हमारे देश भारत में पान खाने की परंपरा बहुत पुरानी है। पान को स्वादानुसार खाने के लिए उसमें दो चीज़े सबसे अहम होती हैं, एक पान का पत्ता और दूसरी सुपारी। हिन्दू धर्म में मंदिर में पूजा करने से लेकर भगवान को पान का बीड़ा चढ़ाना या शादी जैसे किसी भी शुभ काम में पान के पत्ते का प्रयोग महत्त्वपूर्ण होता है। बहुत कम लोगो को ही यह पता होगा कि पान केवल पूजा पाठ जैसे शुभ कामो के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि पान में ऐसी कई खूबिया होती है जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पान के पत्तो में भरपुर औषधीय गुण मौजूद होते हैं। शरीर की कई परेशानियो से छुटकारा पाने के लिए पान के पत्ते का प्रयोग किया जाता है। आज के इस पोस्ट में हम आपको पान में मौजूद ऐसी खूबियो के बारे में बताएंगे जिन्हें जानने के बाद आप भी पान खाना चाहेंगे। तो आईए जानते हैं पान में ऐसी कौन कौन सी विशेषताए पाई जाती है।
पान खाने के फायदे
पान के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल के गुणो से भरपूर होता है। पान के पत्ते के ये गुण खांसी से निजात दिलाने और खांसी की संक्रमण दूर करता है। खांसी के दौरान गले में होने वाले खराश से छुटकारा दिलाने और गले को साफ करने का काम करता है। पान का सेवन खांसी की समस्या दूर करती है और गले को भी साफ करती है।

मुंह की दुर्गंध को दूर करता है
पान के पत्ते को चबाकर खाना मुंह की दुर्गंध को दूर करता है। इसके पत्ते को चबाने से मुंह में छिपे बैक्टीरिया खत्म हो जाती हैं और आपके मुंह से स्मैल आने की समस्या नहीं होती। पान के पत्ते में मौजूद स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स नामक बैक्टीरिया मुंह में होने वाले संक्रमण को ठीक करने के लिए एक नेचुरल एजेंट के रूप में काम करता है।
मसूढ़ो के लिए भी है फायदेमंद
मसूढ़ो में होने वाले दर्द या सूजन को ठीक करने के लिए भी पान का पत्ता लाभकारी होता है। पान के पत्ते में ऐसे कई गुण पाए जाते हैं, जो मसूड़ो में होने वाले सूजन को कम करने का काम करता है। पान के पत्ते दांतो को मजबूत बनाने और ओरल संक्रमण को दूर करने का भी काम करता है। यह बात एक शोध के अनुसार साबित हुआ है की बैक्टीरिया के कारण दांतो में होने वाले नुकसान को ठीक करने के लिए पान के पत्ते एक कारगर दवा के रूप में काम करते हैं। साथ ही बैक्टीरिया के कारण होने वाले मुंह के संक्रमण से भी राहत दिलाने में मदद करती है।
पान में मौजूद होते हैं औषधीय गुण
पान में इतने ज्यादा औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर में होने वाले विषाक्त पदार्थो को बाहर निकालने के रूप में काम करता है। इसके अलावा, यह डायबिटीज और कैंसर जैसी समस्याओ से बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पान में मौजूद औषधीय गुण घाव को जल्द भरने में मदत करता है।यह हाइड्रॉक्सीप्रोलाइन और सुपरऑक्साइड डिसम्यूटेज को बढ़ाने में भी बहुत फायेदमंद होता है, जो घावो को जल्द भरने में मदद करता है।

आयुर्वेद में होता है पान का उपयोग
पान के पत्ते में मौजूद औषधीय गुण के कारण ही आयुर्वेद में पान के पत्ते का प्रयोग किया जाता है। पान में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायबिटिक, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर और एंटी-अल्सर जैसे गुण पाए जाते हैं।
कील, मुंहासे और दाग, धब्बो को कम करता है
उम्र के साथ लड़को और लड़कियो के चेहरे पर होने वाले मुंहासे जैसे दाग, धब्बो को कम करने के लिए भी पान के पत्ते फायदेमंद होते हैं। चेहरे पर होने वाले कील मुहांसो को कम करने के लिए पान के पत्ते लाभकारी है। पान के पत्तो में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर कर मुंहासो को बढ़ने से रोकने में मदत करता है।
इम्यून सिस्टम व हृदय के लिए भी है फैयदेमंद
इसके अलावा, पान के पत्ते को इम्यून सिस्टम व हृदय के लिए भी बेहतर माना गया है। पान के पत्तो में एंटी हाइपरग्लाइसेमिक के गुण मौजूद होते हैं, जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज को नियंत्रित करके रखने में अहम भूमिका निभाता है इसीलिए टाइप 2 डायबिटीज में पान का सेवन किया जा सकता है।
कैंसर जैसी गंभीर समस्या से भी बचाता है

कैंसर जैसी गंभीर समस्या से भी बचाव करने के लिए पान के पत्ते सहायक होते हैं। जैसा कि हमने बताया कि पान के पत्तो के अर्क में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर को पनपने से रोकने में मदद करता हैं। पान के पत्ते ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में भी बहुत उपयोगी है साथ ही यह कैंसर की रोकथाम में भी मदद कर सकता है।
गैस की समस्या से राहत दिलाता है
गैस की समस्या से निजात पाने के लिए भी पान खाना फायदेमंद होता है। एक रिसर्च के अनुसार, पान के पत्तो से निकलने वाले अर्क में गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव गुण पाया जाता है, जो गैस की समस्या से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा, पान में पेट के अल्सर को भी ठीक करने के गुण मौजूद होते हैं।
कब्ज और सूजन को कम करता है
पान के पत्ते एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण से समृद्ध होता है जो सूजन से लड़ने में मदद करता है। यही कारण है कि सूजन से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या से निजात पाने के लिए पान का उपयोग लाभकारी होता है। पान के पत्ते पाचन को भी ठीक कर कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। पान खाने से पाचन प्रक्रिया ठीक हो जाती है और व्यक्ति को खाना पचाने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती।
माइग्रेन की समस्या नही होती
पान के पत्ते का प्रयोग सर दर्द को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि पान के पत्ते का उपयोग सर दर्द से राहत पाने के लिए किया जा सकता है जो लोग पान खाते हैं उनमें माइग्रेन की समस्या नही होती। लेकिन अभी तक इस जानकारी की पुरी तरह पुष्टि नही हुई है कि पान का पत्ता किस गुण के कारण सिर दर्द से राहत दिलाता है।
हिंदू धर्म में पान का है विषेश महत्व
हिंदू धर्म में हर त्योहार से संबंधित कोई न कोई परंपरा चली आ रही है इन परंपराओ के बीच अक्सर विभिन्न कामो के लिए पान के पत्ते का प्रयोग किया जाता है।हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और शुभ कार्यो के दौरान पान का उपयोग जरुरी होता है इसलिए नवरात्रि में मां दुर्गा को भी पान-सुपारी अर्पित कि जाती है। मान्यता के अनुसार किसी किसी विषेश दिन पर देवी देवताओ को पान चढ़ाने से भक्तो की सभी परेशानिया दूर हो जाती है जैसे कि दशहरा। पौराणिक परंपरा के अनुसार दशहरे के दिन पान खाने का विशेष महत्व होता है इसीलिए दशहरे के दिन कई हिस्सो में पान खाने की सदियो पुरानी परंपरा है।
कहा जाता है कि दशहरे के दिन अगर हनुमान जी को पान का बीड़ा चढ़ाया जाए तो हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्तो की मनोकामना पूर्ण होती है। धार्मिक ग्रंथो के अनुसार पान खाना संपन्नता की निशानी होती है। दरअसल दशहरे के दिन लोग पान खाकर अर्धम पर धर्म की जीत की खुशी मनाते है। यही नहीं इस दिन सच्चाई पर विश्वास और भगवान से प्रेम दर्शाने के लिए लोग एक-दूसरे को पान खिलाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकी इस समय मौसम में बदलाव होते हैं और संक्रामक बीमारियो का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में पान खाना सेहत के लिए अच्छा होता है, आयुर्वेद में पान और तुलसी के चमत्कारी गुणो को देखते हुए इन्हें एक समान माना गया है।