friends this is a very interesting write up kya 2020 game over by one of our team authors, pls read the full article to get glimpse of the year 2020 so far.
2020 सुनने में कितना अच्छा लगता है ना। हम एक और दशक के आखिरी मुकाम पर आकर खड़े हैं। दोस्तों, जब 2019 खत्म हो रहा था और 2020 आने वाला था तो हमारे मन में हजारों उमंगे थी। हम सब ने हजारों सपने सजाए कि 2020 में यह करेंगे तो वह करेंगे। कुछ लोगों के दसवीं की परीक्षा होने वाली थी तो कुछ लोगों को 12वीं की का exam देना था। कुछ लोगों को जॉब लगने वाली थी, कुछ लोग किसी higher education को complete करने वाले थे। लेकिन अचानक से 2020 में ऐसी घटना घट जाएगी यह किसने सोचा था। बात सिर्फ इतने में ही सीमित नहीं है, अभी भी यह कोई नहीं बता सकता कि आगे क्या होने वाला है। 2020 खत्म होने में अभी भी 7 महीने से भी ज्यादा समय बाकी है। तो इस आने वाले समय में क्या होगा यह बता पाना असंभव है। कहना तो नहीं चाहिए, लेकिन परिस्थितियां जिस तेजी से बिगड़ती जा रही है सबके मन में इस डर ने जगह ले लिया है कि 2021 हम देख पाएंगे कि नहीं kya 2020 game over।
अब इसे कुदरत का कहर कहे या भगवान का इंसाफ लेकिन कहना गलत नहीं होगा कि 2020 ने सब को अपनी औकात याद दिला दी है। अमीर गरीब हर कोई 2020 में काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है। खैर, कुदरत को कोई बदल नहीं सकता। लेकिन इस बारे में चर्चा करके हम अपने मन को थोड़ा हल्का जरूर कर सकते हैं और भविष्य में आने वाली आपदा के लिए सतर्क भी हो सकते हैं। हमारा लेख भी ईसी Topic से जुड़ा हुआ है दोस्तों। आज के इस पोस्ट में हम 2020 को अच्छी तरह से विश्लेषण करेंगे। उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आएगी और आप लोग इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
“2020 Game Over”– भयानक साल
JNU की घटना
आपको याद ही होगा कि 2020 के शुरुआत में ही JNU में हिंसक घटना घटी थी। जिससे काफी proffesors और students घायल हो गए थे। शायद वही वह घटना थी, जिसके द्वारा kya 2020 game over का शुभारंभ हुआ।

Corona Virus and Lockdown
सिर्फ भारत ही नहीं, आज दुनिया का हर एक देश कोरोना वायरस नाम के इस महामारी से परेशान हो चुका है। कोशिश में तो हर एक देश लगा है कि अपने नागरिकों को इस महामारी के कहर से बचा सके, लेकिन अंदर ही अंदर हर देश की सरकारें इस महामारी के आगे घुटने टेकने के कगार पर है। एक तरफ जहा यह महामारी हर दिन एक भारी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है तो वही पूरी दुनिया के सारे वैज्ञानिक मिलकर भी इस महामारी का Vaccine तैयार नहीं कर पा रहे हैं।
अब इसको क्या कहेंगे दोस्तों, जिसके आगे science और talent के साथ प्रार्थना और पूजा सब फेल हो गया। इस महामारी से राहत पाने के लिए हर देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया। इस वजह से एक तरफ लोगों को महामारी ने तोड़ दिया तो दूसरी तरफ lockdown ने लोगों को निचोड़ कर रख दिया है। 2020 के लिए इसको हम एक अभिशाप कह सकते हैं।

