Tuesday, June 6, 2023
Homeहिन्दीजानकारीकोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद अब देश ओमिक्रॉन की...

कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद अब देश ओमिक्रॉन की कहर से परेशान

नए साल के आते-आते देश में कोरोना की तीसरी लहरी भी आ चुकी है जिसके बाद देश में कोरोना का कहर आए दिन बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है और हर राज्य में को रोना से संक्रमित होने के रोजाना नए आंकड़े सामने आ रहे हैं

इस बार आए कोरोना के तीसरी लहर में नई नई बातें सामने आ रही है कुछ लोगो के अनुसार यह बीमारी उतनी खतरनाक नहीं है जितनी की कोरोना की पहली और दूसरी थी। वहीं कोरोना के इस तीसरी तीसरी लहर के बीच यह बात खुलकर आ रही है कि इस बार आई यह संक्रमण बड़ो की तुलना में ज्यादातर बच्चो में देखने को मिल रहा है। इस बार कोरोना का कहर ज्यादा तेजी से फैलने की खबर सामने आ रही है और इस बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार जल्द ही देश में लॉकडाउन की स्थिति जारी कर देगी।

नए साल के शुरुआत होने के साथ ही 1 जनवरी को देश में 22,775 कोरोना से संक्रमण के मामले सामने आए जिसमें पॉजिटिव केस की रेट थी 2.05 प्रतिशत।

तो वहीं 2 जनवरी को 27, 553 नए केस सामने आए जिसमें पॉजिटिव केस थे 3.84 प्रतिशत।

4 जनवरी को 37,379 मामले सामने आए, जिसमें 3.24 प्रतिशत केस पॉजिटिव थे।

5 जनवरी को 58,097 नए मामले सामने आए जिसमें पॉजिटिव केस की रेट 5.03 प्रतिशत थी।

6 जनवरी को 90,928 नए मामले सामने आए जिसमें 6.43 प्रतिशत पॉजिटिव केस थे।

हर दिन कोरोना के मामले और पॉजिटिव होने की रेट बढ़ते ही नजर आ रही है वैसे ही जैसे की कोरोना की पहली और दूसरी लहर में हुआ था और धीरे-धीरे सभी के सफल प्रयास के बाद संक्रमण को कम किया गया। लेकिन नए साल के शुरु होने के बाद फिर से केस बढ़ रहे हैं जिसके आने की संभावना पहले से थी और ये कोरोना की तीसरी लहर है।कोरोना के इस तीसरी लहर में आए वायरस को ओमिक्रॉन नामक वायरस बताया जा रहा है।

इंडियन पब्लिक हेल्थ असोसिएशन के अध्यक्ष और एम्स में कम्युनिटी मेडिसीन के डॉ संजय राय ने कहा कि हम कोरोना को खतम नहीं कर सकते। हम चाहे कुछ भी क्यों न कर लें कोरोना को रोक पाना संभव बात नहीं है क्योंकि दुनिया का कोई भी देश इसे नहीं रोक पा रहा है। कोई प्रकार के लिया गया एक्शन जैसे लॉकडाउन, कर्फ्यू आदि करके हम इस रफ्तार को कम तो कर सकते हैं लेकिन रोक नहीं सकते। उन्होंने यह भी कहा कि हर एक देश में इंफेक्शन रेट अलग-अलग है क्योंकि यह पुरानी म्युनिटी पर निर्भर कर रहा है।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाको में इंफेक्शन थोड़ा स्लो होता है भारत में कोरोना की पहली लहर सबसे ज्यादा के 1 दिन में 17 सितंबर साल 2020 को आई थी उस दिन 97, 894 मामले दर्ज हुए थे। तो वहीं दूसरी लहर के दौरान 7 मई साल 2021 को 1 दिन में सबसे ज्यादा यानी कि 4, 14, 188 नए मामले सामने आए और अगर इसी रफ्तार से तीसरी लहर में केस आते रहे तो तो इस बार की हालत और बिगड़ सकती है।

दुनिया के बाकी देशो में भी जैसे दक्षिण अफ्रीका, यूके, यूएस जहां ओमिक्रॉन वायरस के ज्यादातर मामले सामने आ रहे हैं। बीते एक से 2 हफ्ते में जिस प्रकार इन देशो में  केस बढ़ रहे हैं और जो डाटा सामने आया है इस आधार पर हम अनुमान लगा सकते हैं कि इस बार की सिचुएशन भी पहले जैसी ही भयानक है। डॉक्टर के मुताबिक जिस तरह कोरोना ने पूरी दुनिया में कोहराम मचाया था ओमिक्रॉन उसे ही रिप्लेस कर रहा है यूके, यूएस, दक्षिण अफ्रीका जैसे जगहो में ज्यादातर केस ओमीक्रॉम के हैं।

जानकारी के अनुसार बताया गया कि कोरोना का यह नया वेरिएंट तेजी से संक्रमित करता है लेकिन यह वायरस पहले की तरह घातक नहीं है जितना कि डेल्टा वैरीएंट था। अभि आए इस बीमारी के ज्यादातर संक्रमण माइल्ड है और इसमें  अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। दुनिया भर के देशो से सामने आए आंकड़ों के अनुसार और स्टडी से भी यह बात सामने आई है कि इस बार कोरोना के दूसरी लहर की तरह अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि दुनिया के जिन देशो में ओमिक्रॉन संक्रमण का केस सामने आया है वहां यह देखने को मिल रहा है कि वहां के लोगो को हॉस्पिटल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। यानी कि इस बार की यह बीमारी संक्रामक तो है लेकिन उतनी गंभीर नहीं है जितनी की पहली और दूसरी लहर थी।

इस बार हो रहे हैं बच्चे ज्यादा संक्रमित

अबकी बार आए कोरोना की लहर काफी तेजी से बढ़ते नजर आ रहा है। इस बार आए कोरोना में एक डरावनी बात यह सामने आई है कि अब बच्चो में इस बीमारी का संक्रमण बढ़ रहा है। जबकी पहली और दूसरी लहर की तुलना में इस बार बच्चो में कोरोना संक्रमित होने के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं और अगर इसी तेजी से बच्चो में यह संक्रमण फैलता रहा तो बच्चो के जरूरत और अस्पताल के साथ दूसरी चीजो का इंतजाम करना लोगो के लिए चुनौती बन सकता है।

बीते 22 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक ही स्कूल के 29 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसके 6 दिन बाद बिहार के शेखुपुरा में 18 बच्चो के पॉजिटिव होने की खबर मिली। जिसके बाद इसी दिन फिर से हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में 2 स्कूलो के 36 बच्चे पॉजिटिव पाए गए। नए साल के दूसरे ही दिन उत्तराखंड के एक स्कूल में 82 बच्चो के कोरोना संक्रमण में पॉजिटिव होने के मामले सामने आने से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया।

हो सकता है अभी तक बच्चो में वैक्सीन ना लगने के कारण बच्चो में इस बीमारी के ज्यादा फैलने की संभावना देखी जा रही है। जैसा कि हम जानते हैं कि 18 साल से ऊपर के सभी उम्र वर्ग के लोगो में कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है, लेकिन बच्चो के लिए वैक्सीन बनाने में असफल होने के बाद बच्चो में इस कोरोना के तीसरे लहर के संक्रमण होने का खतरा मंडराता दिख रहा है।

ओमिक्रॉन नाम का यह कोरोना का नया वेरिएंट अपनी पूरी तेजी से दुनिया के 38 से भी ज्यादा मुल्को में हो चुका है। भारत में भी इसके मामले सामने आए हैं और इस मामले ने लोगो की चिंता काफी बढ़ा दी है और अब कुछ जगहो में जहां इसकी तीसरी लहरा चुकी है वहां के लोग संक्रमण इस संक्रमण से बचने के प्रयास में लगे हैं तो वहीं कुछ क्षेत्र है जहां इसके आने का डर लोगो को सता रहा है।

क्या कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो गई है? भारत, पड़ोसी देशों और दुनिया के  आंकड़े दे रहे ये संकेत - third wave of corona new corona cases in India and  asia
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद अब देश ओमिक्रॉन की कहर से परेशान

इसी बीच विदेश से मुंबई लौटे युवक में कोरोना का नया वेरिएंट पाने की पुष्टि हुई यह व्यक्ति 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से मुंबई और दिल्ली के रास्ते वह मुंबई पहुंचा। उसने किसी प्रकार टीका नहीं लगाया था उसके सम्पर्क में आने वाले हाई रिस्क के कांटेक्ट में से 12 और कम रिस्क वाले संपर्कों में से 23 लोगो का पता लगाया गया है और इनके टेस्ट करने के बाद इनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। गुजरात में भी ओमिक्रॉन वैरीएंट का पहला केस मिला और यह केस एक 72 साल के बुजुर्ग में पाया गया 28 नवंबर को जिम्बाब्वे से लौटे थे।

ओमिक्रॉन से संक्रमित 38 देश

अभी तक मिले ओमिक्रॉन के नए मामलो में 38 से भी ज्यादा देशो में ओमिक्रोन फैल चुका है। जिसमें भारत, मलेशिया, श्रीलंका, मैक्सिको, ऑस्ट्रिया, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राज़ील, बोत्सवाना, कनाडा, डेनमार्क, जर्मनी, फ्रांस, चेक गणराज्य, जर्मनी, घाना, हांगकांग, आयरलैंड, इटली, इजरायल, जापानी लैंड, मोजांबिक, नाइजीरिया, दक्षिण कोरिया, नॉर्वे, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, यूनियन दीप समूह, सऊदी अरब, स्वीटजरलैंड, संयुक्त अरब, अमीरात, स्पेन, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका के साथ कई और दूसरे देश भी शामिल है।

दरअसल दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन का पहला मामला 24 नवंबर 2021 को मिला था। जिसके दो दिन बाद WHO ने ओमिक्रॉन को वेरिएंट ऑफ कंसर्न यानी चिंता लेने वाला वेरिएंट घोषित किया।

ओमिक्रॉन से अमेरिका की स्थिति खराब

अमेरिका में ओमिक्रॉन नामक इस वायरस के मरी की संख्या में वृद्धि हो गई है इस वायरस से संक्रमित लोगों से अस्पताल भर चुका है। खबरों की माने तो इस वायरस से संक्रमित होने के कारण न्यूयॉर्क शहर में कचरा उठाने वाले कर्मचारियों की संख्या में कमी हो गई जिसके बाद हवाई अड्डे के अधिकारियों ने फिनिक्स के सबसे बड़े टर्मिनल पर सुरक्षा चौकियो को बंद कर दिया। वहीं स्वच्छता आयुक्त एडवर्ड ग्रेसन ने कहा कि स्वच्छता विभाग के करीब एक चौथाई कर्मचारी बीमार है इस विभाग में कार्यरत 24 घंटे काम कर रहे हैं।

बच्चो को केवल कोवैक्सीन का ही टिका लगाया जाएबच्चो में कोरोना के फैलते संक्रमण को देखते हुए भारत बायोटेक ने एक बयान जारी करके सभी हेल्थ वर्कर से यह अपील कि है कि 14 से 18 साल के बच्चो को केवल कोवैक्सीन का ही टीका लगाया जाए। क्योंकि उन्हें ऐसी जानकारी मिली कि कुछ जगहो पर बच्चो को दूसरी कंपनियो के वैक्सीन भी लगाए जा रहे हैं और उन्होंने स्पष्ट तौर पर इस बात को कहा है कि चूंकि केवल कोवैक्सीन को ही सरकार द्वारा मान्यता मिली है और पूरी टेस्टिंग के बाद इसे बच्चो को लगाने की अनुमति दी गई है तो हमारी यह अपील है की केवल यह कोवैक्सीन है बच्चो को लगाई जाए।

देश की संसद में कोरोना से 400 से भी ज्यादा लोग संक्रमित

हर राज्य से हर दिन लगातार कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं यही नहीं देश के संसद में भी कोरोना से कई लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस साल के शुरुआत में 6 जनवरी और 7 जनवरी को संसद में काम करने वाले स्टाफ और कुछ सुरक्षाकर्मियो का टेस्ट हुआ जिसमें 400 से भी ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए।

CM दुष्यंत चौटाला कोरोना संक्रमित

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला भी कोरोना से पॉजिटिव पाए गए,  उनकी RTPCR रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद CM ने खुद ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने खुद को आइसोलेट किया है। दरअसल दुष्यंत चौटाला को हिसार में कई कार्यक्रमो में पहुंचना था जो इनके कोरोना पॉजिटिव होने के बाद रद्द कर दिए गए। साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में जो भी मेरे से संपर्क में थे वह जल्द से जल्द अपना कोरोना टेस्ट करवाएं।

