प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर और मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को कल हरी झंडी दिखाई। सुबह करीब 10:30 बजे गांधीनगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर से कालूपुर रेलवे स्टेशन तक ट्रेन से यात्रा की। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद यात्रियो से बातचीत की इससे पहले दिल्ली में साल 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया था।
भारत में सेमी हाई स्पीड से चलने वाली वंदे भारत सीरीज की यह तीसरी ट्रेन है। पहली बंदे भारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी और दूसरी ट्रेन दिल्ली से कटरा के लिए चलती है। यह तीसरी ट्रेन है जो गांधीनगर से मुंबई के बीच चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिस प्रकार हम बार-बार स्मार्ट फोन में नए बदलाव देखते हैं उसी तरह हर बंदे भारत ट्रेन भी अलग-अलग बदलाव के साथ आ रही है।
नई ट्रेन की लागत में हुई है बढ़ोतरी
इस ट्रेन के अपडेट होने के कारण इसकी लागत में बढ़ोतरी देखी गई। आप वंदे भारत ट्रेन 2.0 को ही देख लीजिए इस ट्रेन की लागत साल 2019 में लांच हुए बंदे भारत से ₹15 करोड़ ज्यादा है। पहली बंदे भारत ट्रेन की लागत 115 करोड रुपए थी पिछले 3 सालो से चली ट्रेन के फीडबैक के अनुसार इसके स्पेसिफिकेशंस में भी बदलाव हुए हैं। ट्रेन की लागत में हुई है बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण यह है कि इस नई वंदे भारत नाम के ट्रेन में बहुत सारे खास बदलाव किए गए हैं।
नई वंदे भारत ट्रेन में हुए हैं कई सारे बदलाव
अगर बात करें इस ट्रेन के बदलाव के बारे में तो वंदे भारत नाम भले ही एक हो लेकिन इस बार वंदे भारत नाम के ट्रेन में बहुत सारे बदलाव किए गए हैं। वंदे भारत 2.0 में पहला बदलाव यह है की ये ट्रेन 129 सेकंड में अपनी टॉप स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर पहुंच जाती है जो पिछली ट्रेनो से लगभग 16 सेकंड ज्यादा है।

और ऐसा इसलिए है क्योंकि इस ट्रेन का वजन पिछली ट्रेनो से हल्का रखा गया है। अगर इस ट्रेन के वजन की बात करें तो ये लगभग 392 टन है जो पिछली ट्रेनो के मुकाबले 38 टन कम है। जहां पहली वाली ट्रेन में 24 ईंच के एलसीडी थे लेकिन अब इसमें 32 इंच के एलसीडी लगाए गए हैं और वाईफाई की सुविधा भी दी गई है।
नई ट्रेन की सेफ्टी में खास बदलाव
अगर वंदे भारत ट्रेन के सेफ्टी फीचर्स की बात करें तो इस ट्रेन में ऑटोमेटिक एंटी पॉल्यूशन सिस्टम कवच है, जो कि पिछले ट्रेन में नहीं थी। ऑटोमैटिक एंटी कॉलिशन सिस्टम कवच को स्वचालित टक्कर रोधी प्रणाली कवच भी कहा जा सकता है। इस ट्रेन के कोच में डिजास्टर लाइट्स है जो कि 3 घंटे का बैटरी बैकअप देते हैं, यही नहीं इस ट्रेन के सीटों में भी बदलाव किए गए हैं।
दरअसल इस ट्रेन के सीटो में झुकाव किए गए हैं जबकि पिछली वाली ट्रेन में यह सीट फिक्स रहती थी। इसके अलावा एक्सक्यूटिव कोच में 180 डिग्री तक का घुमाव दिया गया है। इसके कोच में पैसेंजर गार्ड कम्युनिकेशन की सुविधा भी है और यह सुविधा ऑटोमेटिक वॉइस रिकॉर्डिंग फीचर के साथ मिलती है। बंदे भारत ट्रेन में पहले से बेहतर क्वालिटी में ऑडियो वीडियो को देखा जा सकेगा साथ ही इसकी एलसीडी में भी बदलाव हुए हैं।
साल 2023 तक 72 नई ट्रेने होंगी लॉन्च
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत ने 400 बंदे भारत ट्रेन चलाने का शुरू किया है जिसमें साल 2023 तक 72 नई ऐसी ट्रेनो को लॉन्च किया जाएगा। इसके अलावा रात में यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए बंदे भारत में स्लीपर कोच लगाने की भी योजना है।
नई वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया
अगर ट्रेन के किराए की बात करें तो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में एसी चेयर कार का किराया ₹1200 तय की गई है जबकि एग्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया ₹2460 तय हुआ है। साथ ही यह भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन केवल रविवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी।
वंदे भारत ट्रेन का शेड्यूल
रेलवे द्वारा वंदे भारत ट्रेन का शेड्यूल जारी किया गया है जिसके मुताबिक यह ट्रेन मुंबई सेंट्रल से सुबह 6 बजके 10 मिनट पर रवाना होगी और 11 बजके 35 मिनट पर अहमदाबाद पहुंचेगी। यह दोपहर 2 बजके 5 मिनट पर गांधीनगर से रवाना होगी और शाम को 8 बजके 35 मिनट पर मुंबई सेंट्रल पहुंच जाएगी। मुंबई से अहमदाबाद तक का सफर तय करने में वंदे भारत ट्रेन को 5 घंटे 25 मिनट का समय लगेगा, वही गांधीनगर तक पहुंचने में 6 घंटे 20 मिनट लगेंगे।
दिव्यांगो के लिए विशेष शौचालय की सुविधा
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में दिव्यांगो के लिए विशेष शौचालय की सुविधा दी गई है, वहीं अन्य यात्रियो के लिए टॉर्च फ्री बायो वेक्यूम टॉयलेट स्थापित की गई हैं। इसी तरह नेत्रहीन यात्रियो के लिए सीट नंबर भी ब्रेल में डिजाइन की गई है। ट्रेन में लेवल 2 सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन, रियर व्यू कैमरा, चार प्लेटफार्म साइड कैमरा, एस्पिरटिंग स्मोक डिटेक्टर और संप्रेषण सिस्टम, इलेक्ट्रिकल क्यूबिकल्स, एयरोसोल आधारित फायर डिटेक्शन और वॉशरूम में सप्रेस सिस्टम लागू की गई है।
लोको पायलट के लिए यादगार पल
वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ देर ट्रेन के लोको पायलट से बात कि तो इस पर लोको पायलट ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह मेरे लिए यादगार पल रहेंगे। मोदी जी ने हम से सिर्फ दो तीन मिनट ही बात की लेकिन ये मेरे जीवन के एक यादगार घटना रहेगी। लोको पायलट ने बताया कि पीएम मोदी जी ने पहले उनसे उनका नाम पूछा और बाद में वंदे भारत ट्रेन के विशेषताओ पर उनसे बातचीत की।

“मेक इन इंडिया” के तहत तैयार हुई ये ट्रेन
इस ट्रेन को मेक इन इंडिया के तहत तैयार किया गया है इसके अधिकांश भाग भारत में तैयार किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद अपने संबोधन में कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत के लिए तीसरी वंदे भारत ट्रेन मिली है। देश को तीसरी वंदे भारत ट्रेन मिली है इसमें ऐसी सुविधाएं हैं जिसके बाद लोग अब हवाई जहाज से नहीं बल्कि वंदे भारत ट्रेन में सफर करना पसंद करेंगे। इस ट्रेन में हवाई जहाज से भी कम आवाज है पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह उनके लिए गौरव का पल है।
आने वाले सालो में भारत के निर्माण सुनिश्चित
पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारत में शहरो के विकास पर इतना ज्यादा ध्यान और इतना बड़ा निवेश इसीलिए किया जा रहा है, क्योंकि यह शहर आने वाले 25 साल में विकसित भारत के निर्माण को सुनिश्चित करेगी। आज गांधी नगर का रेलवे स्टेशन दुनिया के किसी भी एयरपोर्ट से कम नहीं है, और भारत सरकार ने अहमदाबाद रेलवे स्टेशन को भी आधुनिक बनाने की स्वीकृति दे दी है।
पीएम मोदी ने कहा
पीएम नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि आज का भारत स्पीड यानि गति को जरूरी और तेज विकास की गारंटी मानता है। आज गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान में भी स्पीड को लेकर बेहद आग्रह किया जाता है है। नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी में भी गति को बढ़ाने के प्रति बेहद आग्रह दिखता है और हमारे रेलवे की गति को बढ़ाने के अभियान में यह पूरी तरह स्पष्ट होता है।
21वी सदी के भारत को शहरो से मिलेगी नई गति
पीएम मोदी जी ने कहा कि आज 21वी सदी के भारत में अर्बन कनेक्टिविटी के लिए और आत्म निर्भर होते भारत के लिए बहुत बड़ा दिन है। 21वी सदी के भारत को शहरो से नई गति मिलने वाली है। बदलते हुए समय बदलती जरूरतो के देखते हुए अपने शेयरो को भी निरंतर आधुनिक बनाना जरूरी है। शहर में ट्रांसपोर्ट का सिस्टम आधुनिक होना चाहिए, सीमलेस कनेक्टिविटी होनी चाहिए। पीएम मोदी ने बताया कि अहमदाबाद और मुंबई के बीच शुरू हुई बंदे भारत ट्रेन से देश के 2 बड़े शहरो के बीच का सफर आरामदायक होगी और दूरी भी कम होगी।
वंदे भारत ट्रेन की खासियत
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की खास बात की बात करें तो यह स्वदेश में विकसित सेमी हाई स्पीड ट्रेन है जो 52 सेकंड में जीरो से 600 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ने की क्षमता रखती है। यह ट्रेन स्लाइडिंग फुटस्टेप, टच फ्री स्लाइडिंग दरवाजे और स्वचालित फ्लग दरवाजे से लैस है। यही नहीं इस ट्रेन में कोच कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम भी बनाया गया है जो कि तापमान को नियंत्रित करके रखेगा।
इस ट्रेन का नियंत्रण कंट्रोल रूम और रखरखाव कर्मचारियो के अलावा संचार प्रतिक्रिया के लिए जीएसएम और जीपीआरएस तकनीक का उपयोग किया जाएगा। यात्री ट्रेन या वंदे भारत ट्रेन देश की तीसरी वंदे भारत ट्रेन बन गया है जो कवच तकनीकी से लैस है। यह ट्रेन एक स्वचालित सुरक्षा प्रणाली है, जो दो ट्रेनो को टकराने से रोकती है।
आपको यह बताना जरूरी है कि इस तकनीक को भारत में ही विकसित किया गया है जो विदेशो से बनकर आने वाली आयातित ट्रेनो से कम के लागत में बनी है। इस वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की खास बात यह है कि यह स्वदेश में विकसित सेमी हाई स्पीड की ट्रेन है जो ट्रेन 52 सेकंड में जीरो से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ने की क्षमता रखती है।