Tuesday, September 26, 2023
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क्रिप्टो करेंसी क्या है ? जानिए इसके फायदे और नुकसान के बारे में।

देश और दुनिया के किसी भी जगह अपनी अपनी आवश्यकता के हिसाब से आपसी लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए एक मुद्रा की जरूरत होती है ताकि उसका उपयोग सुचारू रूप से हो सके। इसीलिए हर एक देश की अपनी अलग अलग मुद्रा होती है जैसे कि हमारे भारत में हमारे इंडिया में रुपया ऐसे ही अमेरिका में डॉलर चलते हैं। यह सब ऐसी करेंसी होती है जिसे आप देख सकते हैं, छू सकते हैं और जरूरत पड़ने पर किसी भी स्थानीय देश में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन अगर बात करें क्रिप्टो करेंसी की तो यह बाकि करेंसियो से बिल्कुल ही अलग होती है यानी कि क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है। जिसे आप ना तो देख सकते हैं, ना छू सकते हैं, क्योंकि क्रिप्टो करेंसी का भौतिक रूप में मुद्रण नहीं किया जाता यानी कि यह एक आभासी मुद्रा होता है और पिछले कुछ सालों में यह मुद्दा काफी प्रचलित हुई है।

क्रिप्टो करेंसी कंप्यूटर एल्गोरिथ्म परभणी मुद्रा होती है यह एक ऐसा स्वतंत्र मुद्रा होता है। जिसका कोई मालिक नहीं होता। यह करेंसी किसी भी अथॉरिटी के काबू में भी नहीं होती है। रूपया, डॉलर, यूरो या प्रत्येक देश के मुद्राओं की तरह इस मुद्रा का संचालन किसी राज्य या देश, संस्था या सरकार द्वारा नहीं किया जाता। क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी होता है यानी कि आभासी मुद्रा होता है जीसके लिए क्रिप्टो करेंसी का प्रयोग किया जाता है। इस मुद्रा का प्रयोग किसी वस्तु की खरीदारी या कोई सर्विस को खरीदने के लिए किया जा सकता है।

यह एक ऐसी मुद्रा होती है जिसका इलेक्ट्रॉनिक अनुप्रयोगों के माध्यम से आदान-प्रदान किया जाता है। जो अनुप्रयोगो, वेबसाइट या एक्सचेंज प्लेटफार्मो के माध्यम से आयोजित होते हैं। और यह एक व्यापारी से दूसरे व्यापारी के बीच होती है, जिसका मतलब होता है कि व्यापार के दौरान कोई मध्यस्थ नहीं है। हर एक क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी तकनीक पर आधारित होती है, जो लेनदेन का संचालन करने वाले दो साथियों के बीच अधिक या कम जानकारी दर्ज करके लेन देन को सुरक्षित करना संभव करती है। क्रिप्टो करेंसी बनाने की के कार्य को “खनन या माइनिंग” कहा जाता है। और जो लोग क्रिप्टो करेंसी बनाने के कार्य वर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़े रहते हैं उन्हें “खनिक या माइनर” कहा जाता है।

क्रिप्टो करेंसी की एक खास बात यह है कि यह विकेंद्रीकृत मुद्रा होती है। जिसका मतलब होता है कि वे किसी भी केंद्रीय प्राधिकरण के द्वारा नियंत्रित नहीं है, पारंपरिक फ़िजी मुद्राओं के विपरीत, जो कि केंद्रीय बैंकों के द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं।

क्रिप्टो करेंसी के बारे में विशेष बातें

आभासी मुद्रा —  नोटों और सिक्कों के विपरीत क्रिप्टो करेंसी मुद्रा का कोई भौतिक रूप नहीं होता है। हालांकि इस करेंसी को किसी दूसरे मुद्राओं की तरह ही उपयोग किए जाते हैं यानी की खरीददारी, स्थानांतरण, वित्तीय लेनदेन इत्यादि।

पियर टू पियर — “पियर टू पियर” नाम का यह शब्द कंप्यूटर नेटवर्क मॉडल के प्रकार का प्रतिनिधित्व करता है।

विकेंद्रीकृत — “विकेंद्रीकृत” का अर्थ यही होता है की, जब एक ग्राहक दूसरे ग्राहकों डाटा भेजता है तो वह डाटा एक मध्यवर्ती सर्वर से नहीं गुजरता।

