अलीबाबा के प्रवक्ता ने कहा है कि समय न होने के कारण जैक मा इस शो के फाइनल जज में शामिल होने के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे।
जैक मा ही नहीं इससे पहले भी लापता हुवे लोग
जैक मा संयुक्त राष्ट्र और ग्लोबल चैरीटीज के साथ काम करने के लिए मशहूर है। कोरोना काल के दौरान उन्होंने पूरी दुनिया में लाखों मास्क बाटे थे। इन दिनों उनके ट्विटर अकाउंट से कोई पोस्ट नहीं किया गया था। लेकिन इससे पहले जैक मा लगातार ट्वीट करते रहते थे। चीन बड़ी संख्या में अपने देश मैं ऐसे लोगों को नजरबंद कर चुकी है। जो कम्युनिस्ट पार्टियां शी जिनपिंग सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी शी जिनपिंग की आलोचना करने वाले प्रॉपर्टी बिज़नेसमैन रेन झिकियांग लापता हो गए थे।
जैक मा का करियर
जैक मा ने करियर की शुरुवात काफी चुनौतीपूर्ण रही है। जैक मा ने 30 अलग अलग जगहों पर नौकरी के लिए आवेदन किए लेकिन हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी। जैक माँ सबसे पहले एक पुलिस की नौकरी के लिए आवेदन किए थे, लेकिन उनके डील डौल को देखकर उन्हें पूर्ण रूप से मना कर दिया गया। जीसके बाद वो एक बार KFC में भी नौकरी करने की सोचे जब KFC पहली बार उनके शहर में आया था। इस नौकरी के लिए 24 लोगो ने आवेदन किया था। जिसमे से 23 लोगो का चयन हो गया, लेकिन एकमात्र जैक मा का चयन नही हुआ था। इससे पता चलता है कि जैक मा ने अपने करियर की शुरुवात में कितनी ठोकरे खाई थी।
साल 1994 में जैक मा ने पहली बार इन्टरनेट का नाम सूना . साल 1995 की शुरवात में वो अपने दोस्तों की मदद से अमेरिका गए जहा पहली बार उन्होंने इन्टरनेट देखा। जैक मा ने इससे पहले कभी इन्टरनेट नही चलाया था, जब पहली बार जैक मा ने इन्टरनेट चलाया तो उन्होंने “beer ” शब्द खोजा। उन्हें Beer से संबधित कई जानकारी अलग अलग देशो से प्राप्त हुई लेकिन ये देखकर वो चौक गए कि उस सर्च में चीन का नाम कही नही था। अगली बार उन्होंने चीन के बारे में सामान्य जानकारी ढूंढने की कोशिश की लेकिन फिर वो चौक गए कि चीन की कोई जानकारी इन्टनेट पर उपलब्ध नही थी।
अलीबाबा कंपनी की शुरुआत
जैक मा कुछ दिन सरकारी काम करने के बाद वापस आ गए और उन्होंने अपने 17 दोश्तों को भी इन्वेस्ट करने के लिए रजामंद किया। इस तरह उन्होंने अपने मित्रों के साथ मिलकर अलीबाबा कंपनी की नींव रखी। शुरुआती समय में इस कंपनी का ऑफिस अपना खुद का अपार्टमेंट बनाया। इन दिनों अपने दोस्तों के इन्वेस्टमेंट के अलावा उनके पास किसी और दूसरे पूंजी का माध्यम नहीं था। लेकिन बाद में साल 1999 तक दूसरी कंपनियों की मदद से उनका निवेश 25 मिलियन डॉलर और बढ़ गया।
चीन के लोगों का विश्वास जीतने के लिए और उन्हें इंटरनेट पर व्यवस्था करना सिखाने के बाद अब जाकर यह कंपनी दुनिया के विशाल कंपनियों में से एक बन चुकी है। एक छोटे से गांव का लड़का जिसके पास खर्च करने के लिए ₹1 रुपया भी नहीं था, वह इतनी बड़ी कंपनी को स्थापित करने में सफल हुवे। और ऐसा केवल इस वजह से ही संभव हो पाया क्योंकि उनमें इतना उत्साह व जिज्ञासा था, कि वह हर वक्त कुछ नया सीखने व कुछ नया कर दिखाने की कोशिश करते थे। जिस इंसान में सीखने की तलब होती है वेसे इंसान का सफलता की बुलंदियों को छूना तय हो जाता है। वे लोग असफल होने के बाद भी एक ना एक दिन सफलता के पायदान पर पहुंच जाते हैं।
जैक मा ने साल 1994 में पहली बार इंटरनेट का नाम सुना था जिसके बाद साल 1995 में वे अपने दोस्तों के साथ इंटरनेट के विषय में जानकारी लेने के लिए अमेरिका पहुंचे। अमेरिका में उन्होंने पहली बार इंटरनेट देखा और इंटरनेट चलाया। उन्होंने इंटरनेट पर सबसे पहले “Bear” शब्द को खोजा। वहां उन्हें उस शब्द के बारे में अलग अलग वेबसाइटो से कई प्रकार की जानकारियां मिली। उन्होंने जब अच्छे से इस पर ध्यान दिया तो उन्होंने देखा कि इंटरनेट पर चीनी भाषा में इस विषय पर कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं थी।
यहां तक कि उन्होंने चीन देश के विषय में भी इंटरनेट पर सर्च किया जिसके बारे में भी इंटरनेट पर उनको कोई जानकारी नहीं मिली। अपने देश की जानकारी इंटरनेट पर ना पाकर जैक मा बहुत ही दुखी हुए, क्योंकि उन्हें लगा कि दूसरे देशों के मुकाबले टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में चीन बहुत पीछे है। जैक मा और उनके अमेरिकी दोस्त ने मिलकर चीन की जानकारीयो से भरपूर अपनी पहली वेबसाइट बनाई। वेबसाइट बनाने के कुछ घंटों के अंदर ही चीनी लोगों के ईमेल आने लगे, यह देख कर जैक मा को इंटरनेट की ताकत का पता चला।
जैक मा के कुछ अनमोल विचार —
- मैं चाहता हूं कि लोग यह जाने की लोकतंत्र का मतलब क्या होता है। किसी भी कार्य को सिद्ध करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है आपमें धैर्य का होना।
- अलीबाबा एक ऐसा सिस्टम है जो छोटे व्यवसायों को फलने-फूलने में मदद करता है।
- कभी भी कीमतों पर प्रतिस्पर्धा मत करो बल्कि सेवाओं और इनोवेशन पर प्रतिस्पर्धा करो।
- दूसरों की सफलता से सीखने के बजाय उनकी गलतियों से सीखना चाहिए और इनोवेशन पर प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए।
- हमारे पास कभी भी पैसों की कमी नहीं होती हमारे पास कमी होती है तो बस सपने देखने वाले लोगों की जो अपने सपनों के लिए मर सके।
- आपके बुरे दिनों में आपको बहुत ज्यादा फोकस होना पड़ता है और अपनी ताकत पर नहीं बल्कि अपने दिमाग पर भरोसा करना होता है।
- आपको अपने विपक्षी से हमेशा सीख लेनी चाहिए, लेकिन कभी भी नकल नहीं करनी चाहिए, अगर आप नकल कर लिए तो समझिए कि आप हार गए।