सूखे फल और उनके बीज को ही ड्राई फ्रूट्स कहा जाता है। इन फलो और बीजो में पानी नहीं होती है। इन फलो को या तो सूरज की रोशनी में सुखाया जाता है या कृत्रिम तरीके से सुखाया जाता है। और बीज वाले ड्राई फ्रूट्स को प्राकृतिक रूप से सूखाए जाते हैं। और इन्हें पोषक तत्वो का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसीलिए दिन में कुछ मात्रा में ड्राई फ्रूट्स सेवन करने की सलाह दी जाती है।
कुछ लोग यह नहीं जानते कि कौन-सा ड्राई फ्रूट्स है और कौन-सा नहीं है। इसलिए नीचे हमने आपको प्रमुख ड्राई फ्रूट्स के बारे में बताया है।
- काजू
- किशमिश
- पिस्ता
- बादाम
- अखरोट
- छुहारा
- खजूर
- मूंगफली
- खुबानी
- सूखा अंजीर
- मुनक्का
- मखाना
ड्राई फ्रूट्स खाने से शरीर को कई लाभ हो सकते हैं। इन फायदों के कारण ही हम बीमारियो से बचे रह सकते हैं। ऐसे में जिन्हें ड्राई फ्रूट्स के फायदे नहीं पता हैं, उनके लिए यह पोस्ट फायेदमंद होने वाला हैइस पोस्ट में हम आपको ड्राई फ्रूट्स के फायदे के बारे में सभी जरूरी जानकारी देने वाले हैं।
ड्राई फ्रूट्स में शुगर और कैलरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है यानी कि ड्राई फ्रूट्स में ग्लूकोज और फ्रुक्टोज दोनो ही पाए जाते हैं। ड्राई फ्रूट्स में मौजूद शुगर में फ्रुक्टोज की मात्रा भी मौजूद होती है।
बादाम
बादाम की बात करें तो बदाम कई गुणो की खान है।बदाम में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और शरीर के लिए आवश्यक फैटी एसिड पाए जाते हैं जो मुहासो के लिए रामबाण उपाय है। यह खून के हिमोग्लोबिन को भी बढ़ाता है साथ ही रक्त संचार को भी नियंत्रित करता है। इसका सेवन करने से व्यक्ति की त्वचा खिलने लगती है।
बादाम में फाइबर, प्रोटीन, मैग्निशियम, विटामिन E हेल्थी फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में मौजूद होती है। बादाम ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को घटाने में भी मदद करता है। बादाम खाने से भूख थोड़ी कम होती है जिससे वजन घटाने में भी फायदा मिलता है।
बादाम एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसकी विशेषताएं कभी खत्म नहीं होती, आप इसे हर रूप में उपयोग कर सकते हैं। बादाम को आप फेस पेक के रुप में भी उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा इस बादाम से ही बालो के तेल बनते हैं जो बालो को काफी मजबूत बना देते हैं। बादाम का सेवन करने से फेफड़ो की बीमारी से भी बचा जा सकता है। जो मोटापा, कोलेस्ट्रोल और सामान्य रक्तचाप, शुगर, उच्च रक्तचाप सभी पर काबू करने में उपयोगी हो सकता है। इस बदाम का रोजाना सेवन करने से महिलाओ को ब्रेस्ट कैंसर से बचने में मदद मिलती है।
पिस्ता
पिस्ता में भी कई प्रकार के गुण पाए जाते हैं जैसे कि पिस्ता में विटामिन E प्रचुर मात्रा में होता है। जो हमें खतरनाक पराबैंगनी किरणों से लड़ने की क्षमता देता है। इसके अलावा पिस्ता स्किन कैंसर और ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
हालांकि लोग ज्यादातर ड्राई फ्रूट के नाम पर बादाम, किशमिश का ही उपयोग करते हैं। लेकिन आजकल पिस्ता भी लोगो में लोकप्रिय होने लगा है। पिस्ता पाचन तंत्र के लिए भी बहुत कारगर है पिस्ता को साधारण मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योंकि पिस्ता की तासीर काफी गर्म होती है इसका अधिक सेवन करने से पेट खराब हो सकती है।
किशमिश
किशमिश सबसे ज्यादा सस्ता मिलता है और इसका नियमित रूप से सेवन करने से बीमारियो से लड़ने की ताकत मिलती है। यह न्यूट्रिशंस और अपने अच्छे टेस्ट के लिए बहुत ही लोकप्रिय है। किशमिश में पोटेशियम, फाइबर और अन्य न्यूट्रिशंस प्रचुर मात्रा में होते हैं और इसमें कैलरी की भी कमी नहीं होती।
खजूर
खजूर बहुत ही मीठा फल है यह फाइबर, आयरन और पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है। तमाम प्रकार के ड्राई फ्रूट्स के मुकाबले खजूर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा काफी ज्यादा होती है। खजूर एथेरोसिलेरोसिस की समस्या को उत्पन्न होने से रोक सकता है इससे दिल के दौरे की समस्या को भी दूर किया जा सकता है।
अखरोट
अखरोट में ओमेगा-3 पाया जाता है जो हृदय के गति को संतुलित रखने में मदद करता है।। यह याददाश्त को बढ़ाने में और कार्डियोवैस्कुलर यानी कि हृदय संबंधी रोगो से बचाने के लिए फायदेमंद होता है। खास करके अखरोट बच्चो को खिलाना चाहिए इससे उनका दिमाग काफी तेज होता है।
ड्राई फूड्स के फायदे