क्रिप्टो करेंसी का “क्रिप्टो” शब्द इस सिद्धांत से आया है की एक एन्कप्टेड मुद्रा होता है। जो केवल उस व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा सकता है जो इसे रखता है। असल में, सिर्फ डिस्क्रिप्शन कोर्ट वाला व्यक्ति ही क्रिप्टोकरंसी का उपयोग कर सकता है। डिक्रिप्शन कोड  एक पासवर्ड के साथ अंगूठे की छाप या किसी दूसरे प्रकार के सुरक्षा भी हो सकती है।

साल 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) ने क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत में क्रिप्टो करेंसी का कारोबार करने वालों की संस्था इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इसे चुनौती देते हुए कहा था कि भारत सरकार ने क्रिप्टो करंसी पर रोक नहीं लगाई है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने साल 2020 के मार्च महीने में क्रिप्टो करेंसी में व्यापार करने की अनुमति प्रदान कर दी।

क्रिप्टो करेंसी क्या है ? जानिए इसके फायदे और नुकसान के बारे में।

क्रिप्टो करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है और इस करेंसी में सबसे लोकप्रिय करेंसी की बात करें तो वह है बिटकॉइन। बिटकॉइन को साल 2009 में लांच किया गया था और इसके बाद से कई और करेंसी लांच किए गए।

जब बिटकॉइन लांच हुआ था तब दुनिया भर में रोजाना एक करोड़ डॉलर की ट्रांजैक्शन होती थी। लेकिन आज के समय में बिटकॉइन की एक ट्रिलियन डॉलर की ट्रांजैक्शन की जा रही है तो एक डॉलर की कीमत से शुरू होने वाला बिटकॉइन आज 1200 डॉलर की कीमत तक पहुंच गया है। अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि भविष्य में क्रिप्टो करेंसी का कैसा ग्रोथ रहने वाला है।

बिटकॉइन के अलावा भी कई करेंसी उपलब्ध हुए हैं जिनका प्रयोग आजकल बहुत ज्यादा हो गया है जैसे कि रेड कॉइन, सिया कॉइन, सिस्कोइन, वॉइस कॉइन, मोनरो कॉइन इत्यादि।

क्रिप्टो करेंसी कैसे खरीदे 

कॉइनबेस सुपर क्लीन यूजर इंटरफेस प्रदान करता है और अगर आपको क्रिप्टो करेंसी में व्यापार का कोई एक्सपीरियंस नहीं है तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आज कई ऐसे वेबसाइट मौजूद हैं जो आपको क्रिप्टो करेंसी में व्यापार करने की पूरी जानकारी देती है।  इसके अलावा भी आप जैसे ही इन वेबसाइटो में लॉगिन करेंगे तो आपको जल्दी कुछ बिटकॉइन रिवॉल्ट के तौर पर भी मिल जाते हैं। सबसे पहले आप डिजिटल कॉइन खरीद कर शुरुआत कर सकते हैं और वे डिजिटल कॉइन आपके डिजिटल वॉलेट में जाएंगे।

क्रिप्टो करेंसी में भुगतान कैसे करें 

भुगतान करने की बात करें तो क्रिप्टो करेंसी की मदद से ट्रेडिंग की जाती है। साथ ही आप क्रिप्टो करेंसी के द्वारा भुगतान भी कर सकते हैं। मान लीजिए अगर आप कोई व्यवसाय करते हैं तो व्यापार के लिए प्रोडक्ट तो आप खरीदते ही होंगे उन प्रोडक्ट्स को खरीदने के बाद आप क्रिप्टो करेंसी से भुगतान कर सकते हैं। इससे आपका फायदा यह होगा कि आपको व्यापार में कुछ बिटकॉइन रिवार्ड के तौर पर वापस मिल सकते हैं।

अब बात करते हैं क्रिप्टो करेंसी के फायदे के बारे में 

किसी भी वस्तु के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं। इसीलिए हम आपको क्रिप्टो करेंसी के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में बताएंगे। फिर भी हम यह जरूर कह सकते हैं कि क्रिप्टो करेंसी के फायदे अधिक है और घाटा कम है।

हम यह कह सकते हैं कि क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है जिसमें धोखाधड़ी की उम्मीद कम होती है।

क्रिप्टो करेंसी में अधिक पैसा होता है इसीलिए क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें कीमते बहुत तेजी से बढ़ती है।

क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी करेंसी है जिससे ऑनलाइन खरीदारी जैसे किसी भी प्रकार के काम में पैसे का लेनदेन करना होता सरल है।

क्रिप्टो करेंसी को कोई अथॉरिटी कंट्रोल नहीं करती जिस कारण नोटबंदी और करेंसी का मूल्य घटने जैसा किसी प्रकार का खतरा नहीं होता।

