Wednesday, June 7, 2023
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आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस (Republic Day) के बारे में, गणतंत्र दिवस क्यों और कैसे मनाया जाता है।

  भारत में हर साल 26 जनवरी (26 January) को गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाया जाता है। क्योंकि 26 जनवरी साल 1950 के दिन हमारे देश में संविधान लागू हुआ, जिसके बाद से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। एक स्वतंत्र गणराज्य बनने के उद्देश्य से भारतीय संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर साल 1949 को भारतीय संविधान अपनाया गया था। डॉ. भीमराव अंबेडकर (B. R. Ambedkar) ने संविधान को दो साल, 11 महीने और 18 दिनों में तैयार करके राष्ट्र को समर्पित किया था। आपको बता दें कि हमारा संविधान पुरे विश्‍व में सबसे बड़ा संविधान माना जाता है। इसे बनाने वाली संविधान सभा के अध्यक्ष भीमराव अंबेडकर थे,और पण्डित जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे।  

26 जनवरी के दिन मनाया जाने वाला गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन साल 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। देश में कानून के राज को स्थापित करने और एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और  के लिए पहली बार 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा  संविधान को अपनाया गया। इसके बाद 26 जनवरी साल 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। 
26 जनवरी साल 1950 को क्यों लागू किया गया था 

संविधान को लागु करने के लिए 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया था, क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है। और बाकि दो अवकाश हैं स्‍वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती। लगभग 2 दशक पुरानी इस यात्रा को साल 1930 में केवल एक सपने के रूप में संकल्प किया गया था और हमारे भारत के शूरवीर महान क्रांतिकारियों ने साल 1950 में इसे एक गणतंत्र के रूप में साकार किर दिखाया। और तभी से भारत का एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक राष्‍ट्र के रूप में निर्माण हुआ और एक ऐतिहासिक घटना साकार हुई।

गणतंत्र दिवस का इतिहास 

31 दिसंबर साल 1929 की मध्‍य रात्रि में भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस के लाहौर सत्र के दौरान राष्‍ट्र को स्वतंत्र बनाने की पहल की गई थी। इस सत्र की अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। बैठक में उपस्थित सभी क्रांतिकारियों ने अंग्रेज सरकार के शासन से भार‍त को आजाद करने और पूर्ण रूप में स्‍वतंत्रता को साकार करने के लिए 26 जनवरी 1930 को ‘स्‍वतंत्रता दिवस’ के रूप में एक ऐतिहासिक पहल बनाने की शपथ ली थी जिसके बाद भारत के उन शूरवीरों ने अपनी लक्ष्य पर खरे उतरने की तमाम कोशिशो की जीसके बाद भार‍त एक सचमुच स्वतंत्र देश बन गया।

उसके बाद 9 दिसंबर साल 1946 को भारतीय संविधान सभा की पहली बैठक हुई, जिसमें भारतीय नेताओं और अंग्रेज कैबिनेट मिशन ने भाग लिया। भारत को एक संविधान देने के विषय में कई चर्चाएँ, सिफारिशें और वाद-विवाद हुए। कई बार संशोधन करने के बाद भारतीय संविधान को अंतिम रूप दिया गया जो 3 साल बाद यानी 26 नवंबर साल 1949 को आधिकारिक रूप से अपनाया गया   

26 जनवरी 1950 को कैसे लागू हुआ संविधान 

संविधान निर्माण में कुल 22 समितीयां थी। जिसमें सबसे प्रमुख और महत्त्वपूर्ण समिति थी “प्रारूप समिति” (ड्राफ्टींग कमेटी)  और इस समिति का कार्य था ‘संविधान लिखना’ या ‘निर्माण करना। प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे डॉ. भीमराव आंबेडकर और इस सभा के प्रमुख सदस्य थे जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि। डॉ. आंबेडकर व इस सभा के प्रमुख सदस्यो ने 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया। 

जिसके बाद अनेक सुधार व बदलाव किए गए और फिर सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी साल 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किए और इसके दो दिन बाद 26 जनवरी को देश भर में संविधान लागू हो गया। 26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए इसी दिन संविधान निर्मात्री सभा (कांस्टीट्यूएंट असेंबली) द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता प्रदान की गई। और इसलिए 26 जनवरी को हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

गणतंत्र दिवस पर क्या होता है 

हर साल देश में गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ नई दिल्ली में भव्य समारोह आयोजित होती है। भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रध्वज फहराते हैं। और एक भव्य परेड (Republic Day Parade) आयोजित होती है। यह परेड राजपथ पर आठ किलोमीटर की होती है और इसकी शुरुआत रायसीना हिल से होती है।  राजपथ, इंडिया गेट से होते हुए यह परेड लाल किले पर जाकर समाप्‍त होती है। फिर राष्ट्रगान होता है राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाती है। 21 तोपों की ये सलामी राष्ट्रगान की शुरूआत से शुरू होती है और 52 सेकेंड के राष्ट्रगान के खत्म होने के साथ पूरी हो जाती है। हर साल गणतंत्र दिवस पर राज्यों की झाकियां निकलती हैं। जिसका लाइव प्रसारण TV पर भी होता है। गणतंत्र दिवस के मौके पर खासतौर से झाकियां देखने के लिए  इंडिया गेट बहुत भीड़ होती हैं। इसके अलावा गणतंत्र दिवस के अवसर पर वीरता पुरस्कार भी दिए जाते हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं। इसके बाद हमारी सेना अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करती है। परेड में भारत की तीनों सेनाए थल सेना(Indian Army), जल सेना(Indian Navy), और वायु सेना(Indian Airforce) की टुकड़ी शामिल होती हैं। परेड में तरह तरह की दिखाई जाने वाली झांकियां लोगो का मनोरंजन करती हैं। इस दिन पुरे भारत में उत्त्साह दीखता है। हर जगह राष्ट्रभक्ति के गीत गूंजते हैं और लोग एक दूसरे को गणतंत्र दिवस की शुभकामना देते हैं।   

आइए अब जानते हैं गणतंत्र दिवस से जुडे़ कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में —

  •   हमारे प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कहा था, ”हमने एक ही संविधान और संघ में हमारे पूर्ण महान और विशाल देश के अधिकार को पाया है। जो देश में रह रहे सभी पुरुषों और महिलाओं के कल्याण की जिम्मेदारी लेता है”।   
  •  26 जनवरी, 1950 को पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड राजपथ में ना होकर तत्‍कालीन इर्विन स्‍टेडियम (जो अब नेशनल स्‍टेडियम है) में हुई थी। 
  •  26 जनवरी साल 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था। पूर्ण स्वराज दिवस को ध्यान में रखते हुए भारत के संविधान को 26 जनवरी को लागू किया गया था। 
  •  भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान हैं। 
  •  भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियाँ हैं।  
  •  भारतीय संविधान की रूप रेखा डॉ. भीमराव आंबेडकर ने तैयार किया था। 
  •  भारतीय संविधान का निर्माण करने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। 

यह बहुत ही शर्म की बात है कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी हम आज विभिन्न प्रकार के अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा जैसी समस्याओं से लड़ रहे हैं। हमें फिरसे एक साथ मिलकर अपने देश से बुराइयों को बाहर निकाल कर फेंकना होगा। जिस प्रकार स्वतंत्रता सेनानी नेताओं ने हमारे देश से अंग्रेजों को निकाल फेंका था। हमें अपने देश को एक सफल, विकसित और स्वच्छ देश बनाना होगा इस देश की अशिक्षा, भेदभाव, गरीबी, बेरोजगारी,ग्लोबल वार्मिंग इत्यादि जैसी सारी समस्यायों को अच्छी तरह से समझना होगा और इनका हल निकालना होगा। तो आइए हम सब एक साथ प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम इसी तरह देश की एकता और अखंडता को बनाए रखेंगे और देश के विकासशील हर तरह के कार्यो में योगदान देने के लिए तत्पर रहेंगे।   

Jhuma Ray
Jhuma Ray
नमस्कार! मेरा नाम Jhuma Ray है। Writting मेरी Hobby या शौक नही, बल्कि मेरा जुनून है । नए नए विषयों पर Research करना और बेहतर से बेहतर जानकारियां निकालकर, उन्हों शब्दों से सजाना मुझे पसंद है। कृपया, आप लोग मेरे Articles को पढ़े और कोई भी सवाल या सुझाव हो तो निसंकोच मुझसे संपर्क करें। मैं अपने Readers के साथ एक खास रिश्ता बनाना चाहती हूँ। आशा है, आप लोग इसमें मेरा पूरा साथ देंगे।
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