तूफान का कहर (Amphan)
कोरोना वायरस रूपी भयानक संकट से हम और हमारी सरकार लड़ ही रहे थे की तभी अचानक से Amphan ने भी दस्तक दे दी और फिर से एक बार लोगों की धड़कन रुक गयी। आपको बता दें कि 16 मई से लेकर 21 मई 2020 तक अम्फान का कहर बरसा। इस तूफान को ने भारत, बांग्लादेश, ओडिशा, भूटान, श्रीलंका में प्रवेश किया। बात करे भारत की तो 20 मई को चक्रवाती तूफान अम्फान ने पश्चिम बंगाल में भी प्रवेश किया और भारी तबाही मचाते हुए सबका दिल दहला दिया। यह तो शुक्र है सरकार और हमारे प्रशासन व्यवस्था का कि समय रहते उन्होंने उचित सतर्कता अवलंबन की और जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन फिर भी इस तूफान ने प्रवेशित इलाकों में काफी नुकसान पहुंचाया नुकसान से भी ज्यादा दिलों में घाव दे दिया।
गुजरात और जम्मू कश्मीर में भूकंप
14 June को रात ठीक 8:13 बजे गुजरात में भूकंप के झटके महसूस किए गए। उसके बाद 15 मई को दोपहर 12:57 बजे भी भूकंप के झटके गुजरात में आए। इतना ही नहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन 2 दिनो में गुजरात में कुल मिलाकर 11 बार भूकंप के छोटे बड़े झटके महसूस किए गए। हालांकि जानमाल का कोई घातक नुकसान नहीं हुआ लेकिन इतनी बार झटके अनुभव करना कोई खेल नहीं है। वहां के लोग इस घटना से काफी ज्यादा सहम गए और अपने घर से बाहर निकल कर आश्रय लेने पर मजबूर हो गए। सिर्फ इतना ही नहीं 14 जून को रात 8:35 बजे जम्मू कश्मीर में भी भूकंप के झटके अनुभव किए गए हालांकि वहां की तीव्रता गुजरात में मुकाबले कम थी।

दिल्ली में दंगे
भारत में lockdown तो मार्च महीने से शुरू हुआ लेकिन उसके पहले से ही दिल्ली में दंगे का सिलसिला जारी है। फरवरी-मार्च से ही दिल्ली में लगातार दंगे हो रहे हैं और काफी जाने भी इस दंगे में जा चुकी है। हालांकि सरकार लगातार इस समस्या पर विचार कर रही है लेकिन उन लोगों के मन से हिंसा और प्रतिशोध की भावना को मिटा नहीं पा रहे हैं। न सिर्फ दिल्लीवासियों के लिए बल्कि यह समस्या पूरे देश के लिए चिंता का विषय बना हुआ है और इसकी कोई guaranty नहीं की यह सब कब शांत होगा। हालांकि हल्के फुल्के दंगे-फसाद तो दिल्ली और बाकी शहरों में होते ही रहते हैं, लेकिन संकट के इस कठिन समय में भाईचारे से रहने की जगह इस तरह से अत्याचार और क्रोध को बढ़ाना हर तरह से शर्मसार करने वाली घटना है।
बाढ़ के आसार in kya 2020 game over
भारी तूफान से जैसे ही देश को थोड़ा राहत मिली, वैसे ही काफी जगह में बाढ़ ने दस्तक देना शुरू कर दिया। काफी शहरों में लगातार कुछ दिनों तक भारी बारिश होती रही और अंत में वहा बाढ़ आ गया। उदाहरण के तौर पर असम को ही ले लीजिए। जिस दिन बंगाल में अम्फान आया उसी दिन से भारी बारिश का सिलसिला असम में जारी रहा। कुछ दिन तक भारी बारिश होने के बाद काफी जिलों मे बाढ़ आ गयी और इस Flood ने काफी तबाही मचाई, काफी जानें भी गयी। खुशी की बात है की खतरा अब काफी टल गया है लेकिन अभी भी बारिश का सीजन बरकरार है तो अभी भी बाढ़ आने के पूरे पूरे आसार हैं। उसी तरह बिहार में भी बाढ़ आने की आशंका जताई गई। कुल मिलाकर अभी तक ज्यादा भारी संख्या में बाढ़ से नुकसान नही हुआ हैं। लेकिन इस बात की अभी कोई गारंटी नहीं है कि आगे भी हम बाढ़ से सुरक्षित है या नहीं।

