इस दुनिया का सबसे खूबसूरत और प्यारा रिश्ता मां और बच्चे का ही होता है। दुनिया के हर बच्चे के लिए उसकी मां सबसे ज्यादा खास और प्यारी होती है और दुनिया के हर एक मां को सम्मानित करने के लिए मई महीने के दूसरे रविवार को यह खास से मनाया जाता है। और इस दिन को मनाने के पीछे कोई एक कहानी नहीं है, दुनियाभर के अलग-अलग देशो में इस दिन को मनाने की अलग अलग कहानी प्रचलित है।
कब और क्यों मनाया जाता है Mothers Day
Mothers Day मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है इस साल 2021 में यह दिन 9 मई को है। यह दिन Sunday के दिन इसीलिए मनाया जाता है ताकि बड़े से बड़े कामयाब लोग भी छुट्टी पर रह सके और अपनी मां के साथ समय बिता सके। उन्हें खुशीया दे सके, उनके साथ समय बिता सके ज्यादातर देशो में मदर्स डे हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को ही मनाया जाता है। जबकि कई दुसरे देश अपनी-अपनी मान्यता के अनुसार अलग-अलग तिथियो पर इस दिन को मनाते हैं।
ग्रीस में Mothers Day
जानकारो के अनुसार मां के प्रति सम्मान और मां की पूजा का रिवाज पुराने ग्रीस से आरंभ हुआ है। कहा जाता है कि स्य्बेले ग्रीक देवताओ की मां थी और उनका सम्मान करने के लिए ही यह दिन मनाया जाता था। यह दिन त्यौहार की तरह मनाने की प्रथा थी, एशिया माइनर के आसपास और साथ ही रोम में भी वसंत के आसपास इदेस ऑफ मार्च 15 मार्च से 18 मार्च तक मनाया जाता था।
वेस्ट वर्जीनिया में Mothers Day
वेस्ट वर्जीनिया में प्रचलित एक कहानी के अनुसार पूरी दुनिया के हर एक माताओ और उनके गौरवमई मातृत्व के लिए विशेष रूप से पारिवारिक और उसके परस्पर संबंधों को सम्मान देने के लिए मनाने की शुरुआत हुई थी। जो अब दुनिया के हर एक जगह में अलग-अलग दिनो पर मनाया जाता है इस दिन कई जगहो पर अवकाश भी घोषित किए जाते हैं।
यूरोप और ब्रिटेन में Mothers Day
यूरोप और ब्रिटेन में भी मां के प्रति सम्मान दर्शाने के कई प्रथाएं प्रचलित है। जिसके अंतर्गत एक खास रविवार को मातृत्व माताओ को सम्मानित किया जाता। और इसे मदरिंग संडे कहा जाता था। मदरिंग संडे फेस्टिवल लितुर्गीकल कैलेंडर का हिस्सा है। यह कैथोलिक कैलेंडर में लेतारे संडे, लेंट में चौथे रविवार को “वर्जिन मैरी” और “मदद चर्च” को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता था। साल 1912 में एना जॉर्विस ने सेकंड संडे इन मई फॉर “मदर्स डे” को ट्रेडमार्क बनाया और मदर डे इंटरनेशनल एसोसिएशन का गठन किया।
विभिन्न देशो में विभिन्न दिन मनाया जाता है यह दिन
बाद में इन तारीखो को कुछ इस प्रकार बदली गई कि विभिन्न देशो में प्रचलित धर्मो के देवी के जन्मदिन या पुण्य दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। ऐसे ही कैथोलिक देशो में वर्जिन मैरी डे और इस्लामिक देशो में पैगंबर मुहम्मद की बेटी फातिमा के जन्मदिन की तारीख से इस दिन को बदल दिया गया। वैसे ही कुछ देश 8 मार्च वूमंस डे को ही मदर्स डे के तौर पर भी मनाते हैं। यहां तक कुछ देशो में तो अगर मदर्स डे पर अपनी मां को सम्मानित नहीं किया जाए तो उसे अपराध के नजर से देखा जाता है।
जापान में Mothers Day
जापान में मात्री दिवस शोवा अवधि के दौरान महारानी कोजून के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता था और इसे आज कल अपनी मां के लिए ही लोग मनाते हैं। जापान में बच्चे इस दिन अपनी मां को गुलनार और गुलाब के फूल उपहार के रूप में देते हैं। चीनी नागरिको लिए यह दिवस बेहद लोकप्रिय है चीन में भी बच्चे अपने मां को गुलनार के फूल उपहार देते हैं।
चीन में Mothers Day
साल 1997 में चीन में इस दिन को गरीब माताओ की मदद के लिए निश्चित किया गया था और खास तौर पर उन माताओ के लिए जो ग्रामीण क्षेत्र से हैं जो पश्चिम चीन में रहती हैं। थाईलैंड में मदर्स डे को थाईलैंड की रानी के जन्मदिन पर मनाया जाता है। और भारत में यह दिन कस्तूरबा गांधी के सम्मान में मनाए जाने की परंपरा है।
