सरसो का तेल सिर्फ खाना पकाने के लिए ही नहीं बल्कि कई सारे कमो के लिए प्रयोग होता है। क्योंकि सरसो का तेल सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद होता है। अच्छी सुंदरता और अच्छे स्वास्थ्य के लिए सरसों के तेल का उपयोग किसी औषधि से कम नहीं होता सरसो के तेल में ओलिक एसिड और लीनोलिक एसिड पाया जाता है। सरसो का तेल हेल्दी फैट्स का बेहतरीन स्रोत माना जाता है जो कई प्रकार पोषक तत्वो से भरपूर होता है।
सरसो के तेल में मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड मौजूद होते हैं। साथ ही सरसो के तेल में ओमेगा-3 और 6 जैसे सैचुरेटेड फैट भी मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है। लेकिन केवल सरसो के तेल का सेवन ही नहीं बल्कि इसे शरीर पर लगाना और भी ज्यादा फायदेमंद होता है। पौराणिक समय से ही सरसो तेल से मालिश करने के फायदे बताए जाते हैं।
अगर आप सरसो के तेल से अपने शरीर की मालिश करते हैं तो इससे आपके शरीर को बहुत प्रकार के लाभ मिलते हैं। यह हमारे त्वचा के लिए प्राकृतिक मॉइश्चराइजर और स्किन क्रीम के रूप में भी काम करता है। केवल शरीर ही नहीं अगर पैर के तलवो में भी सरसो तेल लगाकर अच्छे से मालिश कि जाए, तो ऐसा करने से हमको स्वास्थ संबंधी अनेक लाभ मिलते हैं। तो चलिए जानते है सरसो के तेल लगाने के फायदे के बारे में साथ ही इस पोस्ट में हम सरसो तेल लगाने के सही तरीके और सही समय के बारे में भी जानेंगे।
अनिद्रा की समस्या से छुटकारा पाने के लिए पैर के तलवो में सरसो के तेल से मालिश करना एक बेहद प्रभावी उपचार होता है। अगर आप रात को सोने से पहले पैर के तलवो में सरसो के तेल से मालिश करते हैं तो इससे थकान दूर होती है, तनाव कम होता है और दिमाग भी शांत रहता है।
सरसो के तेल से पैरो की मालिश करने से महिलाओ में पीरियड के दौरान होने वाले पेट दर्द, आदि से छुटकारा मिलता है और पीरियड केे दिनो मेंं होने वाले ब्लड फ्लो भी बेहतर होता है।
पैरो में सरसो तेल लगाकर मालिश करने से तनाव, चिंता, अनिद्र जैसी कई समस्याओ से राहत मिलती है। सरसो तेल से पैर के तलवो की मालिश करने से आपको शांति मिलती है और आपका तनाव दूर करके आपको खुश रहने में मदद करती है।
हाथ पैर सुन्न होना और उनमें सनसनी होने की समस्या को दूर करने में सरसो तेल की मालिश बहुत फायदेमंद होती है। यह पूरे शरीर के ब्लड सरकुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है, इसके लिए हाथ और पैर में साथ ही पैर के तलवे में अच्छे से तेल से मालिश करें और नियमित तौर पर अगर आप ऐसा करते हैं तो धीरे-धीरे आपकी समस्या कम हो जाएगी।

शूद्ध सरसो तेल से पैर के तलवो की मालिश करने से बात दोस को संतुलित करने में मदद मिलती है। साथ ही पेट संबंधी समस्याए भी दूर होती है जैसे कि कब्ज, पेट में सूजन, गैस, आदि जैसे पेट संबंधी समस्याओ को दूर करने में भी मदद करती है।
आयुर्वेद के अनुसार रात को सोने से पहले पैर के तलवो में सरसो तेल से मालिश करना बहुत फायदेमंद होता है। आप रात को सोने से पहले अपने पैर के तलवो में सरसो तेल गर्म करके अच्छे से मालिश करें। आप अपने पैरो के गर्म होने तक अच्छी तरह से मालिश करते रहें।
सरसो के तेल में पर्याप्त मात्रा में विटामिन E पाया जाता है इसीलिए सरसों तेल त्वचा केे लिए बेहद फायदेमंद है। सरसों तेल के सेवन से त्वचा को अंदरूनी पोषण तो मिलता ही है साथ ही इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की नमी बनी रहती हैै। शुद्ध सरसों के तेल से रात को सोने से पहले अपने चेहरे को मसाज करने से कई चेहरे को कई प्रकार अनगिनत फायदे मिलते हैं।
