Yahoo एक सर्च इंजन है जोकि ठीक गूगल की तरह ही काम करता है। यह अपने सभी यूजर्स के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब को इंटरनेट में खोज कर सर्च रिजल्ट में प्रदर्शित करता है। आज हम आपको Yahoo के बारे में बताएंगे Yahoo का इतिहास क्या है ? Yahoo की वर्तमान स्थिति क्या है, याहू अकाउंट को कैसे वेरीफाई किया जाता है और यह कैसे काम करता है।
आप लोगों ने तो Yahoo के बारे में सुना ही होगा और कुछ लोग तो अभी भी Yahoo का इस्तेमाल करते होंगे। Yaaho एक सर्च इंजन है जिसमें आप गूगल की तरह कुछ भी सर्च कर सकते हैं। यानी कि गूगल की तरह Yahoo भी एक लोकप्रिय सर्च इंजन है। लेकिन आज गूगल नामक सर्च इंजन ने Yahoo को पूरी तरह से पीछे छोड़ दिया है। आज अगर किसी को भी किसी तरह की जानकारी लेनी होती है तो गूगल का ही नाम पहले आता है। यहां तक कि अगर आप लोगो को किसी तरह की जानकारी की जरूरत होती है तो आप सबसे पहले गूगल की का ही नाम लेते हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब yahoo पूर्ण रूप से सफल स्थिति में था।
याहू में लगभग 10000 कर्मचारी काम करते हैं और Yahoo दुनिया में पांचवी सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली वेबसाइट है याहू के वर्तमान CEO मेरीसा मेयर है।
Yahoo का फुल फॉर्म होता है “Yet Another Hierarchical Officious Oracle” जिससे आप किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। याहू को साल 1995 में लांच किया गया था और आज Yahoo गूगल और Bing के बाद सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला सर्च इंजन है। याहू को आप एक सर्च इंजन से ज्यादा एक Directory मान सकते हैं। क्योंकि याहू सर्च इंजन से ज्यादा यूजर्स को 40 से ज्यादा सेवाएं देता है।
yahoo पर आप कैलेंडर, न्यूज़, इमेज, रियल स्टेट, फाइनेंस, गैजेट, याहू मेल, म्यूजिक, मूवीस, स्पोर्ट्स सभी के बारे में जानकारी पा सकते हैं। जीमेल की तरह Yahoo का भी एक मेल आईडी से जिसे Yahoo मेल कहा जाता है। क्या हुआ अपने क्वेश्चन आंसर सर्विस के लिए लोगों में बहुत लोकप्रिय है।
History of Yahoo
Yahoo की शुरुआत साल 1994 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के 2 स्टूडेंट्स ने किया था। जेरी यांग(Jerry Yang) और डेविड फिलो(David Filo) जिसे एक साल बाद साल 1995 लंच किया गया। जिसके बाद सबसे पहले याहू ने एक कमर्शियल वेबसाइट लॉन्च किया जिसमें न्यूज़ के जरिए खबर और विज्ञापन चलते थे।
जिसके बाद कुछ सालों में इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए Yahoo सबसे बेहतर ठिकाना था। और लोग इस इंजन के जरिए ही सब जानकारी प्राप्त करते थे। Yahoo कंपनी का मुख्य ऑफिस कैलिफोर्निया में स्थित है पहले Yahoo कंपनी का नाम Jerry’S Guide To The World Wide Web था लेकिन बाद में “Yet Another Hierarchical Officious Oracle” है।
Yahoo की सबसे बड़ी गलती
एक समय में Yahoo के पास आज के मशहूर सर्च इंजन गूगल को खरीदने का मौका था। लेकिन याहू ने यह मौका दुर्भाग्य से ठुकरा दिया और वह भी एक बार नहीं बल्कि गूगल ने Yahoo को दोबारा भी मौका दिया था। लेकिन Yahoo ने दोनों बार गूगल का ऑफर ठुकरा दिया और आज गूगल लोगों के सर्च करने का महान साधन बना हुआ है। लोग आज गूगल को ही सबसे पहले मान्यता देते हैं।