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ड्राई फूड्स बहुत फायदेमंद होता है। इस संबंध में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार पता चला कि काजू में मोनो सैचुरेटेड फैट होता है जो ह्रदय के स्वास्थ को बढ़ावा देता है। पिस्ता में भी भरपूर मात्रा में विटामिन B 6 पाया जाता है जो कई प्रकार के रोगो को रोकने के लिए काम आता है।
रक्त संचार में है फायदेमंद
ड्राई फूड् के उपयोग से रक्त संचार में भी सुधार किया जा सकता है। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार बादाम, पिस्ता, किसमिस आदि के सेवन करने से ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही रक्त संचार को भी उत्तेजित कर सकता है। एक और शोध के अनुसार ड्राई फ्रूट्स में मौजूद होने वाले पॉलीफेनॉल एंटीऑक्सीडेंट रक्त के प्रवाह में सुधार ला सकता है।
कैंसर के रोगी के लिए है उपयोगी
कैंसर जैसी घातक बीमारी की समस्या में भी ड्राई फ्रूट काफी फायदेमंद है। ड्राई फ्रूट्स खाने से कैंसर की समस्या से भी बचा जा सकता है। एनसीबीआई यानी नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के वेबसाइट के जानकारी के अनुसार मेडिकल रिसर्च की माने तो कैंसर की समस्या से बचने के लिए ड्राई फ्रूट्स में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी बहुत मदद करता है। जिससे कैंसर जैसी बीमारी को भी दूर रखा जा सकता है कैंसर कोई आम बीमारी नही है, बल्कि यह एक प्राणघातक बीमारी है।
बढ़ते वजन को नियंत्रण करता है
बढ़ते वजन को नियंत्रण करने के लिए भी ड्राई फ्रूट्स का उपयोग किया जाता है। एक शोध के अनुसार ड्राई फ्रूट्स के उपयोग करने से शरीर को पर्याप्त पोषण मिल जाता है। साथ ही यह शरीर के वजन को भी कम करने का काम करता है। ड्राई फ्रूट से में भरपूर मात्रा में फाइबर पाई जाती है फाइबर भूख को शांत रखकर वजन कम कर सकता है।
कब्ज कि शिकायत भी होती है दूर
कब्ज एक प्रकार की पाचन से जुड़ी समस्या है जिससे छुटकारा पाने के लिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन किया जा सकता है। इसके लिए किसमिस, बादाम, अखरोट, खजूर, पिस्ता खाना अच्छा होता है।
सभी ड्राई फ्रूट्स फाइबर और लैक्सेटिव इफेक्ट से भरपूर होते हैं, जो पाचन तंत्र में सुधार करके कब्ज की समस्या में भी राहत पहुंचाता है। इसके अलावा सूखे बेर और खुरमा भी कब्ज की शिकायत से छुटकारा दिला सकता है। बेर में अच्छी मात्रा में फाइबर पाई जाती है और खुरमा में टैनिन एसिड पाए जाते हैं जो शरीर से मल को बाहर निकालने में मददगार होते हैं। इसीलिए ड्राई फ्रूट्स खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती।

शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ति के लिए ड्राई फ्रूट्स का उपयोग किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार सूखे मेवे जैसे की किशमिश, खूबानी, प्रून और अंजीर में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो फ्री रेडिकल्स यानी की मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं।
गर्भावस्था में खाएं ड्राई फ्रूट्स
गर्भावस्था के दौरान भी ड्राई फ्रूट्स खाने के बेहद फायदे हो सकते हैं क्योंकि गर्भावस्था के दौरान शरीर में अधिक मात्रा में आयरन की आवश्यकता होती है। अगर शरीर में आयरन की कमी हो जाए तो एनीमिया की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है ऐसे में ड्राई फ्रूट्स के सेवन से महिलाओ के शरीर को जरूरत पड़ने वाले आयरन प्राप्त हो सकते हैं। इससे गर्भवती महिला और जन्म लेने वाले शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा हो सकता है।
ड्राई फ्रूट्स को कैसे खाएं
ड्राई फ्रूट्स को मिल्क के साथ भी खाया जा सकता है या सभी को मिक्स करके एक साथ ऐसे भी खाया जा सकता है। इनको खीर में डालकर भी खाया जा सकता है, केक में या सूखे मेवे के साथ भी खाया जा सकता है। या इन सब को मिठाई में भी उपयोग करके खाया जा सकता है।
अब बात करते हैं कि आपको ड्राई फ्रूट्स को कब खाना है आप ड्राई फ्रूट्स को सुबह और शाम के समय स्नैक्स के तौर पर खा सकते हैं। आप सूखे मेवे को भी खा सकते हैं और इनके उपयोग से बने केक या खीर को दोपहर या रात में भी खा सकते हैं।
ड्राई फ्रूट्स को एयरटाइट डिब्बे में डाल कर कुछ दिनो तक सुरक्षित रखा जा सकता है या पॉलिथीन में भी अच्छे से पैक करके रख सकते हैं। अगर आप कोई गुठली वाले ड्राई फ्रूट्स ले रहे हैं तो जितना उपयोग करना है उतनी ही गुठली को तोड़े। ड्राई फ्रूट्स को हमेशा कम मात्रा में खरीदना चाहिए ताकि वो खराब न हो।