हर साल 29 सितंबर के दिन वर्ल्ड हार्ट डे के रूप में मनाया जाता है। इस खास दिन को मनाने की शुरुआत सबसे पहले साल 2000 में की गई थी। उस समय तय किया गया था कि हर साल यह दिवस सितंबर महीने के आखिरी रविवार को मनाया जाएगा। लेकिन साल 2014 में इस खास दिन को 29 सितंबर के दिन तय किया गया।
कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर डी. के. झाम्ब ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान यह देखा गया है कि लोग तरह-तरह के खाना पकाने और खाने में ज्यादा इंटरेस्ट लेने लगे हैं। इसके नतीजे के फलस्वरुप उनका वजन भी बढ़ गया है। अभी वर्तमान में कोरोना वायरस का वैक्सीन आने में कुछ टाइम लगेगा। इसीलिए हमें आने वाले महीनों में अपने हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए सभी सावधानियों का पालन करना होगा। ह्रदय के समस्या को गंभीरता से लेने के लिए आपको उन खानो को ही चुनना चाहिए जो आपके दिल के साथ पूरे शरीर के लिए सही हो।
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर संजीव गुप्ता ने बताया कि हार्ट की बीमारी के लिए कोई विशेष उम्र की जरूरत नहीं होती है। यह जरूरी नहीं कि हार्ट की बीमारी केवल बड़े उम्र वाले व्यक्ति को ही हो। क्युकी आज कल लोगों के जिंदगी की गति हीन परिस्तिति यानी कि इन एक्टिव लाइफ स्टाइल के कारण हमने 22 साल के व्यक्ति में भी हार्ट अटैक का केस देखा है। और जो लोग कम उम्र में हार्ट अटैक का सामना करते हैं उनमें बहुत ज्यादा रिस्क फैक्टर होते हैं।
World heart day मनाने का उद्देश्य
वर्ल्ड हार्ट डे मनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना चाहिए। आज कल की दुनिया में छोटी उम्र से लेकर बुजुर्ग लोग दिल की बीमारी से पीड़ित है। आए दिन भारत में दिल के मरीज देखने को मिलते हैं। वर्ल्ड हार्ड फेडरेशन के अनुसार हार्ड संबंधी बीमारियों से हर साल करीब 18 मिलीयन मरीजों की मौत हो जाती है। इस साल 2020 में वर्ल्ड हार्ट डे का थीम “यूज हार्ट टू बीट कार्डियोवैस्कुलर डिसीस” रखा गया है।
डॉक्टरों का कहना यह भी है कि इस दौरान कोरोना वायरस फैला हुआ है और कोरोना महामारी के समय दिल के बीमारी लोगों को ज्यादा नुकसान पहुंचा रही है। जिसके वजह से कोविड-19 के डर से दिल के मरीज घर में ही रहने के लिए काफी ज्यादा मजबूर है। कुछ मरीज तो डर के मारे रेगुलर चेक-अप के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं।
जो युवा 35 साल से ज्यादा उम्र के हैं उनका गलत लाइफ स्टाइल और खान पान के खराब आदत के कारण दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ रहा है। पिछले 5 साल में दिल की समस्याओं से पीड़ित लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है। इनमें से अधिकांश 30 से 50 साल के आयु वर्ग के पुरुष और महिलाएं हैं। इन लोगों के पास अपने शरीर और मन को स्वस्थ और शांत रखने के लिए टाइम नहीं है। जिस वजह से लोगों में कई तरह की बीमारियां देखने को मिल रही है। डॉक्टर भी कहते हैं कि लोगों को कम से कम आधे घंटे का एक्सरसाइज करना चाहिए। थोड़ा बाहर भी घूमना चाहिए दिल कि बिमारी से बचने के लिये।
World heart day का इतिहास
विश्व हृदय दिवस पहली बार 1999 में मनाया गया था, जब वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ सहयोग किया था।
हृदय रोगों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए समर्पित एक दिन के लिए विचार की कल्पना 1997 से 2011 तक डब्ल्यूएचएफ के अध्यक्ष रह चुके एंटोनी बेयस डी लूना द्वारा की गई थी। जबकि यह दिन मूल रूप से सितंबर के अंतिम रविवार को मनाया गया था। पहला “Heart Day” 24 सितंबर, 2000 को हुआ था।
World Heart Day 2020 का महत्व
मिलेनियम पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार , अस्पतालों में भर्ती होने वाले COVID-19 रोगियों में से 30 प्रतिशत दिल की बीमारियों का विकास कर रहे हैं या दिल के दौरे के साथ आ रहे हैं। स्वास्थ्य चिकित्सक इस प्रकार मरीजों से सीने में दर्द या दिल से जुड़े अन्य लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं।
इसके अलावा, द इंडियन एक्सप्रेस” केसाथ बातचीत में , हैदराबाद के स्टार हॉस्पिटल्स में कार्डियोलॉजी के प्रमुख डॉ रमेश गुडपति ने कहा कि दिल के दौरे के लक्षण हमेशा मुक्त रूप से परिभाषित नही होते हैं। इस प्रकार कई लोग चिकित्सा सहायता लेने से पहले घंटों इंतजार करते हैं। उनके अनुसार, प्रारंभिक उपचार न केवल हृदय की क्षति को कम करता है, बल्कि यह किसी के जीवन को भी बचा सकता है।
डॉक्टर के अनुसार, COVID-19 महामारी के कारण, वायरस से बचना की चिंता और भय एक सामान्य भावना बन चुकी है, जो स्थिति बिगड़ने पर लोगों को आगे आने और चिकित्सा सहायता लेने से रोकती है। डॉक्टर कहते हैं कि नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाना स्वस्थ रहने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। तो इस Heart Day अपने दिल को हेल्दी रखने का संकल्प ले।
दिल को हेल्दी रखने के लिए अपनाएं यह घरेलू टिप्स

स्वास्थ्यवर्धक आहार ले
दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं अगर, तो आपको अपने खान-पान का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। कुछ भी खाने से पहले आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि उस खाने से आपको कितना फायदा या नुकसान होगा क्योंकि दिल की बीमारियों का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। फल और हरी सब्जियों को रोजाना अपने डाइट में शामिल करें। अगर आप से नहीं खाया जा रहा तो जूस निकालकर पिए लेकिन रोजाना फल और हरी सब्जियों का सेवन जरूरी है। खाना भले ही थोड़ा कम खाएं लेकिन कच्ची चीजों का सेवन जरूर करें। बाहर का खाना जितना हो सके अवॉयड करे। बाहर का खाना दिल की बीमारी का खतरा बढ़ाने के लिए काफी है। इसीलिए बाहर के खाने को हमेशा अवॉइड करके चले।
व्यायाम
किसी भी डॉक्टर से जाकर पूछ ले कोई भी डॉक्टर कोई भी सलाहकार आपको यही कहेगा कि अगर स्वस्थ रहना चाहते हैं तो व्यायाम जरूरी है। ज्यादातर लोग आलस की वजह से व्यायाम नहीं करते लेकिन स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। खास तौर पर आपके दिल का स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए व्यायाम करना बहुत जरूरी है।
घर पर हमेशा काम में व्यस्त हे
ज्यादातर अमीर लोग जिनके घर में काफी नौकर चाकर है उनको काम करने की जरूरत नहीं पड़ती। ऐसे अमीर लोग काम करना भी नहीं चाहते और आपने देखा होगा कि दिल की बीमारी जैसी बड़ी बड़ी बीमारियां ज्यादातर अमीर और बड़े लोगों को ही लगती है। इसका वजह सिर्फ एक ही है कामकाज ना करना। अगर आपके घर में नौकर चाकर है भगवान का दिया हुआ सब कुछ है फिर भी आपको आलस नहीं करना चाहिए। घर के छोटे-मोटे काम आप करते रहे और दिन भर अपने पैरों को चलाते रहे। किसी न किसी काम के बहाने दिन भर टहलते रहे। अगर हो सके तो शाम को थोड़ी देर टहलने के लिए कहीं चले जाए। सुनिश्चित करें कि प्रत्येक दिन आप कम से कम 10000 कदम चलते हो।
नियमित रूप से शारीरिक जांच
नियमित रूप से शारीरिक जांच कराना अनिवार्य है। खासकर अगर आपकी उम्र ज्यादा हो गई है तो आपको हर 6 महीने पर जांच कराते रहना चाहिए। अगर शरीर में कोई भी परेशानी हुई तो तुरंत उसका उपचार किया जा सकता है लेकिन अगर बीमारी ज्यादा पुरानी हो गई तो आपको काफी भारी पड़ सकता है।
पर्याप्त नींद
दिल को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त नींद लेना भी बहुत जरूरी है. आज कल हमारी लाइफ स्टाइल इतनी बिजी हो गई है कि हम चैन की नींद लेना ही भूल गए हैं। दिन-रात बस काम, काम और काम में व्यस्त रहते हैं। लेकिन पर्याप्त रूप से चैन की नींद लेना हमारे लिए बहुत जरूरी है। कम से कम 8 घंटे की नींद हमें जरूर लेना चाहिए। अगर रात को नींद पूरी नहीं हो रही तो दिन में भी एक झपकी ले ले लेकिन पूरी नींद अवश्य ले।
तनाव से दूर रहें
तनाव से जितना हो सके बच कर रहे। हालांकि यह संभव नहीं है कि हम हमेशा खुश रहे, कोई चिंता ना करें लेकिन अपनी सेहत की तरफ ध्यान देते हुए हमें तनाव से बचने का हर संभव प्रयास अवश्य करना चाहिए। तनाव से बचने के लिए जो भी उपाय है, उसे अवश्य करें। किसी अच्छी जगह पर मन बहलाने जाए या फिर किसी मनोवैज्ञानिक की सलाह ले। लेकिन तनाव से जितना हो सके बचकर रहने का प्रयास करें । इनके अलावा आप लोग कुछ आयुर्वेदिक उपचार का सहारा भी ले सकते हैं।
दिल को हेल्दी रखने के लिए आयुर्वेदिक उपचार

हल्दी
हल्दी में सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं। हल्दी एक एंटीबायोटिक है, जो सर्दी जुखाम में काफी मददगार होता है इसके अलावा दिल को दुरुस्त और स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी हल्दी काफी कारगर साबित हुआ है।
बिलबेरी
बिलबेरी दिल को स्वस्थ रखने के लिए काफी कारगर है। इसके सेवन से धमनियों में रक्त संचार सुचारू रूप से होता है, जिससे दिल स्वस्थ रहता है और दिल को बीमारी लगने की खतरा कम रहता है।
हॉथ्रोन बेरी
यह भी दिल को स्वस्थ रखने के लिए काफी कारगर है। आप लोग चाहे तो इसको भी आजमा सकते हैं।
लाल मिर्च
लाल मिर्च ज्यादा खाने से हमारे शरीर में काफी परेशानी आने लगती है, एसिडिटी वगैरा के समस्या हो जाती है, आंख मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन शायद आप लोगों को नहीं पता कि दिल को स्वस्थ रखने में लाल मिर्च कितना कारगर है। दिल कि हर छोटी-मोटी बीमारियों के छक्के छुड़ा है यह लाल मिर्च।
ग्रीन टी
ग्रीन टी का सेवन वैसे ही हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। दिल को स्वस्थ रखने में भी ग्रीन टी काफी कारगर साबित हुआ है। ग्रीन टी के सेवन से हमारी कोशिकाए और धमनियों में रक्त का संचार भली-भांति होता है, जिससे दिल की बीमारी नहीं लगती।
लैवेंडर
आप सभी को भी लग सकता है कि लैवेंडर किस प्रकार हमारे दिल की सुरक्षा कर सकता है। लेकिन यह वाकई में दिल को स्वस्थ रखने में कारगर साबित हुआ है। यह दिल को छोटी-मोटी बीमारियों से रक्षा करता है।
मदरवॉट
इस हर्ब के सेवन से हमारे दिल को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है साथ ही अगर दिल की बीमारी लग भी गयी है तो काफी राहत मिलती है। रोगी की हालत में सुधार होता है।
अर्जुन
एक चम्मच अर्जुन का छाल ले लीजिए और उसको पाउडर बना लीजिए। उस पाउडर को एक गिलास पानी में डालकर 10:15 मिनट ठीक से उबाल ले उबाल कर कम से कम आधा गिलास तक कर ले फिर उसे छानकर चाय की तरह पि जाए। दिल के बीमारी में यह बहुत कारगर है इस पर बहुत रिसर्च भी किए गए हैं।
लहसुन
आयुर्वेदिक यह भी मानता है कि अगर आप सुबह रोज एक लहसुन खाए तो इससे दिल की बीमारी कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आप दूध पीते हैं तो दूध में आप लहसुन का छोटा सा एक टुकड़ा डालें और इलायची, दालचीनी डालकर उसे उबाल कर पीने से भी काफी फायदे होते हैं।
लौकी
आयुर्वेदिक इलाज के अंदर यह भी बताया जाता है की अगर आप रोज सुबह एक गिलास लौकी का जूस पिएंगे तो आपकी हार्ट की बीमारी काफी कंट्रोल में रहेगी।

लेकिन कभी कभी हजार उपाय और सावधानीओ के बावजुद बिमारी लग जाती है। ऐसे में Hospitals की जानकारी भी बहुत् जरुरी हैं।
भारत के टॉप 10 Cardiology Hospitals
1. Fortis escorts heart institute and research center, delhi(फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर, दिल्ली)
2. Asian Heart Institute(एशियाई हार्ट इंस्टीट्यूट)
3. Apollo Hospitals, Greams Lane(अपोलो अस्पताल, ग्रीम लेन)
4. Indraprastha Apollo Hospitals, Delhi(इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, दिल्ली)
5. Nanavati Super Speciality Hospital, Mumbai(नानावटी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, मुंबई)6. Max Super Speciality Hospital, Saket(मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत)
7. Maxcure Heart Institute, Hyderabad(मैक्सक्योर हार्ट इंस्टिट्यूट, हैदराबाद)
8. Manipal Hospital, Bangalore(मणिपाल अस्पताल, बैंगलोर)
9. Artemis Hospital, Delhi(आर्टेमिस अस्पताल, दिल्ली)
10. The Wockhardt Heart Institute, Mumbai Central(वॉकहार्ट हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई सेंट्रल)
वर्ल्ड हार्ट डे इसीलिए मनाया जाता है ताकि लोगों के भाग दौड़ भरी जिंदगी में उन्हें याद दिलाया जा सके कि वह अगर दिल के मरीज हैं तो उन्हें आम लोगों की तरह दिनचर्या नहीं बनानी चाहिए। अपने दिल और शरीर का ठीक से ध्यान रखें और खुश रहें। हमने आपको इस आर्टिकल में दिल के रोगी के बारे में बहुत सारी जानकारियां दी है जो आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होंगी। आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं और हमारे इस आर्टिकल को लाइक और शेयर जरूर करें।