फिल्मी सितारों का लगातार निधन
ना सिर्फ आम जनता के लिए बल्कि 2020 फिल्मी जगत के सितारों के लिए भी काफी निराशाजनक साबित हुआ। हाल ही के कुछ महीनों में एक के बाद एक काफी सारे सितारों का निधन हो गया। जिनमें ऋषि कपूर, इरफान खान, सुशांत सिंह राजपूत जैसे अभिनेता शामिल थे। इस तरह से लगातार एक के बाद एक फिल्मी स्टार की मौत ने पूरा बॉलीवुड को हिला कर रख दिया है। इन घटनाओं से पूरा बॉलीवुड शोक में डूबा हुआ है। कुल मिलाकर 2020 में ही ऐसा क्यों हो रहा है यह फिल्मी सितारों से लेकर आम जनता तक सबके समझ के बाहर है । किसी का भी बस नहीं चल रहा है इन situations में। ना ही किसी को समझ आ रहा है कि आखिर ऐसी परिस्थिति में किया क्या जाए।

Lockdown और Accidents in kya 2020 game over
एक तरफ सरकार देश को बचाने में लगी है तो दूसरी तरफ गरीबो को भूख से बचाने का प्रयास भी पूरा पूरा कर रही है। अपने देशवासियों को कोरोना के कहर से और भूख की आग से थोड़ी राहत देने के लिए मोदी सरकार ने हर जनधन खाते में 500 रुपये की राशि पूरे 3 महीने तक डालने से लेकर किसानों को राहत राशि प्रदान करने तक बहुत सारी सुविधाएं जनता को दी है। इस महामारी के वजह से जो लोग शहर जाकर अटक गए हैं और अपने घर नही लौट पा रहे हैं, उनको भी अपने घर पहुंचाने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई।
लेकिन इन सभी के बावजूद भी काफी लोगों का काफी ज्यादा नुकसान हुआ। सिर्फ इतना ही नहीं एक तो महामारी के वजह से लोग घर नहीं आ पा रहे थे और जब लोगों ने घर आने का मन बना लिया और सरकार ने भी उनका समर्थन किया तो लगातार ऐसी काफी सारे Accidents हुए, जिसमें जानमाल का काफी ज्यादा नुकसान हुआ। तो अब इसको आप लोग क्या कहेंगे। अब इसे तो भगवान का कहर ही कहना होगा। क्योंकि अगर लाख सावधानियां और बचाव के बावजूद भी हमारा परिस्थितियों पर बस नहीं चल रहा और लगातार तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है, तो यह जरूर कुदरत की कोई सोची समझी साजिश है जो इंसानी दुनिया को तबाह करने का मन बना चुकी है।

भारत-चीन का मनमुटाव और चीन के मंसूबे
आप लोगों को भारत-चीन के बीच चल रहे विवाद के बारे में तो पता ही है । कब दोनों देश आपस में भीड़ जाए कुछ भी कहा नहीं जा सकता। और अगर एक बार लड़ाई शुरू हो गई तो पूरे देश का इसमें काफी नुकसान होगा। निराशाजनक बात तो यह है कि अब नेपाल ने भी चीन का साथ देना शुरू कर दिया है हालांकि नेपाल के शक्ति भारत के मुकाबले बहुत कम है लेकिन क्योंकि चीन के साथ है तो यह भारत के लिए एक चिंतनीय विषय बना हुआ है ।
