इस सृष्टि की बुनियाद परिवार ही होता है परिवार के बिना व्यक्ति की कल्पना अधूरी होती है। वर्तमान में दुनिया जिस दौर से गुजर रहा है ऐसे में परिवार की अहमियत और ज्यादा बढ़ गई है। संयुक्त परिवार के महत्व और जीवन में परिवार की जरूरत के प्रति लोगो में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 15 मई के दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरी दुनिया में परिवार दिवस के तौर पर मनाया जाता है। आज के इस पोस्ट में हम आपको अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। आइए सबसे पहले यह जानते हैं कि परिवार क्या होता है।
परिवार क्या है
इस दुनिया में जिन लोगो का परिवार नहीं होता वह परिवार की अहमियत को अच्छे से समझ सकते हैं। परिवार वह होता है जिसमे किसी एक व्यक्ति को किसी बात की परेशानी होने पर पूरा परिवार उसकी परेशानी में परेशान रहता है परिवार का हर सदस्य उसके परेशानी को दूर करने के प्रयास में लग जाता है। परिवार कहते ही हम यह समझते हैं कि अगर परिवार में किसी एक व्यक्ति की जिंदगी पर किसी प्रकार का प्रभाव पड़ता है तो परिवार में उससे जुड़े सभी लोगो की जिंदगी में प्रभाव पड़ता है।
परिवार उस ट्रेन की तरह है जिसके हर डब्बे एक दुसरे से जुड़े रहते हैं। पुराने समय की बात करें तो धार्मिक मान्यताओ के अनुसार आज की ही तरह पहले भी परिवारो का भी गठन हुआ करता था। लेकिन आधुनिक समय में परिवार का विघटन एक आम बात हो चुकी है। ऐसे में परिवार ना टूटे इस कारण अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस की शुरुआत
बसे पहले संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली ने 9 दिसंबर साल 1989 में परिवार दिवस मनाए जाने की घोषणा की थी। जिसके बाद साल 1993 में महासभा ने एक संकल्प में हर साल 15 मई को दुनिया भर में परिवार दिवस मनाए जाने का फैसला किया।
परिवार के महत्व को बनाए रखने के लिए साल 1993 में संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली ने अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस की शुरुआत की थी। साल 1996 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस को एक विषय के साथ मनाया गया था पहली बार इस दिवस का विषय रखा गया था “गरीबी और बेघर” जीसके द्वारा इस दिन की शुरुआत हुई थी। सामूहिक परिवारो का टूटना और एकल परिवारो का बढ़ना विश्व के लिए एक चिंता का विषय है और इसीलिए अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस को मनाना एक महत्वपूर्ण काम समझा गया।
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस कैसे मनाया जाता है
इस दिवस को पूरी दुनिया के समुदायो के लोगो को उनके परिवारो से जोड़ने, सामाजिक प्रक्रियाओ के बारे में जागरूक करने, परिवार से जुड़े हर मुद्दो पर समाज में जागरूकता फैलाने के साथ परिवार नियोजन की जानकारी देकर अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस को मनाया जाता है। इस दिन परिवार के सभी लोग माता-पिता, बच्चे, बूढ़े सभी मिलकर एक साथ फोटो खींचते हैं एक साथ खाना खाते हैं मनोरंजन करने के लिए नृत्य, संगीत आदि प्रदर्शित करते हैं। खाली समय में एक साथ बैठकर के विभिन्न तरह के खेल खेलते हैं, अच्छी फिल्में देखते हैं यानी कि पूरा दिन एक दूसरे के साथ समय व्यतीत करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस का थीम
पहली बार साल 1996 में अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया गया था जीसका थीम रखा गया था “गरीबी और बेघर” इसके माध्यम से इस दिन की शुरुआत की गई थी। साल 1996 के बाद अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस को हर साल अलग अलग खास थीम के साथ मनाया जाने लगा संयुक्त राष्ट्र ने भी एक खास थीम आधारित करने को लेकर इसकी अनुशंसा की थी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने इस साल 2021 में अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस का थीम रखा था – “परिवार और नई प्रौद्योगिकीया” . और पिछले साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस का थीम रखा गया था – “विकास में परिवार : कोपेनहैगन और बीजिंग + 25” (Families in development: Copenhagen & Beijing+25)
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस का उद्देश्य
परिवार के महत्व, नई संकल्प और उनके प्रति जागरूकता व नई चुनौतियो को रेखांकित करने के लिए हर साल अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है। व्यक्ति ही क्या किसी भी समाज की परिकल्पना परिवार के बगैर अधूरी होती हैं और परिवार बनाने के लिए लोगो को मिल जुल कर रहना बहुत जरूरी है।
संयुक्त राष्ट्र की तरफ से इस दिवस को मनाए जाने का उद्देश्य यही है कि दुनिया भर में परिवारो को बेहतर जीवन स्तर और सामाजिक प्रगति के लिए लोगो को प्रोत्साहित किया जाए। यह दिन आर्थिक और सामाजिक संरचनाओ को भी संबोधित करने पर केंद्रित होता है। जो दुनिया भर के विभिन्न हिस्सो में पारिवारिक इकाईयो की स्थिरता और संरचना को प्रभावित करते हैं।
यह दिन परिवार में एक दूसरे के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का भी अहसास कराता है। यह दिवस इसलिए भी और महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि कोरोना संक्रमण के समय परिवार के साथ मिलकर इन मुश्किल हालातो को लड़ना बहुत जरूरी है। इस समय यह परिवार ही है जो एक दूसरे के साथ खड़े होकर हाथ मिला कर आगे बढ़ रहे हैं।
समाज में परिवार की भूमिका
एक अच्छे समाज का गठन एक अच्छे परिवार से ही होती है जब कुछ परिवार मिलकर जीवन व्यतीत करते हैं वही एक अच्छे समाज के रूप में लोकप्रिय होने लगता हैै। परिवार एक प्रकार से समाज की मूलभूत इकाई है जिसके बिना किसी भी समाज की कल्पना नहीं की जा सकती।
एक संयुक्त परिवार से उन्नति के रास्ते खुलते हैं जबकि एकल परिवार से अकेलापन होने के साथ और विकास की गति भी धीमी होती है। अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस का प्रतीक चिन्ह होता है हरे रंग का एक गोल घेरा जिसके अंदर एक घर बना होता है और उसमें एक दिल का चिन्ह होता है। जो समाज का केंद्र यानी एक परिवार को दर्शाता है यह बताता है कि परिवार के बिना समाज अधूरा हैै।
संयुक्त परिवार की अहमियत
छोटा या बड़ा दुनिया में हर किसी के पास एक परिवार होना बहुत जरूरी है परिवार के बीच रहने से व्यक्ति अपने जीवन को पूरी तरह से जी पाता है कुछ ना होते हुए भी व्यक्ति खुश रह पाता है। जो व्यक्ति परिवार के बीच रहता है वह तनावमुक्त और खुश रहता है साथ ही अकेलेपन, डिप्रेशन जैसी परेशानियो से अच्छे से जूझ लेता है। एक परिवार में अगर किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की परेशानी होती है तो वह व्यक्ति पर हावी नहीं होती है क्योंकि वह परिवार के बीच रहता है।
परिवार के साथ रहने से आप सामाजिक बुराइयो से भी अछूत रहते हैं। अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस की उद्देश्य की बात करें तो युवाओ को परिवार के प्रति जागरूक करना और उनको अपने परिवार के प्रति अपने फर्ज का अवगत कराना। ताकि युवा अपने परिवार से दूर ना हो और अपने परिवार के प्रति अपने फर्ज को पूरी निष्ठा से निभा सके।
जीवन में कोई व्यक्ति कितना भी सफल और शिक्षित क्यों ना हो जाए अगर उसके पास परिवार नहीं होता तो वह पूरी तरह से अकेला होता है। जीवन में सफल से सफल व्यक्ति भी एक परिवार के बिना अधूरा ही रहता है लेकिन अगर आपके पास परिवार है तो वह कभी अकेला हो ही नहीं सकता। जो व्यक्ति अकेले रहता है वही परिवार की अहमियत को समझ पाता है क्योंकि अकेले जीवन बिताना जीवन काटने जैसा होता है। और यह बिल्कुल भी आसान नहीं है परिवार में रहने वाला व्यक्ति अपनी खुशि और गम को एक दूसरे के साथ बांट सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस का महत्व
हर एक व्यक्ति के जीवन में परिवार बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। आज कोरोना महामारी के दौर में कहीं ना कहीं इस बीमारी के आने से लोग अपने परिवार से और ज्यादा करीब हो गए हैं। आजकल लोग अपनी भागदौड़ भरी दुनिया में परिवार के लिए समय तक नहीं निकाल पाते, लेकिन आज कोरोना ने हर किसी के मन में अपने परिवार के प्रति एक दूसरे को खोने का डर बैठा दिया है।
परिवार में हम खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं हमे अपने जीवन में किसी के होने का एहसास होता है। वैश्विक स्तर पर साल में एक बार मनाया जाने वाला यह दिवस हमे इस बात का एहसास कराता है कि हम कितने लकी है कि हमारे पास हमारा परिवार है।
पता नहीं दुनिया में ऐसे कितने ही लोग हैं जिनका परिवार नहीं होता लेकिन फिर भी वह जीवन जीते हैं।लेकिन हम अपने परिवार के होते हुए भी अपने परिवार की कभी कदर नहीं करते। हम अपने आप में और अपनी जिंदगी में इतने व्यस्त होते हैं कि हमें अपने परिवार के लिए समय ही नहीं बचता।
तो आइए हम सब मिलकर अपनी जिंदगी में आनेवाले हर एक परिवार दिवस पर अपने परिवार के साथ समय बिताने का संकल्प करें। और इस बात को समझे कि हमें हमारा परिवार हमारे अच्छे कर्मो के बाद मिला है और हमें उसकी कदर करनी चाहिए। हम आशा करते हैं परिवार दिवस से जुड़ी यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा तो इस पोस्ट को लाइक करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।