34 साल की भाविना पटेल रविवार के दिन हुए फाइनल मुकाबले में दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी चीन की खिलाड़ी झाउ यिंग से हार गई थी। उन्होंने पैरालंपिक में वुमन टेबल टेनिस में भी रजत पदक जीता वह देश की दूसरी महिला हैंं जिन्होंने पैरालंपिक में देश के लिए पदक जीतने में कामयाब रही है वह पहली बार ओलंपिक में भाग लेने के लिए पहुंची थी।भाविना पटेल के पदक जीतने के बाद इस अवसर पर उनके परिवार वाले जश्न मना रहे हैंं।
भाविना पटेल गुजरात के मेहसाणा की रहने वाली है उनके अपने पहले ही पैरालंपिक खेल में रजत पदक जीतने पर भाविना पटेल के परिवार के सदस्यो और दोस्तों ने उनकी इस उपलब्धि पर जमकर गरबा किया और अपनी खुशी बयान की है। इस अवसर पर उनके पिता हसमुख भाई पटेल ने मेहसान में कहा कि उसने हमें गौरवान्वित किया है हम उसके लौटने पर भव्य तरीके से उसका स्वागत करेंगे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी भाविना पटेल की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि भाविना के सफलता पर पूरे देश को गर्व हैै। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर इससे बड़ी खुशी क्या हो सकती हैै। भाविना की सफलता देश में खेलों को एक नई दिशा देगी टोक्यो पैराओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भाविना पटेल को देशभर से बधाइयां मिल रही हैै। फाइनल मुकाबले में भले ही भाविना पटेल चीन के खिलाड़ी से हार गई लेकिन इस प्रतियोगिता में टिकी रही और उन्होंने अपना जबरदस्त प्रदर्शन करके सिल्वर मेडल जीता।
भाविना पटेल के रजत पदक जीतने पर PM मोदी ने भी उन्हें ढेरो बधाइयां दी। PM नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि “असाधारण भावना पटेल ने इतिहास रच दिया है उनकी जीवन यात्रा प्रेरित कर रही है और खेलने के प्रति ज्यादा से ज्यादा युवाओं को आकर्षित करेगी।
टोक्यो पैरालिंपिक में भाविना पटेल ने सिल्वर मेडल जीता जिसके बाद उन्हें पुरी दुनिया बधाई दे रही है। उन्होंने टेबल टेनिस के विमेंस सिंगल्स में क्लास-4 कैटेगरी में भारत को मेडल दिलाया है। फाइनल में भाविना का मुकाबला वर्ल्ड नंबर-1 चीनी खिलाड़ी झोउ यिंग से था। यिंग ने भाविना को 11-7, 11-5 और 11-6 से हरा कर गोल्ड जीता। और भाविना को सिल्वर मिला वे टेबल टेनिस में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी हैं।
भाविना पटेल का अगला टारगेट
एक इंटरव्यू के दौरान जब भाविना पटेल से यह पूछा गया कि वह उनक आगे का क्या प्लान है तो उन्होंने कहा कि महिला सिंगल्स में मिले हार का बदला वह चीनी टीम से डबल्स में जाकर लेंगी डबल्स में उनकी पार्टनर गुजरात की सोनलबेन पटेल है।

मेरा लक्ष्य टेबल टेनिस में गोल्ड मेडल जीतना है और विमेंस सिंगल्स के फाइनल में हार का बदला डबल्स में चीनी टीम से लेना है। मैं डबल्स में सोनलबेन पटेल के साथ मिलकर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहती हूं। टेबल टेनिस में हमेशा से चीनी खिलाड़ियों का दबदबा रहा है। सेमीफाइनल में चीन की झांग मियाओ को हराकर ही मैं फाइनल में पहुंची थी। मैं चाहती हूं कि मंगलवार को डबल्स के पहले मुकाबले में चीनी टीम को हरा कर अभियान की शुरुआत करूं। वहीं अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में देश को मेडल जीताना चाहती हूं।
भावना पटेल का जन्म 6 नवंबर साल 1986 के मेहसाणा जिले में एक वडगर के एक छोटे से गांव में हुआ था। भाविना जब केवल 1 साल की थी तभी वह पोलियो की शिकार हो गई जिसके बाद उनके माता-पिता ने विशाखापत्तनम में उनका एक ऑपरेशन भी करवाया था जो कि असफल रहा। रिहैब के दौरान भाविना ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया जिस वजह से उनकी अवस्था ऐसी ही रह गई। और फिर मध्यमवर्गीय परिवार से तालुक रखने वाली भाविना को अपनी पूरी जिन्दगी के लिए व्हीलचेयर को ही अपनाना पड़ा। भाविना ने अपने 12 वी तक की पढ़ाई गांव से ही की। और गुजरात विश्वविद्यालय से पत्राचार के माध्यम से स्नातक की डिग्री हासिल की।
लेकिन ऐसे कठिन समय में भी भाविना ने अपने अंदर के जज्बे को टूटने नहीं दिया। उन्होंने शौकिया तौर पर टेबल टेनिस खेलना शुरू किया उन्होंने व्हीलचयर पर रहकर ही टेबल टेनिस खेलना शुरू किया और आगे चलकर इसी को अपना जूनून करियर बना बनाने की ठान ली।
पहली बार साल 2011 में मिली पहचान
साल 2011 में भाविना पटेल ने PTT थाईलैंड टेबल टेनिस चैंपियनशिप जीतकर अपनी पहचान बनाई थी इसके बाद उन्हें पुरे देश भर पहचान मिली। साल 2013 के अक्टूबर महिने में बीजिंग एशियन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में उन्होंने महिलाओ के सिंगल्स क्लास 4 इवेंट का पदक जीतकर इतिहास रचा था।
क्लास 4 की पैरा एथलीट
साल 2017 में एक बार फिर एशियन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में भाविना पटेल ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। भाविना क्लास 4 की पैरा एथलीट हैं क्लास 4 कैटेगरी में शामिल खिलाड़ी अपने हाथो का उपयोग करने में सक्षम होते हैं। जबकि उनकी कमर का निचला हिस्सा चोट या सेरेबल पाल्सी के कारण कमजोर होता है और काम नहीं करता।