याहू ने गूगल के ऑफर को यह कह कर ठुकरा दिया था कि वे नहीं चाहते कि याहू से लोग किसी दूसरे से सर्च इंजन पर जाए। उस समय गूगल ही एक ऐसा सर्च इंजन था जो कुछ सेकेंड के अंदर ही यूजर्स को रिजल्ट दिखा देता था। तब yahoo को गूगल को देने के लिए $ 50 लाख डॉलर ज्यादा लगी जिस कारण Yahoo ने यह मौका ठुकरा दिया। लेकिन आज गूगल 522 अरब डॉलर से भी ज्यादा की कंपनी है। जो पूरे वर्ल्ड पर राज करता है। लेकिन Yahoo अपने तक सीमित रहना चाहता था। जिसका ऐसा ही हुआ भी आज गूगल को हर कोई सब लोग लोगों का लोकप्रिय सर्च इंजन बन गया है और कुछ भी सर्च करने के लिए सबसे पहले गूगल में ही लोग घुस जाते हैं। केवल गूगल ही नहीं बल्कि याहू ने फेसबुक खरीदने का मौका भी ठुकरा।
फेसबुक खरीदने का मौका ठुकरा दिया
साल 2006 में yahoo के पास गूगल की तरह फेसबुक को खरीदने का मौका मिला था। लेकिन Yahoo ने फेसबुक के लिए एक अरब डॉलर की बोली लगाई। लेकिन अपने शेयरो में हुए गिरावट होने के कारण उसने इसे घटाकर 85 करोड़ डॉलर कर दिया। जिस कारण फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने फिर से सोचा और डील से पीछे हट गए और आज फेसबुक का मार्केट कीमत 250 अरब डॉलर से भी ज्यादा है। याहू ने ऐसे ही कई गलतियां की जो याहू की सबसे बड़ी गलती साबित हुई।
Microsoft का ऑफर ठुकरा दिया
साल 2008 में याहू को माइक्रोसॉफ्ट का भी ऑफर भी मिला था। अगर Yahoo उस समय चाहता तो अपनी बुरी स्थिति को टाल सकता था। तब माइक्रोसॉफ्ट गूगल की चुनौती से निपटने में लगा हुआ था। माइक्रोसॉफ्ट याहू के लिए 4 अरब डॉलर देने के लिए तैयार था लेकिन याहू के बोर्ड को तब यह रकम बहुत कम लगा और अब याहू सिर्फ 5 अरब डॉलर की हो गई है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो याहू अब लगभग खत्म ही हो गई है और याहू का अस्तित्व भी उसका इतिहास ही बन कर रह गया है। क्योंकि इतिहास में ही याहू की स्थिति अच्छी रही अब याहू जापान में 33.5 स्टेक और चीन के दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा में 15 प्रतिशत की हिस्सेदारी रह जाएगी।
Yahoo के अकाउंट को वेरीफाई कैसे किया जाता है
याहू के अकाउंट को वेरीफाई करने के लिए सबसे पहले इस वेबसाइट https://login.yahoo.com/ पर जाना होता है। और फिर Don’T Have And Account Sign Up पर क्लिक करना होगा। Sign Up पर क्लिक करने के बाद
फर्स्ट नेम, लास्ट नेम, ईमेल एड्रेस, पासवर्ड, मोबाइल नंबर, डेट ऑफ बर्थ इत्यादि जानकारी भरने के बाद कंटिन्यू पर क्लिक करें। अब आप देख सकते हैं कि एक बॉक्स में मोबाइल number होगा जो आपने साइन अप करते समय यूज किया था। फिर आप Texe Me An Account Key पर क्लिक करना है। अब आपके मोबाइल नंबर पर एक टेक्स्ट मैसेज आएगा, जिसे आप वहां डालकर Verify पर क्लिक करें। ऐसा करने से आपका Yahoo अकाउंट वेरीफाई हो जाएगा।
साल 2016 में अमेरिकी टेलीकॉम कंपनी वेरिजोन ने याहू को 480 करोड़ डॉलर में खरीदा था और इस खरीद के बाद किसी हैकर ने याहू के करीब 50 करोड़ यूजर अकाउंट की जानकारी हैक कर ली।
Yahoo के सर्विसेज (Services)
- Yahoo entertainment
- Yahoo Finance
- Yahoo mobile
- Yahoo Mail
- Yahoo news
- Yahoo music
- Yahoo search
- Yahoo shopping
- Yahoo research
- Yahoo Lifestyle
- Yahoo Sports
- Yahoo small business
- Yahoo Groups
- Flicker
- Tumblar