नरेंद्र मोदी, अलग-अलग लोगों की नजरों में इनकी अलग-अलग परिभाषा है अलग-अलग शहरों में इस शख्स को लेकर अलग-अलग राय है। कुछ लोग नरेंद्र मोदी को भगवान तुल्य मानते हैं तो वही कुछ लोग नरेंद्र मोदी को एक लुटेरे, अमीरों के हित में सोचने वाला और न जाने क्या-क्या कह कर संबोधित करते हैं। लेकिन कोई कुछ भी कहे मगर ये तो सच है कि वह आज जिस मुकाम पर खड़े हैं उसके लिए दृढ़ निश्चय और धैर्य की जरूरत है। नरेंद्र मोदी ऐसे ही देश के पीएम नहीं बन गए, उन्होंने काफी संघर्ष किया इस मुकाम को पाने के लिए तब जाकर उनको यह पहचान मिली। नरेंद्र मोदी एक ऐसा नाम है जो लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं। बहुत लोग नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर अपने सपनों को पूरे करने की हिम्मत दिखा चुके है जीवन में कुछ बड़ा करने का हौसला दिखा चुके हैं। तो अगर आप लोग भी जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते हैं एक सफल आदमी बनना चाहते हैं तो आप लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिंदगी के सबसे अहम और संघर्षमयी 20 सालों के बारे में जरूर जानना चाहिए। यह समय उनकी सफलता की सीढ़ी थी। एक सफल आदमी को तो हर कोई पहचानता है लेकिन उस सफलता के पीछे की कहानी को कोई नहीं जानता है। तो चलिए आज हम हमारे देश के पीएम नरेंद्र मोदी के 20 साल के कठिन सफर को जानते हैं।
एक निर्वाचित सरकार के प्रमुख के रूप में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा आज से ठीक 20 साल पहले शुरू हुई थी। एक नागरिक होने के नाते हमें मोदी के उस 20 साल के सफर से रूबरू जरूर होना चाहिए।
नरेंद्र मोदी और गुजरात
वह गुजरात के लिए बेहद कठिन समय था जब भुज में भूकंप ने भारी तबाही मचाई। ऐसी कठिन परिस्थिति में, नरेंद्र मोदी ने गुजरात की कमान संभाली। गुजरात के एक मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के दिन से लेकर अब तक नरेंद्र मोदी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
गुजरात से शुरू हुआ विकास का एक चरण समय के साथ साथ 130 करोड़ भारतीयों का सपना बन गया। पीएम मोदी हमेशा सबके लिए विकास के रास्ते पर चले हैं। वह कभी भी अपने और अपनी सरकार के खिलाफ षड्यंत्रों और आधारहीन विवादों से हतोत्साहित नहीं हुए। उनके कार्य और उपलब्धियां उनके चरित्र को दर्शाने के लिए पर्याप्त हैं – चाहे वह सबसे कठिन समय में राहत अभियान हो या गुजरात में विनिर्माण आधार बढ़ाने का संकल्प, राज्य में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक सामाजिक अभियान शुरू करना या इसके लिए पहल करना हो या एक विश्व स्तरीय शहरी बुनियादी ढांचे का निर्माण करना हो। सुशासन के उनके मंत्र और उनकी शुद्धतावादी दृष्टि से विकास का कोई भी पहलू अछूता नहीं रहा है।
आ जाये फिर से गुजरात पर , तो गुजरात नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आशा की किरण बन गया। इसके साथ, पश्चिमी राज्य भी न्यू इंडिया की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने लगे। देश भर से मोदी के करिश्माई नेतृत्व की माँग उठने लगी। धीरे धीरे वे युवाओं के सपनों का प्रतीक बन गये। आखिरकार, भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2013 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया।
नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण का समर्थन और गुजरात के विकास मॉडल कि जनप्रियता, 2014 के लोकसभा चुनावों में एक शानदार जीत के रूप में उभरी।
2014 से पीएम मोदी का नया सफर – PM of India
2014 में एक नया भारत उभरा, जब मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल की। एक ‘प्रधान सेवक’ के रूप में, नरेंद्र मोदी ने गरीबों, पीड़ितों, वंचितों और शोषितों के लिए अपने समर्पण को प्राथमिकता दी। इस बात से कोई भी अनजान नही है कि, जैसे ही उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में सत्ता संभाली, जन-कल्याण कार्यक्रम – मुद्रा योजना, जन सुरक्षा योजना, उज्ज्वला योजना, उजाला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, सौभाग्य योजना, BHIM-UPI योजना, आयुष्मान भारत और पीएम-किसान जैसे लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों ने भारत की छवि को बदल कर रख दिया।
वे गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करते हुए भारतीय संविधान के आदर्शों के प्रति समर्पित रहे। भारतीय संस्कृति और विविधता में एकता के मंत्र को शामिल करते हुए वे हमेशा राष्ट्रहित के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। हमेशा किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहने वाले मोदी ने भारत की छवि को सुधारने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता से वह एक विश्व नेता के रूप में उभरे। और उनके प्रयासों से, भारत जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक ‘विश्व नेता’ बन गया। भारत में चल रहे आर्थिक और सामाजिक विकास आंदोलनों के कारण, आज देश अपने आप को सभी मोर्चों पर सक्षम और सुरक्षित महसूस करता है।
2001 से, नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी यात्रा शुरू की और 20 साल बाद, वे आज भारत के प्रधान मंत्री हैं। गुजरात के सीएम से भारतवर्ष के पीएम के रूप में अपने कार्यकाल में, मोदी सर्वांगीण विकास के रास्ते पर चल रहे हैं।
देश में अपनी पार्टी की स्थिति को मजबूत करते हुए, मोदी ने काफी उतार-चढ़ाव का सामना किया है। लेकिन देश की बेहतरी के लिए किये गए सुधारों, कानूनों और कार्यान्वयनों के लिए उनकी काफी सराहना भी की गयी है। उन देशों में भाषण देने से लेकर जहां कोई भी भारतीय प्रधान मंत्री कभी नहीं गया भारत में वैश्विक नेताओं का स्वागत करने तक, मोदी ने हर क्षेत्र में भारत का नाम विश्व स्तर पर रौशन करके दिखाया है।
डिजिटल युग की ओर भारत का नेतृत्व, मोदी के नेतृत्व में भारत के साथ-साथ उनके राजनयिक संबंधों में भी देश में बड़े बदलाव हुए हैं। सन 2020 का साल किसी के लिए भी एक अच्छा वर्ष नहीं होने के कारण, मोदी ने दो महान कार्य किए जो नागरिकों द्वारा सराहे गए, राफेल विमान को भारत में लाना और राम मंदिर का मुद्दा सुलझाना।
मोदी, अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में, हर रविवार को नागरिकों के हर मुद्दे को संबोधित करते हैं और यह उनका स्वर्णिम टिकट है। सबसे लंबे समय तक सेवारत विश्व नेता में से एक, मोदी को उनके बहुत से कामों के लिए जाना जाएगा, जिन्होंने भारत की स्थिति को आर्थिक और राजनीतिक रूप से बदल दिया, जिसमें स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, जीएसटी सुधार, विमुद्रीकरण, BHIM ऐप, UPI, मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत इत्यादि योजनाएं शामिल हैं।
आज नरेंद्र मोदी जनता के भरोसे का दूसरा नाम हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उन्होंने गरीबों के लिए जो किया है, शायद ही कोई अन्य प्रधानमंत्री अब तक कर पाया है। इस सार्वजनिक भावना और आश्वासन ने बीजेपी को 2019 में पिछले संसदीय चुनावों की तुलना में अधिक सीटों पर जीत हासिल करने में मदद की। हालाँकि, केवल आधा काम पूरा हुआ है और ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मंत्र के साथ न्यू इंडिया के निर्माण की यात्रा अभी पूरी नहीं हुई है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसा नाम है जिसका अर्थ है सफलता और निडरता है। भले ही कोई कुछ भी कहे लेकिन उन्होंने अपने जीवन में जितना हासिल किया, हर किसी के बस की बात नहीं है। उन्होंने जनता से काफी प्यार, आशीर्वाद और दुआ हासिल की जो शायद ही किसी अन्य प्रधानमंत्री को आज तक मिला होगा। हां, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का दौर अलग था। लेकिन उनके बाद से कांग्रेस काफी बदनाम होती चली गई, जिसके परिणाम स्वरूप 2014 में कांग्रेस की भयंकर हार हुई और बीजेपी सरकार सत्ता में आई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए जनकल्यानमयी कार्य आज जनता के सामने हैं और कुछ लोग भले ही मोदी को गलत समझते हो लेकिन यह सत्य कभी नहीं बदल सकता कि कुछ ही समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की काया पलट कर रख दी और यह सब उन्होंने अपने उम्र के उस पड़ाव में आकर किया जब हर कोई अपनी सारी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर आराम के कुछ पल बिताना चाहता है। प्रधानमंत्री ने अपने 70 साल पूरे कर लिए हैं और इस उम्र में भी वह देश के लिए इतना जज्बा और प्रेम दिखाते हैं यह वाकई में सराहनीय है।