बीजापुर जिले में नक्सलियो के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ में पुलिस और CRPF के 22 सुरक्षाकर्मी मारे गए और 31 घायल हुए। जिसमें 8 CRPF के जवान शहीद 14 और राज्य पुलिस के जवान शहीद हुए हैं। कुल 22 शव बरामद किए गए हैं जबकि एक जवान अभी भी लापता है।
अभी भी CRPF की एक यूनिट लापता बताई जा रही है जीसका पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है। CRPF और राज्य के पुलिस अधिकारियो ने कहा कि सुरक्षा बलो ने एक महिला नक्सली कमांडर का शव भी बरामद किया है, जिसकी पहचान मडावी वणोजा के रूप में हुई है। साथ ही खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए, CRPF ने कहा कि ऑपरेशन में 12 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं और 16 से ज्यादा घायल हुए हैं। इस हमले में
शहीदो को श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर हुवा यह हमला साल का सबसे बड़ा नक्सली हमला है। नक्सली हमले में शहीद हुए जवानो को जगदलपुर और बीजापुर में श्रद्धांजलि दी गई। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने तिरंगे में लिपटे शहीदो को नमन किया।

शहीदो का शव
छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद हुए जवानो का पार्थिव शरीर जगदलपुर और बीजापुर में रखा गया है। उन्हें श्रद्धांजलि देने दिल्ली से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे हैं और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उनके साथ हैं। तिरंगे में लिपटकर लौटे अपने साथियो को देखकर सभी जवानों का दिल भर आया। जिनकी बहादुरी के कारण आज पूरा देश चैन की नींद सो पाता है एक के बाद एक रखे ताबूत इस बात का गवाही दे रहा था,
जब उनका पार्थिव शरीर जगदलपुर और बीजापुर पहुंचा तो साथियो की आंखें भर आईं। कंधे पर ताबूत लादे सीआरपीएफ के जवान किसी प्रकार अपने आंसुओं को रोक रखे थे। लेकिन शहीदों के परिजन अपने आपको कैसे संभालते। अपने बहादुर सपूत को तिरंगे में लिपटा देखकर कई मांओं की चीख निकल गई। शाहिद के परिवार वाले ताबूत पर सिर पटक-पटक कर रो रहे थे जिनके आँसू पोछने और उन्हें चुप कराने की हिम्मत किसी में नही हुई। इस हमले में नक्सलियों ने देसी रॉकेट लॉन्चर और LMG का उपयोग किया था। सुरक्षाबलो ने नक्सलियो के सबसे मजबूत गढ़ बीजापुर में यह ऑपरेशन चलाया था।नक्सलियो के खिलाफ अभियान नक्सलियो के सबसे बड़े पीपुल्स लिबरेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून वन (PLGA 1) में से एक हिडमा के गढ़ में था।
कैसे हुई इस मुठभेड़ की शुरूआत
इस मुठभेड़ की शुरूआत तब बताई जा रही है, जब RPF की कोबरा कमांडो टीम, डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और स्पेशल टास्क फोर्स की टीम इलाके में माओवादियों के खिलाफ अभियान चला रही थी। CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस को खबर थी कि नक्सलियो का बड़ा दुर्दांत कमांडर हिडमा इस हमले से ही 1 किलोमीटर की दूरी पर पोवर्ती गांव में है। जिसके बाद CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया था।
सुरक्षा बलो पर नक्सलियो का हमला
सुरक्षाबलो पर यह हमला नक्सलियो के संगठन पीपुल्स लिबरेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून वन की यूनिट ने किया है, जिसका नेतृत्व हिडमा करता है। सुरक्षाबलो को भी इस ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है और नक्सल काडर के 15 नक्सली मारे गए हैं, लेकिन जैसे ही सुरक्षा बल अंदर जा रहे थे नक्सलियो ने उनपर हमला बोल दिया। नक्सलियो ने तीन प्रकार के सुरक्षाबलो पर हमला किया है पहले उन्होंने बुलेट पर हमला किया दूसरा उन्होंने हथियारों का उपयोग किया और तीसरा करीब देसी रॉकेट लॉन्चर से 200 से 300 नक्सलियों का समूह सुरक्षाबलों की टुकड़ी पर टूट पड़ा नक्सलियो के घर में सुरक्षा बलों का ऑपरेशन अभी भी जारी है।
गृह मंत्री अमित शाह
बीजापुर में नक्सली एनकाउंटर के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जगलपुर पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि जवानों का यह सर्वोच्च बलिदान है। उनके इस वीरता ने इस लड़ाई को एक निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया है। अब हम इसे अंजाम तक लेकर जाएंगे। उन्होंने जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। अभी भी मुठभेड़ वाली जगह पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। भूपेश बघेल ने एएसआई से कहा कि लापता जवानो को तलाश करने की कोशिश अभी भी जारी है।

गृह मंत्री शाह आज एक दिन के लिए छत्तीसगढ़ के दौरे पर है। इससे पहले उन्होंने जगदलपुर पुलिस लाइन में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उनके साथ हैं। गृह मंत्री बीजापुर में बासागुड़ा स्थित CRPF के कैंप भी जाएंगे, वहां जवानों के साथ चर्चा करेंगे। इस दौरान CM भी उनके साथ रह सकते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र और राज्य मिलकर नक्सलियो के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। संकट के समय पूरा देश जवानों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा, इस लड़ाई को हम अपनी विजय में बदलेंगे, जवानों ने नक्सलियों के घढ़ में घुसकर मारा है। नक्सली अब सिमट गए हैं, कहा भारत सरकार और राज्य सरकार की ओर से विकास के कार्य में गति लाने का काम किया जा रहा है।
वापसी में शाह रायपुर के अस्पतालो में भर्ती हुवे घायल जवानो से मिलेंगे। श्रद्धांजलि के बाद जवानों के शव उनके घरों के लिए रवाना किए जाएंगे। इससे पहले, मुख्यमंत्री बघेल ने असम के दौरे से लौटने के बाद कहा कि यह मुठभेड़ नहीं, युद्ध हुआ है। नक्सलियो की यह आखिरी लड़ाई है जवानो ने उनके इलाके में घुसकर उन्हें मारा है। DRG, STF और CRPF के जवान नक्सली कमांडर हिडमा के कोर एरिया में घुस गए। जहाँ वे जवान हेवी फायरिंग में फंस गए जिसका दुख आज सब झेल रहा है। हालांकि, 12 से अधिक नक्सली भी मारे गए हैं। मुठभेड़ के दौरान मारे गए उन नक्सलियों के शव को 3 ट्रैक्टरो में भरकर भागे हैं।
हिडमा कौन है
हिडमा दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का बड़ा नक्सल लीडर है। सुकमा में चलाए गए ऑपरेशन प्रहार में उसे गोली लगी थी, लेकिन वह बच गया था। हिडमा पर 25 लाख रुपए का इनाम है। हिडमा बस्तर का रहने वाला इकलौता ऐसा आदिवासी है, जो नक्सलियो के सबसे खतरनाक बटालियन को लीड करता है।