मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति का एक ऐसा विषय होता है जिस पर जीवन में हर एक व्यक्ति को सबसे ज्यादा अहमियत देनी चाहिए और शारीरिक स्वास्थ से ज्यादा मानसिक स्वास्थ्य का ही ख्याल रखना चाहिए। लेकिन फिर भी दुनिया में ज्यादातर लोग इसे अनदेखा करते हैं। क्योंकि दुनिया में आज मेंटल हेल्थ से जुड़ी ऐसी कई बीमारिया है जो कि इस मानसिक तनाव के कारण बढ़ती जा रही है। जैसे कि स्टिग्मा, हिस्टीरिया, अत्महीनता, डिम्नशिया, एग्जाइटी, फोबिया, ऐसे में लोगो में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता जल्द से जल्द जागरूकता पैदा करने की खास आवश्यकता है। इसी परिस्थिति को देखते हुए दुनिया भर में हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के तौर पर मनाया जाता है। चलिए इस अवसर पर हम जानते हैं इस दिवस के पीछे का इतिहास क्या है कब, क्यों और कैसे इस दिवस को मनाया जाता है और इसका क्या महत्व है।
World Mental Health Day का थीम
साल 2021 में WMH के प्रेसिडेंट डॉ इंग्रिड डेनियलने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस साल 2021 के नए थीम की घोषणा की है और इस साल वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे का थीम रखा गया है Mental Health in an Unequal World “एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य”। व्यक्ति को अपने शारीरिक स्वास्थ्य से ज्यादा मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए इसके लिए जरूरी है कि व्यक्ति चिंता से हमेशा मुक्त रहे। लेकिन कुछ लोगो की यह आदत होती है वह हर समय छोटी से छोटी बात को लेकर भी ज्यादा सोचते हैं जो कि धीरे-धीरे तनाव और डिप्रेशन का रूप ले लेता है। और यह व्यक्ति के लिए बहुत खतरनाक होता है क्योंकि ऐसा होने पर व्यक्ति अंदर ही अंदर खोखला हो जाता है।
World Mental Health Day की शुरुआत

साल 1992 में पहली बार वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया गया था दरअसल यूनाइटेड नेशंस के महा उप महासचिव रिचर्ड हंटर और फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ की पहल पर पहली बार इस दिवस को मनाया गया था। वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ डेढ़ सौ से भी ज्यादा सदस्य व उपदेशो वाला एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है। जिसे साल 1994 में संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव यूजीन ब्रॉडी ने एक टीम तय करके इस दिवस को मनाने की सलाह दी थी। जिसके बाद से हर साल 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगो में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमो का आयोजन किया जाता है। हमारे दैनिक जीवन शैली में होने वाले बदलाव और दैनिक जीवन से जुड़ी चिंता ही तनाव का कारण बनते जा रहे हैं जो आगे चलकर डिप्रेशन में बदल जाते हैं।
क्यों मनाया जाता है World Mental Health Day
पूरी दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगो में जागरूकता लाने के लिए हर साल वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के तौर पर मनाया जाता है। इस दिवस को लेकर लोगो में जागरूकता पैदा करना बहुत जरूरी है। क्योंकि जब व्यक्ति चिंता में होता है तो वह धीरे-धीरे तनाव का शिकार हो जाता है और अगर यह तनाव लंबे समय तक बना रहे तो डिप्रेशन बन जाता है। ऐसे में मेंटल हेल्थ यानी कि मानसिक तनाव के प्रति लोगो में जागरूकता बढ़ाना बहुत जरूरी है ताकि लोग पहले से ही इसके प्रति सावधानी बरत सके। हालांकि ज्यादातर लोग वैसे भी मेंटल हेल्थ के प्रति सभी परेशानियो को नजरअंदाज करके चलते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।
क्योंकि जब व्यक्ति का मानसिक तनाव एक बार बढ़ जाता है तो वह धीरे-धीर मानसिक स्थिति को बिगाड़ने लगता है और जब व्यक्ति की शारीरिक स्थिति बिगड़ती है यानी कि लोगो की तबीयत खराब होती है तो वह जल्दी से डॉक्टर से संपर्क करके उसका निवारण ढूंढ लेते हैं। लेकिन जब व्यक्ति की मानसिक स्थिति खराब होती है तो लोग समझ नहीं पाते कि वह क्या करें। क्योंकि इसका इलाज ढूंढना इतना आसान नहीं है और इसीलिए यह जरूरी है कि लोगो में इसके प्रति पहले से ही जागरूकता रहे और लोग इसके प्रति पहले से ही सावधानी बरतें। इसीलिए आज के दौर में लोगो लोगो के जीवन में मानसिक बीमारी एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है।
दुनिया में बहुत से लोगो में मानसिक समस्याएं देखने को मिलती है और इन्हीं समस्याओ के प्रति लोगो के बीच जागरूकता फैलाने के मकसद से वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है लोगो के बीच मानसिक दिक्कतो के प्रति जागरूकता लाना और ऐसी समस्या होने पर समय रहते डॉक्टरी सहायता ली जाए। साथ ही मानसिक परेशानियो से जूझ रहे लोगो की कठिनाई उनके दोस्त, रिश्तेदार और समाज भी समझ सके।