Mothers Day का महत्व
यह दिन देश के सभी माताओ को समर्पित होता है वैसे हर किसी के दिल में अपने मां के प्रति प्यार और सम्मान होता है। लेकिन यह एक ऐसा दिन होता है जब हम अपने मा को खास एहसास करा सकते हैं। यह दिन माता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन होता है उनके निस्वार्थ प्रेम और स्नेह के लिए धन्यवाद देने का दिन होता है। यह दिन जितना खास होता है इस दिन को मनाने की शुरुआत और भी खास होती है। अलग-अलग देशो में इस दिन को मनाने की अलग अलग कहानी भी प्रचलित है।

दुनिया में हर एक मां का जीवन त्याग, प्रेम और उनके बच्चो के देखभाल जैसी चीजो के बीच सीमित होकर रह जाती है। एक मां अपने बच्चो से बिना किसी शर्त के अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करते हैं। मां के इसी त्याग और बलिदान को याद करने के लिए हर साल यह दिन मनाया जाता है। इस दिन का अपना एक अलग ही महत्व होता है जो दुनिया के सभी दिनो से बिल्कुल अलग और खास है। इस दिन लोग अपनी माताओ को बेहद सम्मान और प्यार देते हैं उनके प्रति अपने प्यार को दर्शाते हैं, उन्हें तोहफे देते हैं। उनके लिए इस दिन को खास बनाने के लिए अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश करते हैं। पुरे साल में यह एक ऐसा दिन है जब हम माताओ को सम्मान और प्यार दे सकते हैं और उन्हें खुद पर गर्व महसूस करा सकते हैं।
अमेरिका में Mothers Day
कहा जाता है कि सबसे पहले आधुनिक मदर्स डे का जश्न अमेरिका में शुरू हुआ था, क्योंकि अन्ना जार्विस नाम की एक महिला चाहती थी कि इस दिन को मनाया जाए। और ऐसा वह इसीलिए चाहती थी क्योंकि उनकी अपनी मां ने भी ऐसी ही इच्छा व्यक्त की थी। और जब वह गुजर गई, तो जार्विस ने इस बात की पहल की और अपनी मृत्यु के तीन साल बाद साल 1908 में अपनी मां के लिए एक स्मारक रखा।
साल 1905 में जब इस महिला की मां जार्विस का निधन हो गया तब उन्हीं की पहल से संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में मदर्स डे के दिन छुट्टी के रूप में मान्यता देने के लिए एक अभियान की शुरुआत की थी। जिसके बाद साल 1911 में मदर्स डे को मान्यता दी गई लेकिन इस दिन छुट्टी देने पर रोक लगा दिया गया। हालांकि इसके बाद साल 1941 में वुडरो विल्सन ने मई महीने में दूसरे रविवार को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करते हुए एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए।एक और कहानी के अनुसार कहा जाता है की अमेरिका में मदर डे प्रोक्लामेशन जूलिया वॉर्ड होवे के द्वारा मनाया गया था। होवे द्वारा साल 1870 में रचित “मदर डे प्रोक्लामेशन” में अमेरिकन सिविल वॉर में हुए मारकाट संबंधी शांति वादी प्रतिक्रिया दिखी लिखी गई थी। और यह प्रोक्लामेशन होने का नारीवादी विश्वास था जिसके मुताबिक महिलाओ या माताओ को राजनीतिक स्तर के तौर पर अपने समाज को आकार देने का पूरा दायित्व मिलना चाहिए।
Mothers Day मनाने के क्या उद्देश्य है
इस दिन को मनाने का उद्देश्य यही है की हम साल भर में केवल 1 दिन ही सही अपनी मां के चेहरे पर हंसी ला सके। ताकि लोग अपनी जिंदगी के थोड़े से पल को उस इंसान को दे सके जिसने उनकी खुशियो के लिए कभी अपनी खुशी की परवाह नहीं कि।
क्यों अनमोल होती है माँ
मां एक ऐसा शब्द है जिसे सुनते ही दिल भर आता है सिर्फ प्यार और प्यार उमर पड़ता है। जिंदगी में एक माँ कई रिश्ते को बिना किसी स्वार्थ के साथ निभाती है। मां का दर्जा बहुत ऊंचा माना जाता है, क्योंकि मां ही वह होती है जो निस्वार्थ भाव से अपने बच्चो से प्यार करती है अपने परिवार की देखभाल करती है और बिना किसी छुट्टी के बिना सैलरी के जिंदगी भर काम करती है। हर रिश्ता एक न एक दिन फीका पड़ जाता है हर रिश्ते में कभी ना कभी स्वार्थ की भावना आ सकती है।
लेकिन मां और बच्चे का रिश्ता एक ऐसा रिश्ता है जिसमें मां कभी अपने बच्चे से प्रेम में स्वार्थ भावना नहीं ला सकती। दुनिया में अगर कभी भी कोई किसी से सच्चा प्यार करता है तो वह मां ही है जो अपने बच्चे से सच्चा प्यार करती है। अपनापन तो हर कोई दिखाता है लेकिन मां ऐसी होती है जो अपने बच्चे को अपने आप से भी ज्यादा प्यार प्यार देती है।

कभी एक या दो गलती करने के बाद हर कोई हमें गलत समझने लगता है, लेकिन मां ऐसी होती है जो हजार गलती करने के बाद भी एक बार अपने बच्चे को प्यार देती है और प्यार से समझाती है। दुनिया में कोई कितना भी प्यार कर ले लेकिन मां की एक फटकार से जो सीख मिल सकती है वह दुनिया में किसी भी प्यार से नहीं मिल सकती।
दुनिया में जितने भी रिश्ते हैं उन सब में मां से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं है। इस दुनिया में मां के प्यार को कोई शब्दो में बयान नहीं कर सकता और ना ही उनके प्यार के बदले उन्हें उस समान प्यार दे सकता है। लेकिन इस एक दिन के अवसर पर अपनी मां को तोहफे और थोड़ी खुशियां देकर उन्हें कुछ पल के लिए ही खुश कर सकते हैं।
आज कल के कुछ बच्चो की सच्चाई
एक माँ हर मुसीबत में अपने बच्चो की रक्षा करती है समय समय पर फटकार भी लगाती है, ताकि हम जिंदगी में मजबूत और कामयाब इंसान बन सके। अपनी खुशी की परवाह किए बगैर केवल अपने बच्चो की परवाह करती है केवल अपने बच्चे के जीवन के लिए ही सपने देखती है।
हमें तो हर दिन हर पल अपनी मां को खुशी देने का प्रयास करना चाहिए। लेकिन आजकल लोग अपने जीवन में girlfriend, boyfriend और पति, पत्नी को खुशी देने के पीछे पड़े रहते हैं। लेकिन कभी यह नहीं सोचते कि किसी कोने में बैठी उनकी बूढ़ी मां ने उनके लिए जो किया है वो कभी उनकी बीवी और उनकी गर्लफ्रेंड नहीं कर सकती।
आजकल की पीढ़ी अपनी खुशी, अपने बीवी, बच्चे अपने परिवार में उलझ कर रह जाते हैं कभी उन मां-बाप के बारे में सोचते तक नहीं जिन्होंने उन्हें आज इस लायक बनाया है ताकि वह अपना परिवार बना सके। दुनिया में तो आजकल इतने बुरे काम हो रहे हैं कि कहने में भी आंखें भर आती है।
लोग अपने बूढ़े मां बाप को आश्रम में रख आते हैं इधर उधर भटकने के लिए छोड़ देते हैं। आज की युवा पीढ़ी में कुछ बच्चे ऐसे हैं जो अपने परिवार बीवी, बच्चे के आगे अपने मां-बाप को देखना भी पसंद नहीं करते। लेकिन उन लोगो के लिए हम यह कहना चाहेंगे कि उनके जैसा बदकिस्मत इंसान और कोई भी नहीं है जो अपने मां-बाप का सेवा ना कर सके।
आजकल के भागदौड़ भरी दुनिया में लोग इतना व्यस्त होते हैं, कि उनके लिए यह सब कुछ नहीं होता केवल वे अपनी जिंदगी में मगरुम हुए रहते हैं। लेकिन जिंदगी में अगर आए हैं तो हमें उस इंसान के कदर को कभी नहीं भूलना चाहिए जो हमें इस दुनिया में लाए हैं। हमें इस लायक बनाए हैं कि आज हम अपने पैरों पर खड़े होकर अपनी जिंदगी सवार सकते हैं।
इस दिन को अपने माँ के लिए कैसे बनाएं खास
- Mothers Day के अवसर पर आइए जानते हैं कुछ ऐसे तरीको के बारे में जो करके आप अपनी मां को खुशी दे सकते हैं।
- क्योंकि मां अपने बच्चे से कभी नहीं कहती कि बेटा मुझे यह चाहिए या वह चाहिए। वह हमेशा आपकी खुशी के लिए ही सोचती है आपको क्या चाहिए इसीका ध्यान रखती है।
- ऐसे में अगर थोड़ा सा ध्यान आप अपनी मां का रखते हैं तो सोचिए उन्हें कितना अच्छा लगेगा। मां के इस दिन को खुशी से भरने के लिए आप इस दिन अपनी मां के पसंद का कुछ खाने का बना सकते हैं उन्हें अपने हांथ से खिला कर उनके साथ खुशिया बांट सकते हैं।
- इस दिन हमें अपने सभी काम छोड़कर मां के साथ समय बिताना चाहिए वह सब काम करना चाहिए जो मां बेहद पसंद करती है। जैसे कि उनके साथ बैठकर उनकी कोई फेवरेट फिल्म देखना कोई पुरानी एल्बम खोल कर उनके साथ बचपन की यादे शेयर करना। यानी कि जो करके मां को खुशी मिलती है हमें बह सब करना चाहिए।
- इस दिन आप अपनी मां के लिए प्यार से कार्ड बनाकर भी गिफ्ट दे सकते हैं। इस दिन आप अपनी मां को कोई प्यारी सी साड़ी गिफ्ट कर सकते हैं या इस दिन आप अपनी मां को कहीं घूमने भी ले जा सकते हैं और बाहर खाना खिला कर उन्हें खुश कर सकते हैं।