Gorakhpur News: जिले में आलू के बाद अब प्याज पर भी मौसम की मार पड़नी शुरू हो गई है। 15 दिन पहले जो प्याज आलू से आधी कीमत पर बिक रहा था अब उसकी कीमत आलू के बराबर हो गई है। फुटकर बाजार में प्याज 36 से 40 रुपये किलो बिक रहा है। आलू और प्याज की कीमतें बढ़ने से गृहणियों के किचन का बजट गड़बड़ा गया है। जो लोग एक किलो प्याज खरीदते थे अब आधा किलो में ही काम चला रहे हैं।
प्याज के दामों में अचानक हुई बढ़ोत्तरी ने व्यापारियों के साथ ही आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है। लॉकडाउन के दौरान लगभग तीन महीने लोगों को महंगी हरी सब्जियां खरीदनी पड़ीं, लेकिन आलू-प्याज ने लोगों को राहत दी हुई थी। लॉकडाउन खत्म होने के साथ ही आलू और प्याज के दामों में तेजी आनी शुरू हो गई।
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लॉकडाउन के दौरान जो आलू 20 रुपये किलो बिक रहा था वह इन दिनों पिछले दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचकर फुटकर बाजार में 35 से 40 रुपये किलो बिक रहा है। जबकि Gorakhpur की महेवा थोक मंडी में आलू 28 से 32 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं, पिछले 15 दिनों से आलू के दाम स्थिर हैं, लेकिन प्याज की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। 15 दिन पहले 18 से 20 रुपये किलो बिकने वाला प्याज अब 36 से 40 रुपये किलो बिक रहा है। थोक मंडी में प्याज की कीमतें 28 से 32 रुपये किलो हैं।
प्याज व्यापारी अभिषेखा गौड़ ने बताया कि दक्षिण भारत में असमय हुई बारिश से वहां प्याज की फसल बर्बाद हो गई है। ऐसे में महाराष्ट्र के नासिक से प्याज दक्षिण भारत के राज्यों में भेजी जा रही है, जिससे उत्तर भारत में प्याज की आवक कम हो गई है। इससे प्याज की कीमतों में उछाल आ गया है।
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इस संबंध में जब Gorakhpur की कुछ गृहणियों से बात की गई तो उनकी ये प्रतिक्रियाएं आयी…
बेतियाहाता Gorakhpur की रेणु शुक्ला ने कहा कि आलू के दाम ने तो पहले ही रसोई का बजट बिगड़ गया था अब प्याज के दाम बढ़ने से घर चलाना और मुश्किल होगा। लहसुन के दाम भी 160 रुपये किलो हो चुके हैं। आखिर कोई क्या खाएं?
बिछिया Gorakhpur की गृहणी सुमन यादव का कहना है कि जीडीपी को छोड़कर हर चीज बढ़ रही है। आलू प्याज और लहसुन के दामों ने तो आंसू निकाल के रख दिये हैं। सरकार इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही है।