हमारे देश को अंग्रेजो की गुलामी से मुक्त कराने के लिए कई स्वतंत्रता सेनानियो और क्रांतिकारियो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और देश के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। आज हम आपको ऐसे ही देश के महानायक और नायिकाओ के बारे में बात करेंगे जिन्होंने देश की मिट्टी के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। इन सभी भारत के सपूतो ने निडरता के साथ लड़कर बढ़-चढ़कर भारत की आजादी में अपना अहम योगदान दिया था।
इस साल 2021 में भारत देश अपना चौक 75 वा स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है ऐसे में हमें भारत के उन महान वीर क्रांतिकारियों के बारे में जानना बहुत महत्व रखता है तो चलिए हम जानते हैं स्वतंत्रता दिवस भारत को स्वतंत्र कराने स्वतंत्रता दिलाने वाले उन महान वीर जवानों के बारे में जिन्होंने जिन के वजह से आज हम अपने आज हम हर सुबह स्वतंत्र में शूज उठकर स्वतंत्र महसूस करते हैं इस देश में स्वतंत्रता का अधिकार रखते हैं जिसके वजह से आज इनके कुर्बानियों के वजह से आज हम देश का 75 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं हर स्वतंत्रता दिवस पर हमें उन आजादी दिन आने वाले हर नाम को याद करके उन्हें दिल से सलाम करना चाहिए। क्योंकि हमारे देश को आजाद कराने के लिए तमाम वीरों और वीरांगनाओं ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी अपने आपको देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए कुर्बान कर दिया।
महात्मा गांधी
अंग्रेजो के गुलामी से भारत को मुक्ति दिलाने के लिए सबसे पहले महात्मा गांधी का नाम आता है जिन्होंने अहिंसा के रास्ते पर चलकर ही अंग्रेजों को झुकने पर मजबूर कर दिया आज जब भारत के स्वतंत्रता की बात आती है तो सबसे पहले लोगों के दिमाग में महात्मा गांधी जी ही याद आते हैं महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन करके भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ब्रिटिसो की ओर से नमक पर लगाए जाने वाले टैक्स के विरोध में गांधी जी की ओर से शुरू किया गया दांडी मार्च भी बहुत सफल हुआ था। इसके अलावा उन्होंनं समाज की कुरीतियो को खत्म करने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
वीरंगाना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई
भारत को अंग्रेजों से आजादी दिलाने के लिए वीरंगाना केवल वीर ही नहीं बल्कि भी रंग हिम्मतवाली भी रंग लाई भी शामिल थी जिनमें झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का भी नाम आता है रानी लक्ष्मीबाई भारत को आजादी दिलाने वाली वीरांगनाओं में से एक है भारत की आजादी में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई ने भी अहम भूमिका निभाई थी।
रानी लक्ष्मीबाई ने अपने राज्य झांसी को अंग्रेजो के चंगुल से छुड़ाने के लिए जंग छेड़ी थी। साल 1858 में दो हफ्तो के इस युद्ध में रानी लक्ष्मीबाई ने ब्रिटिशर्स को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। हालांकि बाद में अंग्रेजो से लड़ते हुए वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई वीरगति को प्राप्त हो गई।
महान वीर क्रांतिकारी भगत सिंह
अपने जज्बे और जोश के साथ अंग्रेजो को घुटने टेकने पर मजबूर करने वाले क्रांतिकारी भगत सिंह को कैसे भूला जा सकता है भारत देश को आजादी दिलाने में भगत सिंह ने भी एक बड़ी भूमिका निभाई थी। आजादी की लड़ाई में उन्होंने अपने चाचा के साथ कदम रखा था। बाद में उन्होंने धरती मां को गुलामी से मुक्त कराने का बीड़ा अपने कंधो पर उठा लिया था। उन्होंने साल 1921 में असहयोग आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी।
स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे
भगत सिंह के अलावा स्वतंत्रता सेनानियों में और एक महत्वपूर्ण नाम है मंगल पांडे का जो ईस्ट इंडिया कंपनी के सैनिक थे। साल 1857 में उन्होंने अंग्रेजो के विरोध में लड़ाई लड़ी थी।
उन्होंनो ब्रिटिशर्स की ओर से गाय की चर्बी का उपयोग करके बनाए जाने वाले कारतूसो को बदलने की मांग की थी। क्योंकि इसे खींचने के लिए मुंह लगाना पड़ता था जीससे हिंदू धर्म भ्रष्ट हो रहा था और हिंदू होकर हिंदू धर्म का अपमान करना उन्हे मंजूर नहीं था।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस

जब आजादी की लड़ाई की बात होती है तो नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम कैसे पीछे रह सकता है। आजादी की लड़ाई में सबसे बड़ा हाथ था वह था नेताजी सुभाष चंद्र बोस का। उन्होंने भारतीय कांग्रेस के साथ जुड़कर अवज्ञा आंदोलन में अपनी हिस्सेदारी निभाई थी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने जर्मनी जाकर इंडियन नेशनल आर्मी का गठन किया था।
लाला लाजपत राय
इसके अलावा देश को स्वतंत्रता दिलाने वाले सेनानियो में लाला लाजपत राय का नाम आता है और इनका नाम बेहद शान से लिया जाता है। इन्होंने ही जलियावाला बाग हत्याकांड के विरोध में अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था और इस संघर्ष में हुए लाठीचार्ज के दौरान वे बुरी तरह से घायल भी हो गए थे, इस कारण से उनकी मृत्यु भी हो गई थी।
बाल गंगाधर तिलक
आजादी की लड़ाई में बाल गंगाधर तिलक ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाल गंगाधर तिलक ने ही “स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है” यह नारा दिया था। उन्होंने संपूर्ण भारतवर्ष में घूम घूम कर अंग्रेजो के खिलाफ रणनीति बनाई थी।
क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खान
अपने तेज तर्रार अंदाज के लिए जाने जाने वाले क्रांतिकारी अशफाक उल्लाह खान ने भी आजादी की लड़ाई में अपनी भूमिका निभाई थी। वे उग्र विचार धारा के होने के साथ ही उन्होंने कांकोरी कांड में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपने साथियो के साथ मिलकर ट्रेन से अंग्रेजो का खजाना लूटा था।
बहादुर शाह जफर
साल 1857 की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले बहादुर शाह जफर को कोई कैसे भूल सकता है। इनका नाम हमेशा शान से याद किया जाता है बहादुर शाह जफर ने ही ईस्ट इंडिया कंपनी से लोहा लेने के लिए विशाल मोर्चा तैयार किया था।
शिवराम राजगुरु
आजादी की लड़ाई में नाम लिए जाने वाले महान क्रांतिकारी वीरो में शिवराम राजगुरु का नाम भी भुलाया नहीं जा सकता। इनका नाम पर बेहद शान से से लिया जाता है। शिवराम राजगुरु भगत सिंह के साथी थे वे अंग्रेजो से मुकाबला करने के लिए नौजवानो को जोड़ने और रणनीति बनाने का काम करते थे।
इस पोस्ट में हमने आपको 10 महान क्रांतिकारियो के बारे में बताया है हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाने में कई महान बहादुर वीरो का अवदान है। हालाकि इस पोस्ट में हमने उन सब का उल्लेख नहीं किया है। हम चाह कर भी कभी उनका कर्ज नहीं चुका सकते जिन्होंने इस देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपनी जान अपना सब कुछ त्याग दिया। चलिए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम सभी मिलकर अपने देश के रियल हीरो को सलाम करते हैं।