डिप्टी कमिश्नर दविंदर सिंह भी कोरोना से संक्रमित 

फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर दविंदर सिंह भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। दरअसल फिरोजपुर में जहां प्रधानमंत्री के काफिले को रोका गया था वहां गृह मंत्रालय की टीम जांच के लिए पहुंची थी और वहां पर डिप्टी कमिश्नर दविंदर सिंह भी मौजूद थे। कोरोना जांच के लिए वहां मौजूद सभी लोगो के सैंपल देने के बाद वहां डिप्टी कमिश्नर की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।

CM हेमंत सोरेन के साथ 5 लोग कोरोना संक्रमित

बात करे झारखंड की तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और उनके दो बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए हैं। CM हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, उनके दो बच्चे, CM की साली और उनके एक बॉडीगार्ड की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ और 11 लोगो की कोरोना जांच की गई और उन 11 लोगो में 5 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। यही नहीं झारखंड में कोरोना के 5081 नए मामले सामने आए जिसमें कोरोना से संक्रमित तीन लोगो की मौत हो गई।

चंडीगढ़ में कोरोना के 541 मामले सामने आए, वहीं पंचकूला में 415, मोहाली में 563, कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं। ट्रांससिटी में 519 केस दर्ज होने के साथ कोरोना से पॉजिटिव होने के मामले घंटे दर घंटे बढ़ते जा रहे हैं।

वेस्ट बेंगोल में भी स्थिति खराब

पश्चिम बंगाल में भी कोरोना संक्रमितो की संख्या लगातार बढ़ रही है पश्चिम बंगाल में कोरोना से संक्रमित होकर 19 लोगो की मौत हो गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बुलेटिन जारी करके कहा है कि मामलो के साथ कोरोना से संक्रमित 19,883 नए मामले दर्ज किए जा चुके हैं जहां कोलकाता में 7, 337, परगना में 3, 286 नए मामले सामने आए।

मेडिकल लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति

यूपी में कोरोना से संक्रमित कुल 12327 एक्टिव मामले हैं जिनमें से 1100 के करीब लोग होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। तेजी से बड़ रहे कोरोना के बढ़ते मामलो को देखते हुए उत्तर रेलवे द्वारा ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से पंजाब, हरियाणा, यूपी के अस्पतालो में आपूर्ति के लिए क्रायोजेनिक टैंको में 14, 500 के करीब ऑक्सीजन भेजी गई।

मुम्बई की हालत गंभीर

तो वही करो हर तरफ कोरोना के बढ़ते केसेस के बीच मुंबई में फिर एक बार कोरोना का भारी संकट देखने को मिल रहा है। यहां पर 1 दिन में कोरोना के 20,318 नए मामले सामने आए जिसमें कोरोना से संक्रमित पांच लोगो की मौत हो गई और वहां की स्थिति को देखते हुए शहर में इस समय 120 इमारतो को सील कर दी गई है और भारी सिक्योरिटी दी गई है।

हरियाणा में कई डॉक्टर कोरोना संक्रमित

हरियाणा के PGI MD रोहतक के 18 डॉक्टर कोरोना से संक्रमित पाए गए, पिछले ही दिनो यहां 4 दिन में 50 डॉक्टर कोरोना से संक्रमित पाए गए थे दरअसल बढ़ते मरीजो के इलाज करते दौरान डॉक्टर भी संक्रमित हो रहे हैं। वही बात करें राजस्थान की तो राजस्थान में भी चार हजार से ज्यादा कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आए जिसमें से दो कोरोना संक्रमित की मौत हो गई। वही राजस्थान के राजधानी जयपुर की बात करें तो 18, 600 नए केस सामने आए।

Jhuma Ray
Jhuma Ray
नमस्कार! मेरा नाम Jhuma Ray है। Writting मेरी Hobby या शौक नही, बल्कि मेरा जुनून है । नए नए विषयों पर Research करना और बेहतर से बेहतर जानकारियां निकालकर, उन्हों शब्दों से सजाना मुझे पसंद है। कृपया, आप लोग मेरे Articles को पढ़े और कोई भी सवाल या सुझाव हो तो निसंकोच मुझसे संपर्क करें। मैं अपने Readers के साथ एक खास रिश्ता बनाना चाहती हूँ। आशा है, आप लोग इसमें मेरा पूरा साथ देंगे।
RELATED ARTICLES

Leave a Reply

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: