आप लोगो को तो पता ही है की कोरोना काल के दौरान लोगों की जिंदगियों में बहुत उतार-चढ़ाव हुए हैं। जहां कोरोना वायरस के दौर ने कुछ लोगों को पूरी तरह सड़को पर ले आई तो कुछ लोगों को इस कोरोना काल के दौरान भूखे पेट सोना पड़ा। और आज भी कहीं ना कहीं कोरोना के दौर के से गुजरने के बाद कुछ लोग कई तरह के आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस कोरोना काल के दौरान ही कुछ लोग बहुत तेजी से अमीर बने हैं। कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया में केवल आम आदमी ही नहीं बल्कि अमिर व्यक्ति भी प्रभावित हुए हैं। गरीब अमीर हर एक व्यक्ति पर कोरोना वायरस के दौर का असर हुआ है। हालांकि यह बात अलग है कि यह असर कुछ लोगों के लिए अच्छा रहा तो कुछ लोगों के लिए बहुत बुरा। जैसे कि कुछ लोगों की संपत्ति में कोरोना काल के दौरान बहुत बढ़ोतरी हुई ऐसे लोगों के लिए करोना काल भी अच्छा ही रहा। आज हम आपको इसी बारे में बताएंगे की कितनी तेजी से करोना काल ने कुछ लोगों को बहुत ज्यादा अमीर बना दिया है।
और यह कोई दूसरे व्यक्ति नहीं है बल्कि यह लाभ लेने वाले बिजनेसमैन लोग हैं। जबसे कोरोना महामारी भयानक परिणाम कुछ कम हुए हैं और अर्थव्यवस्था में कुछ हद तक रिकवरी होने लगी है तब से भारत के 7 अरबपतियों ने अपनी संपत्ति में 64 अरब डॉलर जोड़ लिए हैं। साल 2020 में संभव हुआ है जहां कोरोना वायरस ज्यादातर लोगों के लिए गरीबी और अंधेरा लाने वाला काल था। तो वहीं इस साल में कुछ लोग अपने संपत्ति में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी पा लिए हैं।
इंटेक्स के आंकड़े से यह जानकारी मिलती है कि इन 7 अरबपतियों की कुल संपत्ति 11 दिसंबर को 194.39 अरब डॉलर के पास थी और साल 2020 में अब तक इनकी संपत्ति में 50% बढ़ोतरी हो गई है। तो वही रिनूवेबल एनर्जी(Renewable Energy), पोर्ट, टर्मिनल्स और लॉजिस्टिक में अपना साम्राज्य खड़ा करने वाले और प्रथम पीढ़ी के उद्यमी माने जाने वाले गौतम अदाणी ने साल 2020 में अब तक अपनी संपत्ति में 21.1 अरब डॉलर जोड़ चुके हैं। तो वहीं पिछले साल के अंत में उनकी संपत्ति 11.3 अरब डॉलर थी जो कि अब 32.4 अरब डॉलर हो गई है।

मुकेश अंबानी की संपत्ति में बढ़ोतरी
भारत के सबसे अमीर कहलाने वाले भारतीय बिजनेसमैन मुकेश अंबानी ने अपनी कुल संपत्ति में 18.1 अरब डॉलर की बढ़ोतरी कर ली है। उनकी कुल संपत्ति 76.7 अरब डॉलर हो गई हैं। तो वहीं पिछले साल की बात करें तो साल 2019 के अंत तक उनकी संपत्ति 58.6 अरब डॉलर थी। मुकेश अंबानी भारत के सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक हैं। इस कंपनी का तेल गैस, टेलीकॉम और रिटेल में दबदबा है।
तो वहीं सिरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के मालिक भारत के वैक्सीन किंग साइरस पूनावाला की संपत्ति 6.91 अरब डॉलर बड़ी है। उनकी संपत्ति 15.6 अरब डॉलर हो चुकी है। यह कंपनी कोरोना वायरस का वेक्सीन बना रही है पुणे में स्थित श्रीराम शेयर बाजार में लिस्टेड नहीं है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शिव नडार और विप्रो के अजीम प्रेमजी ने 6-6 अरब डॉलर की रकम जोड़ी है।
एचसीएल टेक तीसरी सबसे बड़ी निर्यातक बनी
एचसीएल टेक नडार की कंपनी है और यह भारत के तीसरी सबसे बड़ी आईटी निर्यातक कंपनी मानी जाती है। वर्तमान में इसकी कुल संपत्ति $22 अरब डॉलर है कोरोना के दौरान करोना संकट ने आईटी कंपनियों के लिए सॉल्यूशन ढूंढने का एक नया रास्ता पैदा किया है।
जाने माने निवेशक और हाइपरमार्केट्स डी-मार्ट चैन के मालिक R.K दमानी की संपत्ति 4.71 अरब डालर से बढ़कर 14.4 अरब डॉलर हो चुकी है। सन फर्मा के दिलीप संघवी की संपत्ति
अब 9.69 अरब डॉलर है जो पहले 2.23 अरब डालर थी। तो सोचिए किस तरह और कितनी जल्दी इनकी संपत्ति में बढ़ोतरी हुई है यही नहीं आगे भी देखिए
अडानी की कंपनियों के शेयरों में भी हुई तेजी
गौतम अडानी के स्टॉक की तेजी भी बहुत जबरदस्त रही है। अदानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में ज्यादातर तेजी रही यह शेयर 5 गुना बड़ा है अदानी ग्रीन का मार्केट कैप 31 दिसंबर साल 2019 के 26 हज़ार 40 करोड़ रुपए के मुकाबले से बढ़कर 1.63 करोड़ रुपए हो गया है। अदानी गैस का शेयर 3 गुना बड़ा है। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 1.15 गुना और अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 28% बढ़ा है और अदानी पावर का शेयर 27.91 प्रतिशत के दौरान गिरा है।
भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की छह कंपनियां लिस्टेड है
वैसे तो भारत में मुकेश अंबानी के छह कंपनियां लिस्टेड है। लेकिन उनकी ज्यादातर कमाई रिलायंस इंडस्ट्रीज से ही होती है। बीएसई पर सबसे ज्यादा मार्केट केप 13.56 लाख करोड़ रुपए इसी का है। जो कि अगले वर्ष साल 2019 के 31 दिसंबर तक 9.59 करोड़ रुपए था। और उनकी अन्य पांच कंपनियों के शेयरों में भी अच्छे खासे बढ़ोतरी हुए हैं।