जो लोग अस्थमा से पीड़ित हैं उन लोगो के लिए सरसो का तेल खासतौर पर फायदेमंद होता है। सरसो के तेल में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो अस्थमा के मरीजो के लिए खास तौर से फायदेमंद होता है।
अगर आपके दांत और मसूड़ो में किसी प्रकार दर्द है या कोई समस्या है तो सरसों के तेल में थोड़ा सा नमक मिलाकर दांत और मसूड़ो में हल्के से मालिश करें। ऐसा करने से दांतो का दर्द और
मसूड़ो में होने वाली कई समस्याएं दूर हो जाती है और दांत भी मजबूत होते हैं।
सर्दी जुखाम होने पर हमारे सर में असहनीय दर्द होता है और पूरा शरीर तप जाता है बुखार भी हो जाता है।ऐसे में सरसों तेल की मालिश बेहद फायदेमंद होती है सर्दी जुखाम होने पर सरसों तेल से अपने सर की अच्छे से मालिश करने से बेहद आराम मिलता है और सर्दी भी जल्दी ही ठीक हो जाती है।
सरसो का तेल शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी असरदार होता है। शरीर के अंदरूनी कमजोरी को दूर करने के लिए नियमित रूप से सरसो के तेल का सेवन करें और अपने शरीर पर मालिश भी करें।
हफ्ते में एक या दो बार शुद्ध सरसों तेल से अपने बालों की मालिश करने से बाल रेशमी, घने और मजबूत होते हैं। नियमित रूप से सरसों के तेल से बालो की मालिश करने से बाल बहुत जल्दी लंबे भी होने लगते हैं।
नवजात शिशु के जन्म होने पर शुद्ध सरसो तेल की मसाज बेहद कारगर होती है या शिशु के विकास के लिए अच्छा होता है नवजात शिशु के मांसपेशियों की मजबूती और उनके शरीर के विकास में के लिए सरसों तेल से अच्छी तरह बच्चे की मालिश करनी चाहिए।

सर्दी के मौसम में शरीर में गर्माहट के लिए सरसों के तेल से मसाज एक रामबाण इलाज होता है। सर्दी के मौसम में त्वचा जिस प्रकार रूखी सूखी हो जाती है उनमें नमी बनाने के लिए सरसो तेल की मालिश बहुत अच्छी होती है, सरसो तेल से मालिश करने से त्वचा मुलायम हो जाती है।
सरसो का तेल विटामिन C का सबसे अच्छा स्रोत होता है जो त्वचा को अल्ट्रावायलेट किरणो और पॉल्यूशन से बचाता है। साथ ही नियमित तौर पर लंबे समय से की गई सरसो तेल की मसाज से उम्र ढलने के साथ चेहरे पर पड़ने वाले झुर्रियो की समस्या भी कम होती है।
भूख ना लगने की समस्या होने पर भी सरसो का तेल फायदेमंद होता है। अगर भूख ना लगे तो ऐसे में खाना बनाते समय सरसों तेल का उपयोग करना लाभकारी होता है, क्योंकि यह शरीर के पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में लाभकारी है।
अपने खाने में सरसो तेल का प्रयोग करने से कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा भी कम होता है इसीलिए सरसो के तेल को अपने खाने में शामिल जरूर करें।सरसो के तेल को कई लोग एक टॉनिक के रूप में भी प्रयोग करते हैं यह शरीर की कार्य क्षमता बनाकर शरीर की कमजोरी दूर करता है।
अगर किसी को त्वचा संबंधी किसी भी प्रकार समस्या जैसे कि फंगस आदि हो तो ऐसे में सरसो तेल से की गई मसाज गुणकारी होता है। इसके लिए सरसो तेल से मसाज करने के बाद नहाना और भी अच्छा होता है इससे त्वचा स्वस्थ रहती हैं।
जब हमारे कान में खुजली होती हैं या हमारे कान मैले हो जाते हैं तो ऐसे में सरसो तेल का प्रयोग लाभकारी है। कान में तीन चार बूंद सरसो का तेल डाल लेने के 1 दिन बाद हम अपने आप ही कान को अच्छे से साफ कर सकते हैं और कान की खुजली भी बंद हो जाती है।