जैसा कि हम सबको पता है कि कोरोना महामारी की शुरुआत चीन से ही हुई। सबको पता है चीन की इसमें काफी गलती थी जिसके कारण इस महामारी ने भयानक रूप ले लिया। इसी बात को लेकर दुनिया के काफी सारे देश चीन से खफा है। लेकिन जैसा कि हम सबको पता है कि चीन अपने हठी स्वभाव के कारण अपनी गलती मानना तो दूर बल्कि किसी के सामने जरा सा भी झुकने को तैयार नहीं है।
सिर्फ इतना ही नहीं अब आगे भारत के प्रति चीन के क्या मंसूबे है इसका पता लगाना बहुत मुश्किल है। लेकिन जैसे आसार नजर आ रहे हैं, न्यूज़ चैनल, अखबारों में जैसी खबरें आ रही है, इससे यह तय है कि छोटा या बड़ा चीन और भारत के बीच झड़प तो तय है। ऐसे समय में जब भारत महामारी से परेशान हैं वहीं चीन के अपराधी मंसूबों को साथ के handle करना काफी ज्यादा परेशानी का विषय बन रहा है। लेकिन फिर भी भारत के जवान पूरी तरह से प्रस्तुत है चीन का मुकाबला करने के लिए। 2020 के आने वाले कुछ महीनों में हो क्या होगा इसका अंदाजा लगाना बहुत ज्यादा ही मुश्किल है अब तो बस हम सबको दिल थामकर इंतजार करना है कि कुछ महीनों में ऊंट किस करवट बैठता है।
यह तो थे 2020 के शुरुआती महीनों से लेकर अब तक घटने वाली कुछ प्रमुख घटनाएं लेकिन इनके अलावा भी ऐसी छोटी मोटी बहुत घटनाएं घटी जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
एक नजर on kya 2020 game over
आज से कुछ सालों बाद जब 2020 का इतिहास सुनाया जाएगा या याद किया जाएगा। तब निश्चित तौर पर उस समय के लोग भी सहम जाएंगे। यह 2020 सच में एक ऐतिहासिक समय है, जिसके बारे में ना किसी ने सोचा था ना किसी ने कल्पना की थी। सबकी उम्मीदें धरी की धरी रह गई, लाखों सपने टूट गए, लाखों घर उजड़ गए। ना सिर्फ आम जनता अपितु इस कहर ने किसी को भी नहीं छोड़ा। आप लोगों को पता ही होगा कि काफी स्वास्थ कर्मचारी ,पुलिसकर्मी इत्यादि भी इस महामारी से पीड़ित हो गए। ना सिर्फ पीड़ित हुए बल्कि काफी कर्मचारियों की मौत भी हो गई। उसके ऊपर भारत चीन के विवाद में भी काफी जवानों को शहीद कर दिया और अभी भी क्या पता आगे क्या होने वाला है।
Conclusion about kya 2020 game over
दोस्तों हमने 2020 की एक झलकियां के सामने पेश की। इस आर्टिकल को पढ़कर आपको लगभग अंदाजा लग चुका होगा कि 2020 कितना घातक है और आगे कितना घातक साबित हो सकता है। इसमें कोई शक नहीं कि यह साल हम सभी के लिए बहुत बुरा गया। अब तो बस हम सबको यही दुआ करने की जरूरत है कि अब इससे ज्यादा कुछ बुरा ना हो और इस महामारी का कहर भी अब थम जाए। ना सिर्फ भारतवासी बल्कि पूरी दुनिया इस महामारी से पूरी तरह से मुक्त हो जाए और हमारे पुराने दिन वापस लौट आए।
अगर आप लोगों को यह आर्टिकल अच्छा लगा तो इसको लाइक करें और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें। हमने वैसे तो 2020 के सारी बातें इस लेख में cover की है लेकिन फिर भी अगर हमसे कुछ छूट गया हो और आपको कुछ जानने की जिज्ञासा हो रही हो तो हमें कमेंट बॉक्स में आकर जरूर पूछें। आप को आपके सवालों के जवाब जल्द से जल्द दिए जाएंगे।
today is also world yoga day yoga day ke baare main phade ye article.
Author : Madhuwati ray.
kya duniya khatam hone wali hai, is the end near?, kya 2020 game over,