इस करेंसी का सबसे अच्छा फायदा होता है कि इसमें तय नहीं है कि देश से बाहर कितना पैसा भेजा जा सकता है और कितना मंगवाया जा सकता है। आप क्रिप्टो करेंसी खरीद कर देश के बाहर भेज सकते हैं और फिर उसे पैसे में रूपांतरित किया जा सकता है।

क्रिप्टो करेंसी यानी कि डिजिटल लेनदेन इसके जरिए यह फायदा है कि इस लेन-देन में पारदर्शिता बनी रहती है। इसके अलावा इस प्रोसेस को करने के लिए ज्यादा कुछ करना भी नहीं पड़ता यह काफी आसान होता है साथ ही यह बाकी तरीकों के मुकाबले काफी हद तक सिक्योर भी होता है।

आइए अब जानते हैं क्रिप्टो करेंसी से होने वाले नुकसान के बारे में

क्रिप्टो करेंसी तो एक डिजिटल करेंसी है यानी कि इंटरनेट करेंसी और इंटरनेट करेंसी होने के कारण इसे आसानी से हैक किया जा सकता है। और इस करेंसी को किसी भी सेंट्रल एजेंसी के द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता। इसीलिए किसी ग्राहक का पैसा डूबने या समस्या को हल करने के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं होती यानी कि बिटकॉइन के जरिए लेनदेन करने वाले ग्राहकों को फाइनेंशियल और लीगल रिस्क उठाना पड़ता है। तो वहीं मीडिया रिपोर्ट यह भी बताती है कि बिटकॉइन का इस्तेमाल गैरकानूनी लेनदेन और आतंकवादी गतिविधियों के इस्तेमाल के लिए भी किया जाता है।

क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा नुकसान यह है की इसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं होता है। क्योंकि इस करेंसी का मुद्रण नहीं किया जाता ना ही इस करेंसी के लिए कोई बैंक अकाउंट या पासबुक खोला जा सकता है। जैसा कि हमने बताया कि इस करेंसी का फायदा है की इस करेंसी की कीमत में बहुत अधिक उछाल देखने को मिलती है, उसी प्रकार इसकी कीमत में बहुत ज्यादा गिरावट भी देखी जाती है। जिस कारण क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना थोड़ा जोखिम भरा सौदा होता है। इस करेंसी का उपयोग गलत कामों के लिए भी किया जाता है जैसे कि हथियार की खरीद, नशीली चीज है अफीम की सप्लाई, कालाबाजारी से जुड़ी कई काम आसानी से किए जाते हैं। क्योंकि इसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच ही होता है।

इसका एक नुकसान यह भी है की इसके हैक होने के चांसेस उतने आसान नहीं है क्योंकि इसमें सुरक्षा के पूरे इंतजाम होते हैं। लेकिन इसका कोई मालिक ना होने के कारण इसके हैक होने के चांसेस को अनदेखा नहीं कर सकते।

इसका एक सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि अगर आप कोई गलत ट्रांजैक्शन कर देते हैं तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते।

क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कानूनी तौर पर वैध है या अवैध

आप लोग सोच रहे होंगे कि क्रिप्टो करेंसी का उपयोग वैध होता है या अवैध लेकिन इसका जवाब आप जिस देश में रहकर इसका उपयोग कर रहे हैं उसपर निर्भर करता है। क्योंकि कुछ देशों में क्रिप्टो करेंसी को कानूनी तौर पर मान्यता मिली है तो कुछ देशों में इसे मान्यता नहीं दी गई है। कुछ देशों ने इसे “ग्रे जोन” में भी रखा है यानी कि इसे औपचारिक तौर पर बैन भी नहीं किया है और ना ही इसके प्रयोग की अनुमति दी है।

Jhuma Ray
Jhuma Ray
नमस्कार! मेरा नाम Jhuma Ray है। Writting मेरी Hobby या शौक नही, बल्कि मेरा जुनून है । नए नए विषयों पर Research करना और बेहतर से बेहतर जानकारियां निकालकर, उन्हों शब्दों से सजाना मुझे पसंद है। कृपया, आप लोग मेरे Articles को पढ़े और कोई भी सवाल या सुझाव हो तो निसंकोच मुझसे संपर्क करें। मैं अपने Readers के साथ एक खास रिश्ता बनाना चाहती हूँ। आशा है, आप लोग इसमें मेरा पूरा साथ देंगे।
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