दूध(Milk) के गुणों से कोई भी अनजान नहीं है। डॉक्टर्स भी कहते हैं, अगर स्वास्थ्यवान रहना है रोज सोने के पहले कम से कम एक गिलास दूध जरूर पीना चाहिए। रात को दूध पीने से हमें नींद भी अच्छी आती है और शरीर भी स्वस्थ रहता है।
पूरे भारत में दूध की आबादी बहुत ज्यादा है और लोग प्रचुर मात्रा में दूध का इस्तेमाल करते हैं। पर्व त्यौहार से लेकर शादी-ब्याह तक दूध की जरूरत जरूर पड़ती है। जो लोग गाय रखते हैं उनके लिए दूध का व्यवसाय एक बहुत ही अच्छा बिजनेस है।
बात करें रेट की तो कहीं-कहीं दूध का भाव बहुत ज्यादा है तो कहीं कहीं दूध का रेट थोड़ा कम है। गांव इलाकों में, यूपी-बिहार साइड में दूध का भाव कम है क्योंकि वहां आबादी ज्यादा है। एक बच्चे से लेकर बूढ़े तक को दूध की जरूरत पड़ती है।
दूध एक बहुत ही पौष्टिक खाना है, जिसका सेवन लगभग लगभग हर कोई करता है। लेकिन क्या आप लोगों को दूध के प्रकार के बारे में पता है। हम लोग सिर्फ दूध लेते हैं और उसे उबालकर पी जाते हैं लेकिन हम लोगों में से कितने लोगों को पता होता है कि हम जो दूध पी रहे हैं उसमें कितने पोषक तत्व है वह किस प्रकार का दूध है।
आज हम आपको इसी बारे में बताएंगे। आज दूध के दो टाइप के बारे में हम आपको बताएंगे यह जानकारी एक स्टूडेंट से लेकर गृहस्ती तक सबके लिए हेल्पफुल होने वाली है। तो प्लीज इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
बाजार में उपलब्ध दूध के प्रकार
दूध के प्रकार की बात करें तो इन दिनों दो प्रकार के दूध प्रचलन में है, A1 और A2। पूरे भारत में इन दिनों A1 और A2 दूध की आबादी और बिक्री चल रही है। लोग इन्हीं दो प्रकारों के दूध को इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि A1 दूध की आबादी भारत में इन दिनों ज्यादा है और A2 दूध की कम है।
कुछ लोग A1 दूध को ज्यादा पसंद करते हैं और कुछ लोग A2 दूध को। अपनी अपनी पसंद और सुविधा के अनुसार लोग A1 और A2 दूध का उपयोग करते हैं। बच्चों के लिए भी लोग A1 और A2 दूध का इस्तेमाल करते हैं। दोनों ही दूध अच्छे हैं और पोषक तत्व से भरे हैं लेकिन दोनों प्रकार के दूध में थोड़ा सा डिफरेंस है, जिसके बारे में काफी कम लोग जानते हैं और कुछ लोग जानते भी हैं तो उन्हें पूरा नॉलेज नहीं होता।
आज हम A1 और A2 दूध के बारे में जानेंगे। लेकिन उससे पहले चलिए A1 और A2 दूध देनेवाली गायों के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।
A1 दुध देनेवाली गाय
A1 दूध का प्रचलन भारत में सबसे ज्यादा है। लेकिन A1 दूध की तुलना में A2 दूध लोग ज्यादा खरीदते हैं और इस्तेमाल करते हैं। आप लोगों ने जर्सी, होल्सटन, हाइब्रिड इत्यादि गायों के नाम तो सुने होंगे। ग्रामीण इलाकों में खासकर यूपी-बिहार साइड में इस प्रकार के गाय देखने को मिलते हैं। इस तरह की गईओ का साइज बहुत बड़ा होता है। देखने में काफी लंबा और आकर्षक चेहरा होता है इनका।
इस तरह की गाय को भोजन अधिक चाहिए होता है। जर्सी, हाईब्रिड गायें बाहर छोड़ देने पर खुद से घास नहीं खाती। घास काट कर इनको खिलाना पड़ता है। दिनभर इनको हम मैदान में नहीं छोड़ सकते। इस प्रकार की गायें पूरा दिन घर में रहती है और इनको समय समय पर खाना देना पड़ता है।
अगर आप यूपी-बिहार गए हैं तो ग्रामीण इलाकों में आपने अक्सर औरतों और लड़कियों को घास काटते हुए देखा होगा। उस साइड इस तरह की गाय ज्यादा होती है और गायों को खिलाने के लिए अक्सर औरतें और लड़कियां मैदान, में खेत में घास काटने जाती है। इन गायों को जितना अधिक भोजन कराया जाता है उतना ही अधिक दूध देती है।
ग्रामीण इलाकों में लगभग हर घर में गाय होती है और उन लोगों का दूध बेचकर काफी अच्छा खासा इनकम होता है। इस तरह की एक एक गाय 12-15 लीटर या उससे भी ज्यादा दूध देती है।

A2 दूध देनेवाली गाय
A2 दूध देने वाली गायो को देसी गाय कहा जाता है। इस प्रकार की गाय कम परिमाण में दूध देती है और इनको भोजन भी कम देना पड़ता है। इस प्रकार की गायों को हम मैदान में छोड़ सकते हैं। यह लोग दिनभर घास खाकर खुद पेट भर लेती है और शाम को घर आ जाती है। इस प्रकार की गाय का साइज छोटा होता है। देखने में छोटे-छोटे लेकिन यह भी काफी सुंदर होते हैं। इन गायों को कोई भी काबू में कर सकता है।
एक बच्चा भी चाहे तो इस प्रकार की गायों को चारा खिलाने से लेकर दूध निकालने तक का काम कर सकता है।
जबकि A2 का गाय को पालने के लिए किसी अनुभवी व्यक्ति की जरूरत पड़ती है। A2 यानी देसी गायों के दूध भी कम होता है, इनके स्तन भी छोटे छोटे होते हैं। कम समय में ही दूध निकालने का काम पूरा हो जाता है। इस प्रकार की गायों को जल्दी कोई बीमारी भी नहीं लगती और इनको हम कुछ भी खिला सकते हैं। जबकि A2 गायों को हमें सोच समझ कर खाना खिलाना पड़ता है और समय-समय पर उन्हें पशु के डॉक्टरों से चेक भी करवाते रहना रहना पड़ता है।
आइए अब यह जानते हैं कि A1 और A2 दूध में क्या फर्क होता है
इस बात से कोई भी अनजान नहीं है कि दूध में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम पाया जाता है। A1 और A2 दोनों प्रकार के दूध में कैल्शियम और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है, लेकिन दोनों प्रकार के दूध में थोड़ा सा अंतर है। A1 और A2 इन दोनों प्रकार के दूध के अंतर को समझने के लिए सबसे पहले आप लोग इस बात को समझिए।
दूध में प्रचुर परिमाण में प्रोटीन, कैल्शियम, फैट, ओमेगा, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। अब यह जान लीजिए कि प्रोटीन दो प्रकार के होते हैं। Whey प्रोटीन और कैसीन प्रोटीन। कैसीन प्रोटीन के दो प्रकार होते हैं, अल्फा केसीन और बीटा कैसीन। बीटा कैसीन कई रूपों में पाया जाता है। आज तक कुल 15 बीटा कैसीन के बारे में पता लगा है, जिनमें से दो महत्वपूर्ण बीटा कैसीन है A1 और A2।
अब इस बात को आप लोग समझ लीजिए कि बीटा कैसीन एक प्रोटीन है जो अलग-अलग एमिनो एसिड को जोड़कर बनता है। बीटा कैसीन A1 और बीटा कैसीन A2 में सिर्फ एक एमिनो एसिड का फर्क होता है। A1 प्रोटीन में 67वे स्थान पर हिस्टिडिन नाम का एक प्रोटीन होता है। वही A2 प्रोटीन में हिस्टिडिन के स्थान पर प्रोलिन होता है। A1 एवं और A2 दूध में मुख्य रूप से यही फर्क होता है। इस फर्क के अलावा दोनों दूध में कुछ खास फर्क नहीं होता।
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के अनुसार A2 किस्म का दूध A1 दूध से ज्यादा फायदेमंद होता है। जैसा कि हमने पहले ही बताया देसी गाय A2 किस्म का दूध देती है। इस प्रकार की गाय खुले मैदान में हरी, ताज घास खाती है और इनका दूध सेहत के लिए ज्यादा अच्छा होता है। इस प्रकार की दूध देने वाली गाय सफेद ना होकर भूरे रंग की होती है। A1 दूध की तुलना में A2 दूध में अधिक मात्रा में पोषक तत्व और प्रोटीन पाए जाते हैं जो शरीर में कई रोगों से हमें बचाते हैं और हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
A2 दूध पीने वाले व्यक्ति को डायबिटीज, ह्रदय रोग, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का खतरा कम रहता है और इनके रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा होता है। वैज्ञानिकों के वैज्ञानिकों ने तो यहां तक भी कह दिया है कि लंबे समय तक अगर A1 दूध का सेवन किया जाए तो उससे काफी सारी स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा रहता है। आइए अब जानते हैं बच्चों के लिए कौन सा दूध ज्यादा सही है।
बच्चो के लिए कौन सा दूध है ज्यादा सही
अगर बच्चों की बात आती है तो हम थोड़ा एक्स्ट्रा केयरफुल हो जाते हैं क्योंकि बच्चों को अगर कुछ भी गलत खिला दिया जाए तो काफी परेशानी उठाना पड़ सकता है। अगर दूध की बात है, तो बच्चों के लिए A2 किस्म का दूध अच्छा है। क्योंकि यह दूध पचता जल्दी है जिससे बच्चों को पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होती। इसके अलावा इस प्रकार के दूध से दिमाग तेज होता है, शारीरिक वृद्धि होती है। बच्चों के अलावा जो महिलाएं नई नई मां बनी है उनके लिए भी A2 दूध का सेवन फायदेमंद होता है। A2 दूध पीने से feeding आसानी होती है।
अक्सर देखा जाता है कि बच्चे भूख के कारण रोने लगते हैं, ऐसे में बच्चों को अगर कुछ भारी खिला दिया जाए तो कुछ देर तक शांत से रहते हैं। A2 दूध पीने से हमें जल्दी भूख नहीं लगती, प्यास भी नहीं लगती। इसीलिए बच्चों को हम A2 प्रकार का दूध पिलाते हैं, जिससे बच्चे ज्यादा देर तक फुर्ती रहते हैं। इसके अलावा यह दूध सुस्ती और आलस नहीं होने देता जिससे बच्चे खुश भी रहते हैं।
उसके अलावा A2 दूध बच्चों को थकने नहीं देता। जो बच्चे स्कूल जाते हैं, कभी कभी देखा गया है कि कुछ बच्चे जल्दी थक जाते हैं। ऐसे में अगर बच्चों को भोजन के साथ थोड़ा दूध भी पिला दिया जाए स्कूल जाने से पहले तो वह ज्यादा देर तक एक्टिव रह पाते हैं। इसके अलावा A2 दूध बच्चों को बुखार, यूनिटरी ट्रैक की बीमारियां, रक्त की परेशानीया नहीं होने देता। इस दूध में विटामिन D भी होता है जो आसानी से आँतों से कैल्शियम प्राप्त कर लेता है, जो शरीर के लिए काफी अच्छा होता है। कुल मिलाकर अगर आप अपने बच्चों को गाय का दूध पिलाने का सोच रहे हैं तो आप A2 प्रकार के दूध यानी देसी गाय का दूध अपने बच्चे को पिला सकते है

वैज्ञानिक ने साबित करके दिखाया
साल 1993 में एक वैज्ञानिक जो न्यूजीलैंड के रहने वाले थे, उन्होंने एक महत्वपूर्ण खोज की। उन्होंने शोध में पाया कि A1 दूध, टाइप 1 डाईबेटिस, हृदय रोग, न्यूरोलोजिकल डिसीस के लिए कुछ हद तक जिम्मेदार होता है। उनके एक और शोध के मुताबिक A2 दूध पचने में आसान होता है और यह दूध काफी हेल्दी भी होता है। कुल मिलाकर यहां भी निष्कर्ष यही निकला कि A1 के मुकाबले A2 दूध ज्यादा फायदेमंद और हेल्दी होता है।
दूध खरीदते वक्त इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है
मार्केट में मिलने वाले ज्यादातर दूध में मिलावट पाया जाता है, जो हमारे शरीर को फायदा पहुंचाने की जगह उल्टा नुकसान करता है। आजकल लोग दूध बढ़ाने के लिए गाय को तरह-तरह के हार्मोन और एंटीबायोटिक इंजेक्शन देते हैं जिसके चलते दूध की गुणवत्ता में कमी आ जाती है। उसके अलावा बछड़ा न रहने पर कुछ लोग दूध निकालते वक्त मजबूरी में इंजेक्शन का सहारा लेते हैं ताकि पूरा का पूरा दूध बाहर निकल आए। इस तरह से निकाले गए दूध में कुछ अलग तरह के तत्व आ जाते हैं जो शरीर में जाने पर नुकसान करते हैं।
साथ ही बाजार में ले जाते वक्त भी लोग दूध में तरह-तरह की चीज है मिलाते हैं ताकि दूध का परिमाण बढ़ाकर मुनाफा अधिक कमाया जा सके। इसीलिए अगर आप लोग मार्केट से दूध खरीद रहे हैं तो आप लोग इन बातों की जांच अवश्य कर ले। अगर संभव हो तो दूध मार्केट से ना खरीद कर अगर आपके आसपास किसी के घर गाय हैं जो वहां से दूध खरीदें और गाय को किस तरह से पाला जा रहा है उस बात की भी जांच पड़ताल अवश्य करें।
आशा है आप सब को दूध के दोनों प्रकार के बारे में अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा और आप लोगों को यह भी समझ आ गया होगा कि आपकी सेहत के हिसाब से कौन सा दूध आपको लेना चाहिए। अब अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई तो इसको लाइक करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करें। अगर अभी भी आपको दूध के प्रकार के बारे में कोई डाउट है या आप कोई सवाल करना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर पूछें। हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा।