बिहार के पटना जिला प्रशासन ने लोगों से अपने अपने घरो पर रहकर छठ पूजा करने की अपील की है। इसी के साथ अगर तालाब किनारे पूजा करने जाते हैं तो अर्घ देने के दौरान हर व्रतधारी से डुबकी नहीं लगाने का आग्रह किया गया है। इस संबंध में शासन की ओर से प्रचार-प्रसार किए जा रहें है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग ने छठ महापर्व में कोरोना से बचाव के लिए कई दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार छठ पर्व के दौरान बुखार से ग्रस्त व्यक्ति और 60 साल से ऊपर के व्यक्ति 10 साल से कम उम्र के बच्चे व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को सलाह दी गई है कि वह घाट पर ना जाके घर पर ही रहे। घाट पर जाने वाले हर एक व्यक्ति को मास्क पहनना अनिवार्य बताया गया है। साथ ही हर एक व्यक्ति को आपस में 2 गज की दूरी का पालन करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी कुमार रवि ने कोरोना काल में छठ पूजा के सुचारू आयोजन करने को कहा है साथ ही लोगों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्गत परामर्श पालन करने की अपील की गई है।

पूजा में गंगा घाट का बहुत महत्व होता है ऐसे में घाटों पर भीड़ जमना तो अनिवार्य है। इसीलिए छठ महापर्व पर गंगा घाटों के किनारे अधिक भीड़ ना हो और ज्यादातर लोग अपने अपने घरों में ही छठ पर्व को करें इसे लेकर जिला प्रशासन ने एक नई पहल की शुरुआत की है। प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और डीएम कुमार रवि ने छठ पूजा समितियों से संबंधित अधिकारियों वार्ड पार्षद के साथ बैठक करके निर्णय लिया कि प्रत्येक मोहल्ले में नगर निगम के माध्यम से गंगाजल पहुंचाया जाएगा। ताकि लोग गंगा के पानी के लिए घाटों पर ना जाए और घरो में, घर की छतो पर करने वाले लोगों को सुविधाजनक तरीके से गंगा का पानी मिल सके। इसके लिए प्रशासन में नगर निगम के माध्यम से गंगाजल पहुंचाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा प्रत्येक वार्ड सदस्य और पूजा समिति को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने स्तर से भी लोगों के घर पर छठ करने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि कोरोना से बचा जा सके और घाटों पर भीड़ ना जमे। आयुक्त ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया है की वे अधिक और कम टैंकर की आवश्यकता अनुसार इलाकों की गिनती करें। इसके अनुसार एक कार्य योजना बनाएं ताकि लोगों को गंगाजल पहुंचाया जा सके।
इधर डीएम ने कहा कि छठ पूजा को देखते हुए हर तरह शहर की सफाई हो जानी चाहिए। ताकि व्रत करने वालों को परेशानी ना हो सके ऐसे में अगर किसी गली मोहल्ले में गंदगी दिखती है तो स्थानीय लोग वार्ड पार्षद या नगर निगम के कार्यालय में इसकी सूचना दे सकते हैं। ताकि उसकी समय पर सफाई कराई जा सके। गंगा घाट के अलावे जो छोटे-मोटे तलाब होते हैं वहां भी लोगों से कहा गया कि पर्व करने के लिए अधिक संख्या में ना जाए। छठ पूजा समितियों ने बड़े-बड़े घाटों पर आयोजन का प्रशासन का सुझाव देते हुए कहा कि गंगा नदी में जो बड़े-बड़े घाट है वहीं पर छठ के आयोजन की जाए जो छोटे घाट उन्हें बंद ही रखा जाए।
छठ पूजा समिति और वार्ड पार्षदों की बैठक में जिला प्रशासन की ओर से जब सुझाव मांगी गयी तब ज्यादातर छठ पूजा समितियों ने यही कहा कि जो प्रमुख बड़े बड़े गंगा घाट है वहां पर छठ करने की इजाजत दी जाए। हालांकि वहां भीड़ ना हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था भी होनी चाहिए क्योंकि बड़े घाटो पर भीड़ होने पर दूरी का ध्यान रखा जा सकता है। लेकिन छोटे घाटो पर भीड़ होने पर दूरी नहीं बनाई जा सकेगी इसीलिए छोटे घाटो को बंद ही रखा जाए। पूजा समितियों का कहना था कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए घाट की तैयारी के स्तर को भी इस बार कम करने का प्रयास किया जाएगा। यह आस्था का पर्व है इसीलिए बहुत से लोग होंगे जिसकी मन्नत होगी गंगा के घाट पर छठ व्रत करने का ऐसे में घाटों पर प्रशासन और नगर निगम की ओर से पूजा की व्यवस्था करनी चाहिए।
पूजा अर्चना करने का समय कम कीया जाए
गंगा घाट पर बच्चे बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण संक्रमण अभी भी है। इसीलिए भीड़ होने पर कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रकोप हो सकता है। साथ ही छठ व्रतधारियों से यह अपील की गई है की पूजा अर्चना करने की समय अवधि कम रखें। ताकि बहुत देर तक भीड़ ना हो सके।

जितना हो सके लोग अपने घरों पर ही छठ करें इसके लिए जिला प्रशासन अपने स्तर से प्रचार-प्रसार करेगा। नगर निगम के कचरे वाले वाहन, ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा, सरकारी बस आदि पर पोस्टर भी लगाए जाएंगे। जिसमें लोगों से कहा जाएगा कि वह घर पर ही छठ करें।
छठ पूजा को लेकर जारी किए गए कुछ गाइडलाइन
- घाट की व्यवस्था को समय रहते दुरुस्त किया जाएगा।
- नगर निगम के माध्यम से हर मोहल्ले में गंगाजल पहुंचाया जाएगा।
- जिनके घरों में व्यवस्था है वह घर की छत ऊपर पूजा करें।
- गंगा घाट पर गाड़ी आने नहीं दिया जाएगा।
- वार्ड पार्षदों को जिम्मेवारी दी जाएगी।
- बच्चा बच्चा बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं को घाट पर आने से रोका जाएगा।
- इस साल किसी तरह का सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा।
- गंगा घाट पर हर किसी को मास्क पहनकर आना होगा और घाट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी।
दिल्ली सरकार ने जारी किया पत्र
दिल्ली की बात करें तो दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली में पब्लिक प्लेस पर छठ पर्व मनाने की अनुमति नहीं होगी। दिल्ली सरकार ने एक पत्र जारी किया जिसमें कहा गया है कि पब्लिक प्लेस पर छठ पूजा नहीं होगी। दिल्ली में देखे गए कोरोना केस के बढ़ते मरीजों की संख्या और इतने मौतों के बाद सरकार अब कोरोना से विशेष सतर्कता बरत रही है। ऐसे में छठ पूजा पर घाटों पर जाने की अनुमति देने से कोरोना वायरस का खतरा भारी पैमाने पर देखा जा सकता है। अभी भी दिल्ली में लगातार कोरोना मरीज़ो की संख्या बहुत ज्यादा है। छठ पर्व में घाटो पर भीड़ की तादाद काफ़ी ज्यादा होती है इसीलिए घाटोपर जाने में ही रोक लगा दिया गया है।
इस फैसले से लाखों लोगों पर असर पड़ेगा
जानकारी अनुसार बताया जा गया कि दिल्ली सरकार द्वारा किए गए इस फैसले से लाखों लोग प्रभावित होंगे। दिल्ली हमारे देश की राजधानी है जहां पर लाखों यूपी और बिहार के परिवार रहते हैं और वे हर साल छठ पूजन करते हैं। दिल्ली में छठ त्यौहार के समय घाटों पर मेले से भी बढ़कर भीड़ देखने को मिलते हैं यहां पर हजारों की तादात में परिवार छठ मनाने के लिए जाते हैं। दिल्ली में रहने वाले प्रमुख घाट जैसे की जमुना, राजघाट, सचिवालय, हिंडन घाट कई जगहों पर छठ मनाने वालों की भीड़ काफी ज्यादा होती है। ऐसे में उन्हें जो दिल्ली में छठ मनाते हैं उनके लिए भारी समस्या होगी कि वे गंगा घाट पर नहीं जा सकेंगे।
लेकिन हम सरकार द्वारा दिए गए फैसले को भी अनसुना नहीं कर सकते। क्योंकि हमें समझना चाहिए कि आज का जो समय है वह काफी कठिन समय है। पूजा हम घर में रहकर शांति से कर सकते हैं और अगर हम सुरक्षित रहेंगे तो अगले साल से हम चाहे तो ज्यादा धूमधाम से पूजा कर पाएंगे। ऐसे में कोई ज्यादा समस्या की बात नहीं है कि हम इस साल घर पर ही रह कर छठ का पर्व मना लें। हम लोगों को अपने साथ-साथ अपने परिवार अपने देश के लोगों का भी ख्याल करना चाहिए। छठ जैसे पावन पर्व तो हर साल आएंगे लेकिन अगर हम सुरक्षित रहेंगे तो ही हम इस पर्व को हर साल खुशी से मना पाएंगे। इसीलिए ऐसे कठिन समय में हमें सरकार के फैसले का सम्मान करना चाहिए और उनके द्वारा जारी किए नीति- निर्देशों का पालन करना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं की आप लोग भी हमारी बात से सहमत हैं हमारी तरफ से आप सभी को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाए l