Tuesday, June 6, 2023
Homeहिन्दीजानकारीभगवान श्री कृष्ण के यह 11 गुण अपनाए और अपने जीवन को...

भगवान श्री कृष्ण के यह 11 गुण अपनाए और अपने जीवन को सफल बनाएं

भगवान श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के पुण्य अवतार थे भगवान श्रीकृष्ण में हर एक गुण मौजूद था दुनिया के हर एक कला का गुण भगवान श्रीकृष्ण में था। अगर भगवान श्री कृष्ण के संपूर्ण जीवन का अनुसरण किया जाए तो उनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है। आज हम आपको भगवान श्री कृष्ण के पांच ऐसे गुणो के बारे में बताने वाले हैं जिन पर अमल करके कोई भी व्यक्ति जीवन में सफलता पा सकता है। तो चलिए दोस्तो जानते हैं भगवान श्री कृष्ण के 5 गुणो के बारे में जिन्हें अपनाकर हमे अपने जीवन को सरल और सफल बनाना चाहिए।

* हमेशा शांत रहने का स्वभाव

दोस्तो हम सभी जानते हैं कि हर किसी में शांत रहने का गुण नहीं होता है और अगर होता भी है तो वह काफी कम मात्रा में ही होता है। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण से हम इस बात को भलीभांति सीख सकते हैं कि हमें हर परिस्थिति में अपने दिमाग और मन को शांत रखना चाहिए, क्योंकि गुस्से में हमारा खुद का ही नुकसान होता है। 
एक बार की बात है भगवान श्री कृष्ण को उनके छोटे भाई शिशुपाल ने भगवान श्रीकृष्ण को बहुत अपशब्द कहे उसने सारी मर्यादा तोड़ दी। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण उस समय मुस्कुराते हुए बस उन्हें देख रहे थे जहां सारी सभा गुस्से में थी भगवान श्री कृष्ण ने कुछ भी नहीं बोला। एक बार और भगवान श्री कृष्ण जब दुर्योधन के बाद पास दूत बनकर गए तब भी दुर्योधन ने उनका खूब अपमान किया लेकिन तभी भी भगवान श्रीकृष्ण शांत ही थे और मुस्कुराते हुए सभी फैसले कर डाले।

* सही समय का इंतजार

हम सभी जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण बचपन से ही नटखट थे। भगवान श्रीकृष्ण भले ही बाल रूप में थे लेकिन वह भली भाति जानते थे कि उनके मामा कंस उन्हें मारना चाहते हैं और उन्हें मारने के लिए बार-बार कई प्रयास करते हैं लेकिन फिर भी वह शांत रहते थे। और समय आने पर उन्होंने कंस के हर प्रहार का मुंहतोड़ जवाब दिया। इस बात से हम सीख सकते हैं कि हमें भी हर हालात में शांत रहकर समझदारी से सही समय पर ही कोई प्रकार कदम उठाना चाहिए।आतूर होकर कुछ भी नहीं करना चाहिए और समय आने पर सामने वाले को उसके किए की मुंहतोड़ जवाब देनी चाहिए।

* जो भी करें उसका श्रेय कभी ना लें

भगवान श्री कृष्ण हमें सिखाते हैं कि हम जो भी करें हमें उसका श्रेय कभी नहीं लेना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण ने अपने जीवन में कई राजाओ को हराया लेकिन उनका सिंहासन कभी नहीं छीना। कृष्ण के जीवन में ऐसा कभी नहीं हुआ कि उन्होंने किसी राजा का सिंहासन छीना हो। भगवान श्री कृष्ण वहां के दूसरे अच्छे लोगो को वहां के सिंहासन पर बैठाकर आ जाते थे लेकिन उन्हें कभी खुद राजा बनना पसंद नहीं था।

* कभी हार ना मानना

भगवान श्री कृष्ण ने हमें कभी भी हार ना मानने की श्री कृष्ण के का संदेश दिया है। महाभारत में भगवान श्री कष्ण ने कभी भी हार न मानने का संदेश दिया है महाभारत के युद्ध के दौरान पांडवो के आगे से कई ही कठिन समस्याए आए जब उन्हें अपनी हार निश्चित लगी लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने उस समय हर बुरी परिस्थिति को भी पांडवो के बस में और अच्छे के लिए साबित कर दिया। भगवान श्रीकृष्ण से हम सीख सकते हैं कि हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए हमें अंत तक प्रयास करते रहना चाहिए चाहे भले ही वह परिणाम हमारे पक्ष में हो या ना हो।

भगवान श्री कृष्ण के यह 11 गुण अपनाए और अपने जीवन को सफल बनाएं

* दोस्ती निभाना

भगवान श्री कृष्ण ने हमे दोस्ती निभाने का भी ज्ञान दिया है। भला भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की दोस्ती को कौन भूल सकता है इन दोनो की दोस्ती दोनो के प्रेम के कारण प्रसिद्ध है। भगवान श्री कृष्ण ने हमेशा अपने प्रिय दोस्त अर्जुन और सुदामा का साथ दिया। भगवान श्रीकृष्ण ने सभी को यह संदेश दिया है कि चाहे कोई भी परिस्थिति की ना आ जाए हमें हर परिस्थिति में अपनी दोस्ती निभानी चाहिए। चाहे हमारा दोस्त हमारे प्रति सच्चा हो या ना हो हमें अपने दोस्त के प्रति हमेशा सच्ची भावना ही रखनी चाहिए और कभी संदेह नहीं करना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण से हम इस गुण को सिख कर अपने जीवन को सुंदर बना सकते हैं।

* साधारण जीवन जीना

साधारण जीवन जीना भगवान श्री कृष्ण ने हम सभी को सिखाया है। भगवान श्री कृष्ण बड़े घराने से संबंध रखते थे वह गोकुल के राजा नंद के पुत्र थे लेकिन फिर भी वह गोकुल के सभी बच्चो के साथ घुल मिलकर रहते थे सभी के साथ घूमते फिरते और खेलते रहते थे। उन्होंने कभी भी किसी में भी अंतर नहीं किया और उनमें राजघराने का होने का भी कोई घमंड नहीं था। भगवान श्री कृष्ण हमेशा ही साधारण रहते थे उन्होंने ऐसे रहकर दुनिया को यह संदेश दिया कि हमें हमेशा सभी के साथ प्रेम और स्नेह के साथ रहना चाहिए कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए। चाहे कोई किसी भी पक्ष और घराने से हो हमें हर किसी के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।

* माता-पिता को सम्मान देना

भगवान श्री कृष्ण को जन्म देवकी माता ने दिया था और उनका लालन-पालन नंद और माता यशोदा ने किया और यह बात जानते हुए भी भगवान श्रीकृष्ण ने अपने अभिभावको का कभी दिल नहीं दुखाया। भगवान श्रीकृष्ण से हम यह सीख सकते हैं कि हमें अपने माता पिता और माता पिता तुल्य किसी भी बड़े अभिभावक का दिल नहीं दुखाना चाहिए। उन्हें कभी भी दुख नहीं पहुंचाना चाहिए हमें हमेशा उनकी खुशी और सुख सुविधाओ का ध्यान रखकर चलना चाहिए।

* हर घटना के पीछे कोई कारण छिपा है

भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि हम सभी मनुष्य जो है वह ऊपर वाले की संतान है और ऊपरवाला अपने संतान के साथ कभी भी बुरा नहीं करता। हमारे जीवन में जो भी होता है उसके पीछे कोई ना कोई कारण छुपा हुआ रहता है। कभी अगर आपके जीवन में कुछ बुरा हो रहा है तो वह आप के ही कर्मों का परिणाम है जो लौट कर आपके जीवन में आया है। क्योंकि किसी के अच्छे या बुरे कर्म कभी उसका पीछा नहीं छोड़ते। जिस प्रकार एक गाय का बछड़ा खोने पर वह सैकड़ो गायो में से अपनी मां को ढूंढता है ठिक उसी प्रकार मनुष्य के जीवन में भी मनुष्य का कर्म उनका पीछा कभी नहीं छोड़ता।

* हमेशा वर्तमान में जीना सीखें

हर एक व्यक्ति के जीवन में कभी ना कभी ऐसा दौर आता है जब उसे भारी कठिन परिस्थितियो से सामना करना पड़ता है। लेकिन ऐसे समय में हर एक व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने दिमाग को शांत रखकर आगे बढ़े। क्योंकि कोई भी समस्या इतनी बड़ी नहीं है कि वह आपके आत्मा से भारी हो। आप चाहे तो वर्तमान को शांत और समझदारी से जीकर अपने जीवन में हो रहे हर एक समस्या का समाधान पा सकते हैं। चाहे कैसी भी परिस्थिति हो भविष्य की चिंता ना करके वर्तमान की परिस्थिति को स्वीकार करें, वर्तमान में जीना सीखे भविष्य में जो होगा वह देखा जाएगा। 

* कोई भी काम छोटा नहीं होता

भगवान श्री कृष्ण के यह 11 गुण अपनाए और अपने जीवन को सफल बनाएं

भगवान श्री कृष्ण ने अपने शाखा अर्जुन के लिए और धर्म की लड़ाई में सारथी बनना भी पसंद किया। भगवान श्री कृष्ण से हम सीख सकते हैं कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता कुछ लोग बहुत सोचते हैं कि मैं बड़े पोस्ट पर काम कर रहा हूं और छोटे पद पर काम करने वाले लोगो को सम्मान देना और उनसे बात करना भी पसंद नहीं करते और यह उनकी सबसे बड़ी गलती होती है। महाभारत की लड़ाई में भगवान श्री कृष्ण ने सारथी बनकर दुनिया को इस बात से अवगत कराया कि दुनिया में कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। कर्म हमेशा कर्म ही होता है हर काम का अपना महत्व होता है इसीलिए हर काम का सम्मान करें, हर व्यक्ति का सम्मान करें।

* अपने क्रोध को वश में रखें

भगवान श्री कृष्ण ने हमें अपने क्रोध को वश में रखने का ज्ञान दिया है। क्योंकि जब आदमी क्रोध से उतावला हो जाता है तो सब खत्म हो जाता है विनाश हो जाता है। जब व्यक्ति को गुस्सा आता है तो भ्रम पैदा होता है और और यह भ्रम व्यक्ति के बुद्धि को नष्ट कर देता है और बुद्धि नष्ट हो जाने से सब खतम हो जाता है। क्योंकि क्रोध हमारा वह दुश्मन है जो हमारा विनाश कर देता है बुरे से बुरे परिस्थिति में अपने क्रोध को वश में रहकर चलना चाहिए। आप महाभारत के घटना को ही देख लीजिए संपूर्ण महाभारत केवल दुर्योधन के क्रोध के कारण ही रचा गया था जिसके बाद दुर्योधन और उसके सभी भाइयो का विनाश उनके निकट आ पहुंचा।

हम अपने आराध्य भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन से यह सिख सकते हैं कि चाहे जिवन में कैसी भी परेशानिया क्यों ना हो हमें हर परिस्थिति में अपने आपको ढालने की आदत होनी चाहिए। भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन में घटे हर एक घटना और उनके व्यक्तित्व से हम अपने अंधेरे जीवन में एक उजाला भर सकते हैं। जब आपके जीवन में सबकुछ उलझा भी रहे तभी आप कैसे अपने जीवन में खुश रह सके और मुस्कुरा कर उसे स्वीकार कर सके यह सिखाते हैं हमारे आराध्य भगवान श्री कृष्ण। 

श्री कृष्ण जी ने अपने जीवन से हम सभी मनुष्य को यह सीख दी है कि चाहे जीवन में कितना कुछ क्यों न पीछे छूट जाए हमें हार नहीं माननी चाहिए क्योंकी सब नियति का खेल होता है। भला आप भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन को ही देख लीजिए जन्म के समय उनके खुद के माता-पिता छूट गए। बाद में उनके पालन पोषण करने वाले नंद और यशोदा माता छूट गई, उनकी प्रेमिका राधा भी उनसे छूट गई, गोकुल छूट गया, मथुरा भी छूट गई। 

उनके जीवन में कुछ न कुछ हमेशा छूटता ही गया लेकिन फिर भी भगवान श्री कृष्ण की सकारात्मकता और उनकी मुस्कान कभी नहीं छूटी। दोस्तो भगवान श्री कृष्ण के यह गुण अगर हम अपना लेते तो हम हमेशा अपने जीवन में सफल हो सकते हैं और मान सम्मान प्राप्त कर सकते हैं। भगवान श्री कृष्ण के यह सभी गुण ऐसे हैं, जिन पर हर किसी को अमल करना चाहिए और अपने जीवन को सफल और सुंदर बनाना चाहिए।

Jhuma Ray
Jhuma Ray
नमस्कार! मेरा नाम Jhuma Ray है। Writting मेरी Hobby या शौक नही, बल्कि मेरा जुनून है । नए नए विषयों पर Research करना और बेहतर से बेहतर जानकारियां निकालकर, उन्हों शब्दों से सजाना मुझे पसंद है। कृपया, आप लोग मेरे Articles को पढ़े और कोई भी सवाल या सुझाव हो तो निसंकोच मुझसे संपर्क करें। मैं अपने Readers के साथ एक खास रिश्ता बनाना चाहती हूँ। आशा है, आप लोग इसमें मेरा पूरा साथ देंगे।
RELATED ARTICLES

Leave a Reply

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: